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Things Indian Parents Say Only To Their Daughters: भारतीय माता-पिता केवल अपनी बेटियों से ही ऐसा क्यों कहते हैं? 

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Swati Bundela
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ऐसी बहुत सी चीजें हैं जो भारतीय माता-पिता को अपनी बेटियों को सिखाने की जरूरत है, लेकिन वह ऐसा नहीं करते हैं। कुछ बेटियां जीवन और उसकी चुनौतियों का भोलेपन से सामना करती हैं क्योंंकि बचपन से उन्हें दूसंरो के सामने बोलने के लिए मना किया जाता था, अपना पक्ष रखने से रोका जाता था।

माता-पिता अक्सर अपनी बेटियों को पर्दो में रखना चाहते हैं क्योंंकि बेटियां घर की इज्जत होती हैं और उन्हें मान - मर्यादा में रहना चाहिए। हर लड़की के माता-पिता उसे प्यार करते हैं लेकिन एक लड़की और उसके भाई के बीच होते भेद - भाव ने कहीं ना कहीं आपके मन में नकारात्मक शाप छोड़ दी है। जानिए वह कौन सी बातें हैं जो हमारे माता-पिता ने एक ना एक बार हमसे कही है। 

माता-पिता इन 5 बातों को अपनी बेटियों को कहते हैं: Things Indian Parents Say Only To Their Daughters

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1. मेहमानों के लिए चाय लेकर आओ 

जब भी घर पर मेहमान आते हैं तो लोग अक्सर अपनी बेटियों को कहते हैं कि बेटा मेहमानों के लिए पानी और चाय लेकर आओ। आज तक कभी किसी ने अपने बेटों को ऐसा क्यों नहीं कहा क्योंंकि बेटे थोड़ी ऐसे घर के काम करते हुए अच्छे लगते हैं। वैसे भी ये काम तो घर की बेटियों को शोभा देते हैं। क्या कभी ये सोच बदल पाएगी?  

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2. आज तुझे खाना बनाना सिखाती हूं 

जेसे लड़की थोड़ी बड़ी होने लगती है तो मां कहने लगती है कि बेटा आज शाम को खाना तेरे से बनवाऊंगी ताकि शादी के बाद तुझे कोई दिक्कत ना आए। पर क्यों ये अपने बेटों को क्यों नहीं कहती? मेरे विचार से अगर आज के समय में लड़कियों और लडको को सामान्य माना जाता हैं तो लडको को भी लड़कियों की तरह खाना बनाना सिखाया जाना चहिये और उनकी तरह रोज घरेलु कार्य करने चहिये। 

3. बाहर जा रही है भाई को साथ ले जा

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जब भी आपको कहीं जाना होता है तो आपके माता-पिता अक्सर कहते हैं कि बाहर जा रही हो, अपने भाई को साथ लेती जाओ। क्या कारण है ये कहने का? क्यों कभी ये घर के बेटों से नहीं कहा जाता है? क्यों हमेशा माता-पिता को ऐसा लगता है कि एक लड़की अपनी रक्षा खुद नहीं के सकती। हमारे समाज को अपनी बेटियों पर विश्वास रखना होगा। अगर बात उनकी सुरक्षा की है, तो अपनी बेटियों को सेल्फ डिफेंस सिखाएं ना की भाइयों को साथ भेजें हर जगह। 

4. हर चीज की एक उम्र होती है

लड़कियों को हमेशा कहा जाता है कि हर चीज के लिए सही उम्र और समय होता है। पढ़ाई, शादी, बच्चों, सब के लिए एक उम्र होती है वरना उसके बाद बहुत सी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लड़कियों अक्सर दूसरों के सपनों के चक्कर में अपनी खुद की ख्वाहिशें सिमटने लगती है। उसे उम्र के हर पड़ाव पर एक भूमिका निभानी पड़ती हैं जिसमें अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। 

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5. दूसरे कपड़े पहन कर जाओ 

ये पोशाक कितनी छोटी है! क्या तुम्हे लगता है कि तुम बॉलीवुड एक्ट्रेस हो या तुम विदेश में बैठी हो? अगर घर से बाहर जाना है तो ढंग के कपड़े पहन कर जाओ और तुम तब तक घर से बाहर नहीं निकल रहे हो जब तक कोई और कपड़े नहीं पहन लेती। इसके साथ ही कहते हैं कि अच्छे घर की लड़कियां ऐसे छोटे कपड़े पहन कर बाहर नहीं जाया करती। पर घर का बेटा कुछ भी पहन सकता है फिर चाहे उसमे उसका अंडरवियर दिखे क्योंंकि वो तो लड़का है। 

 



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