Body Positivity: आज हर कोई अपनी बॉडी इमेज की वजह से लौ फील करता है। ऐसे में अगर कोई पॉइंट आउट कर दे तो कॉन्फिडेंस और लौ हो जाता है। रिलेशनशिप हो या शादी या फिर दोस्ती ही क्यों ना हो बॉडी टाइप, चॉइस से लेकर लाइफस्टाइल तक में हम एक दूसरे से काफी अलग होते है। ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि आप अपने शरीर से प्यार करें और दूसरा व्यक्ति सपोर्ट करें।
हर कोई अपने मुश्किल समय में अपने करीबी से सहारा ढूंढ़ता है, अपने अंदर बॉडी पाजिटिविटी बढ़ाने के लिए समर्थन चाहते है और अगर आप अपने पार्टनर, दोस्त या किसी को बॉडी पाजिटिविटी के प्रोत्साहित करना चाहते है तो इन टिप्स को फॉलो करें-
1. वेट लॉस करने के लिए फोर्स ना करें
प्लस साइज को देखकर लोग सलाह पर सलाह देने लगते है। यह डाइट फॉलो करो, यह खाना अवॉयड करो, जिम ज्वाइन करो, सैर करो आदि। क्या हम एक पल के लिए दूसरों को सलाह देना बंद कर सकते है। उन्हें क्या करना चाहिए क्या नहीं इन बातो को छोड़कर उनका हाल-चाल पूछना चाहिए। बिना बात की सलाह व्यक्ति का मूड तो ख़राब तो करती ही है मन में दूसरे व्यक्ति के लिए नफरत भी भर देती है।
2. नई आदतें अपनाने को मजबूर ना करना
आपके इरादे कितने भी अच्छे क्यों ना हों, दूसरे व्यक्ति को लेकर चिंतित क्यों ना हो पर आपको यह स्वीकार होना कि आप किसी दूसरे व्यक्ति को उन आदतों को अपनाने के लिए राजी नहीं कर सकते जो आपको सही लगती है। उनकी आदतों को सीधा-सीधा गलत कहना भी उनकी दुखी कर सकता है। ऐसे में उन्हें बदलने के लिए समय देना ही उचित है।
3. प्रोत्साहित करें
जो लोग अपने वजन को लेकर सचेत है वे अक्सर बाहर या किसी के सामने खाना खाने से हिचकिचाते हैं। इसकी वजह किसी के द्वारा अपनी ईटिंग चॉइस को लेकर पॉइंट आउट होने का डर होता है। ऐसे में एकसाथ खाना खाते समय उन्हें कम्फर्टेबल फील कराएं, उन्हें हिचकिचाहट से एकसाथ खाना खाने के लिए प्रोत्साहित करें।
4. साथ दे
अक्सर लोगों को अपनी बॉडी को स्वीकार करने में वक्त लगता है, बॉडी पाजिटिविटी एक दिन का एक्ट नहीं है। आपकी बॉडी जैसी है अच्छी है, नार्मल है, जानने में लंबा समय लगता है। ऐसे में उनकी सेल्फ लव की जर्नी में उनकी मदद करें। उन्हें अधिक वजन होने पर जब वो खुद को दोष दे तो उन्हें उस सिचुएशन से बाहर निकलने में मदद करें।
5. रिस्पेक्ट चॉइस
यह ज़रूरी नहीं हर किसी की बॉडी परफेक्ट हो, अपनी बॉडी, वेट को लेकर सत्रक हो। कुछ लोग बॉडी इमेज की चिंता करने की बजाए मेंटल हेल्थ पर ध्यान देना ज़्यादा ज़रूरी समझते है। वह मन की ख़ुशी को आगे रखकर जीवन जीना पसंद करते है और यह सही भी है। हमें दूसरों की चोइस पर सवाल उठाने की बजाए उन्हें समझना चाहिए और रिस्पेक्ट करनी चाहिए।