हमारे देश के लोग गोरे रंग को सुंदरता की परिभाषा समझते हैं। भारत में सांवली महिला होना कठिन है। रंग को लेकर यह तब शुरू होता है जब बच्चे छोटे होते हैं। जैसे ही बच्चा पैदा होता है, रिश्तेदार भाई-बहनों की त्वचा के रंग की तुलना करने लगते हैं। इसकी शुरुआत आपके अपने परिवार से होती है - लेकिन लोग इसके बारे में खुलकर बात नहीं करना चाहते। हम सब बचपन से fair and lovely का विज्ञापन देखते हुए बड़े हुए हैं जिसमें ये दिखाया जाता है कि एक लड़की सिर्फ तभी कॉन्फिडेंट होती है जब उसका रंग गोरा होता है। जानिए वो को सी बातें हैं जो हमें सांवली लड़की और महिलाओं के बारे में सुनते हैं।
सांवली महिलाओं से यह 5 बातें नहीं करनी चाहिए: Things We Need To Stop Saying To Dusky Women
1. तुमसे शादी कौन करेगा ?
ये हर सांवली लड़की को सुनना पड़ता है कि उसके सांवले रंग की वजह से उससे कोई शादी नहीं करेगा। हमारे समाज में लेकिन ये बात एक सांवले लड़के को नहीं बोली जाती क्योंंकि वो लड़का है और लड़को को बड़ी आसानी से लड़कियां मिल जाती हैं। असल में हकीकत यह है कि किसी के रंग के बारे में बोलना आपकी छोटी सोच को दर्शाता है।
2. धूप में ज्यादा मत जाया कर
अरे ये पहले है काली है और धूप में जाएगी तो रंग और काला हो जाएगा। घर पर रह कर बेसन का लेप लगाया कर थोड़ा रंग हल्का होगा और निखार आयेगा। एक लड़की के काले या सांवले होने का ये मतलब बिल्कुल नहीं की उस पर बाहर जाने की पाबंदी लग जाएगी और उसे जो वो करना चाहती है वो करने का हक नहीं। एक व्यक्ति का रंग उसकी सुंदरता को कम नहीं करता लेकिन लोगों की छोटी सोच उनकी सुंदरता को कम जरूर करती है।
3. कपड़ों का रंग देख कर पहनो
एक सांवली लड़की को अक्सर जब वो कपड़े खरीदने जाती है या पहन रही होती है तो कहते हैं हल्के रंग और काला रंग मत पहनो क्योंंकि उससे तुम और काली लगोगी क्योंंकि ये दोनों रंग त्वचा के रंग को निखारते हैं। एक लड़की को क्या पहनना है उसका निर्णय वो खुद ले सकती है और एक लड़की को जो रंग पसंद है उसे वहीं पहनना चाहिए।
4. आज तुम थोड़ी गोरी और सुंदर दिख रही हो
कभी के बार जब आप अपने रिश्तेदारों से मिलते हैं और वो आपको बोलें की आज तुम थोड़ी गोरी और सुंदर दिख रही हो तो उन्हें एक बात जरूर कहना कि में और मेरा रंग हमेशा से ही सुन्दर था और मुझे गोरा होने की जरूरत नहीं है आप लोगों के कॉम्प्लीमेंट्स पाने के लिए।
5. तुम कोई क्रीम नहीं लगाती क्या?
रिश्तेदार अक्सर कहते हैं कि मार्केट में हजारों क्रीम्स है रंग को हल्का और त्वचा में निखार लाने के लिए तुम इस्तमाल करती हो कोई? नहीं क्युकी मुझे मेरा रंग पसंद है और ये मुझे कॉन्फिडेंस देता है जो शायद आपकी क्रीम्स नहीं दे पाएंगी।
हर व्यक्ति, हर रंग खूबसूरत और अनोखा है इसलिए भेदभाव करना बंद कीजिए।