New Update
वजाइना फीमेल बॉडी का एक बहुत इंपॉर्टेंट पार्ट होता है। आज भी वजाइना को लेकर बहुत सारे गलत मिथ फैले हुए हैं। हम में से आज कोई भी अपने लेडी पार्ट्स के बारे में खुल कर बात करने को तैयार नहीं है। हम सब इस बात से अनजान नहीं हैं कि वजाइना रिप्रोडक्शन और सेक्सुअल सेटिस्फेक्शन के लिए कितना ज़रूरी है। पर अभी भी ऐसी कई बातें हैं जो हम वजाइना के बारे में नहीं जानते।
यदि आप सोचते हैं कि वजाइना का मतलब है एक औरत के सभी प्राइवेट पार्ट्स, तो शायद आप गलत हैं। जब बात रीप्रोडक्टिव ऑर्गन की हो तो यह ज़रूरी है कि हम उसके बारे में सही जानकारी रखें। जो वजाइना है वह असल में फीमेल रीप्रोडक्टिव सिस्टम का एक अंग है। यह एक मस्क्यूलर कनाल है जो कि सर्विक्स को फीमेल के बाहरी जेनेटिकल एरिया से मिलाता है।
वजाइना एक सेल्फ - क्लीनिंग ऑर्गन है। इसके अंदर पहले से ही हाइली स्पेशलाइज्ड बैक्टीरिया होते हैं जो वजाइना के pH को मेंटेन रखते हैं। वजाइना में कुछ ग्लैंड्स होती है जो एक तरह का फ्लूइड डिस्चार्ज करती है अपने आपको क्लीन रखने के लिए। इसलिए हमें कोई भी केमिकल बेस्ड प्रोडक्ट का इस्तेमाल अपने वजाइना को क्लीन करने के लिए नहीं करना चाहिए।
वजाइना की अपनी खुद की एक पर्टिकुलर स्मेल होती है जो कि नॉर्मल है। इसमें कुछ छुपाने वाली बात नहीं है और नाही इस स्मेल को दूर करने के लिए केमिकल बेस्ड प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने की। परंतु अगर आपको कोई दूसरी अजीब स्मेल आती है तो अपने डॉक्टर के पास जाएं।
क्या आप जानते हैं की आपकी डाइट का वजाइनल स्मेल पर असर पड़ता है। यह माना जाता है कि प्याज या लहसुन के सेवन से अच्छी ऑडर नहीं आती। कोई भी अनवेलकम स्मेल शायद आपकी खराब ईटिंग हैबिट्स के कारण हो सकती है।
जैसे आपकी उम्र बढ़ती है वैसे ही आपकी बॉडी में हार्मोंस का सेक्रेशन कम हो जाता है। जो टिशूज जो पहले म्यूकस की वजह से मॉइस्ट रहते थे वो अब ड्राई हो गए हैं। और शायद इसी कारण सेक्स के वक्त भी लुब्रिकेशन कम होने की वजह से आपको दर्द हो सकता है।
जानिए अपने वजाइना से जुड़ी ये 5 ज़रूरी बातें
1) आप वजाइना को गलत समझते हैं
यदि आप सोचते हैं कि वजाइना का मतलब है एक औरत के सभी प्राइवेट पार्ट्स, तो शायद आप गलत हैं। जब बात रीप्रोडक्टिव ऑर्गन की हो तो यह ज़रूरी है कि हम उसके बारे में सही जानकारी रखें। जो वजाइना है वह असल में फीमेल रीप्रोडक्टिव सिस्टम का एक अंग है। यह एक मस्क्यूलर कनाल है जो कि सर्विक्स को फीमेल के बाहरी जेनेटिकल एरिया से मिलाता है।
2) वजाइना अपने आप को क्लीन करता है
वजाइना एक सेल्फ - क्लीनिंग ऑर्गन है। इसके अंदर पहले से ही हाइली स्पेशलाइज्ड बैक्टीरिया होते हैं जो वजाइना के pH को मेंटेन रखते हैं। वजाइना में कुछ ग्लैंड्स होती है जो एक तरह का फ्लूइड डिस्चार्ज करती है अपने आपको क्लीन रखने के लिए। इसलिए हमें कोई भी केमिकल बेस्ड प्रोडक्ट का इस्तेमाल अपने वजाइना को क्लीन करने के लिए नहीं करना चाहिए।
3) वजाइना की अपनी एक स्मेल होती है
वजाइना की अपनी खुद की एक पर्टिकुलर स्मेल होती है जो कि नॉर्मल है। इसमें कुछ छुपाने वाली बात नहीं है और नाही इस स्मेल को दूर करने के लिए केमिकल बेस्ड प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने की। परंतु अगर आपको कोई दूसरी अजीब स्मेल आती है तो अपने डॉक्टर के पास जाएं।
4) आपके खाने से इस स्मेल पर असर पड़ता है
क्या आप जानते हैं की आपकी डाइट का वजाइनल स्मेल पर असर पड़ता है। यह माना जाता है कि प्याज या लहसुन के सेवन से अच्छी ऑडर नहीं आती। कोई भी अनवेलकम स्मेल शायद आपकी खराब ईटिंग हैबिट्स के कारण हो सकती है।
5) उम्र का वजाइना पर असर
जैसे आपकी उम्र बढ़ती है वैसे ही आपकी बॉडी में हार्मोंस का सेक्रेशन कम हो जाता है। जो टिशूज जो पहले म्यूकस की वजह से मॉइस्ट रहते थे वो अब ड्राई हो गए हैं। और शायद इसी कारण सेक्स के वक्त भी लुब्रिकेशन कम होने की वजह से आपको दर्द हो सकता है।