वो बिना वजह दुखी होना, निराशाजनक बोध होना, किसी चीज़ में मन न लगना बहुत सारी बातों को लेकर अंदर ही अंदर गुटते रहना। अगर यह सब रोज़ रोज़ होने लगे तो इंसान डिप्रेशन का शिकार हो जाता है। इस से बाहार निकलना कठिन कार्य है क्योंकि ग़म का मायाजाल हमें कस कर पकड़े रखता है, ऐसे में कुछ रास्ते है जो उम्मीद की किरण बनकर मदद करते है।
Tips To Overcome Depression -
1. बात करें
जब कोई बात अंदर ही अंदर खाई जाए तो उसे अपने अंदर दबाकर न रखे। वो एक ख़ास इंसान जो आपको बिना आंके, बिना कुछ कहे, बस सुनें, जिस पर भरोसा हो उस से बात करें। लोग अक्सर बात न बताकर डिप्रेशन का शिकार होते है। इसलिए बिना डरे बात करने की कोशिश करे।
2. लिखें
डिप्रेशन का शिकार व्यक्ति अपने भाव प्रकट करने में असमर्थ रहता है। वो किसी से अपनी बात करने में जिजकता है । ऐसे में उन भावों को प्रकट करने का दूसरा रास्ता "लिखकर है"। व्यक्ति अपनी बात बिना किसी को बोले लिखकर अपने सवालों का हल ढूँढ सकता है। यह उसे सोचने पर मजबूर करता है और उम्मीद का रास्ता दिखाता है ।
3. रोना
कई बार इंसान के पास रोने के इलावा कोई और रास्ता नहीं होता। इसे अपनी कमज़ोरी न समझे। यह भी अपने भावों को प्रकट करने का एक माध्यम है। कभी कुछ ना बोलना बस रो देना दिल को सुकून देता है और हिम्मत भी। इस से दिल का भार कम होता है ।
4. प्रेरणात्मक पढ़े
डिप्रेस्ड व्यक्ति अपने आप पर से विश्वास खो बैठता है। ऐसे समय पर प्रेरणात्मक विचारों से जीवन जीने के लिए प्रेणना मिलती है। दुखद, ग़म से संबंधित चीज़े उसे ज़्यादा निराश कर सकती है। इसीलिए हो सके कहानियाँ पढ़े, प्रेरणा का स्रोत्र ढूँढ़े।
5. पेशेवर मदद लें
जब सब रास्ते बंद होते हुए नज़र आने लगे तो पेशेवर मदद जरूर ले। जैसे घर के नुस्खे हर बीमारी का हल नहीं होते दवाई की जररूत पड़ती है ऐसे ही डिप्रेशन के लिए डॉक्टर से विचार विमर्श करना फायदेमंद हो सकता है। वह सिर्फ आपको सुनेगा ही नहीं बल्कि आपकी डिप्रेशन से निकलने में मदद भी करेगा।