Tips to Prevent High Blood Pressure : आजकल की ज़िन्दगी में खाने पीने में बहुत ही असंतुलन हो गया है। ब्लड प्रेशर की समस्या कई सालों तक पता नहीं चलती क्योकि इसके कोई विशेष लक्षण नहीं होते, जैसे;थकान ,सिरदर्द ,आदि।जब आपके खाने-पीने में असंतुलन हो जाता है और और शरीर में फैट और वसा की मात्रा बढ़ जाती है तो हाई बीपी होने के आसार भी बढ़ जाते हैं।जो इंसान कोई भी फिजिकल एक्टिविटी नहीं करते उनको हाई बप का प्रॉब्लम हो जाता है। इसके अलावा शुगर या दिल के मरीजों को भी हाई बीपी की समस्या हो जाती है। ज्यादा नमकीन चीजें खाने, या जंक फूड जैसे कि पिज्जा, बर्गर, मोमोज और नूडल्स आदि खाने से भी बीपी की समस्या हो सकती है। इसके अलावा धूम्रपान और शराब के सेवन से भी बीपी बढ़ सकता है। टेंशन लेने से भी बीपी बढ़ जाता है।
1. योगासन
कुछ योगासन ऐसे हैं जिनको करने से ब्लड-प्रेशर लो होने में मदद मिलती है। ये योगासन करने में आसान भी हैं और लाभकारी भी। जैसे वज्रासन ,मलासन, वृक्षासन आदि। ये कुछ आसान बिलकुल बिगिनर-लेवल की आसान है जिनको हर कोई घर या बाहर आसानी से कर सकता है।
2. डाइट में नमक की मात्रा कम करना
नमक लो ब्लड-प्रेशर के मरीज़ों के लिए लाभकारी होता होता है। नमक खाने से ब्लड-प्रेशर हाई हो जाता है। लेकिन अगर आपको पहले से ही हाई ब्लड-प्रेशर की शिकायत है तो आपको अपनी डाइट से नमक को अलग कर लेना चहिये। पुरे दिन में 1500mg से जयादा नमक आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक है।
3. खुद को रखें हाइड्रेटेड
पानी हमेशा से ही हमारी बॉडी के लिए अच्छा मना गया है। रोज़ाना 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए। ब्लड प्रेशर अगर बार बार हाई हो जाता है तो इसको मैनेज करने का सबसे आसान तरीका है पानी पीना। ज्यादा समय तक पानी नहीं पीने से बॉडी में डिहाइड्रेशन हो जाता है,जो बीपी को मैनेज करता है। इसीलिए पानी पीने से नेर्वेस में ब्लड फ्लो कण्ट्रोल रहता है।
4. प्राणायाम
साँस सम्बंधित ये योग हर मर्ज़ का बेहतरीन इलाज साबित हुआ है। बीपी की समस्या में भी प्राणायाम बहुत लाभकारी है। रोज़ाना प्राणायाम करने से साँस पर कण्ट्रोल आजाता है। इसके साथ ही ये योग हमें हाइपरटेंशन से बचता है और बॉडी के ब्लड फ्लो को भी नार्मल करता है।
5. सही समय पर खाना और रेस्ट है जरुरी
बीपी की समस्या वाले मरीज़ों को अपना खास ख्याल रखना चाहिए।सही समय पर खान और रेस्ट करना जरुरी है। इस बात का खास ख्याल रखें की आपकी डाइट में सही अमाउंट में नुट्रिएंट्स और विटामिन्स हों। अच्छी हेल्थ के लिए बैलेंस्ड डाइट होने के साथ साथ एक्सरसाइज और मेन्टल हेल्थ का सही होना भी जरुरी है।