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सेक्स जीवन का प्राकृतिक हिस्सा है जो बिना एजुकेशन के भी होता है। लेकिन भारत में आज भी सेक्स एजुकेशन या सेक्स से जुड़ी बातों के बारे में बात करना गलत माना जाता हैं। वहीं बच्चों के मन में अपने शरीर से जुड़े या सेकस से जुड़े कई सवाल चल रहें होते हैं। इन सवालों का जवाब ना मिलने के कारण वो खुद से इन सवालों का जवाब ढूंढने लग जातें हैं और रेप जैसे गलत कदम उठा लेते हैं। कम जानकारी होने के कारण कई लोगों को सेक्स से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं और इसका असर रिलेशनशिप पर भी पड़ता है। इसीलिए सेक्स एजुकेशन हर किसी के लिए जरूरी है। सेक्स एजुकेशन से फायदे क्या हैं ?
सेफ सेक्स के बारे में ना पता होने के कारण हर साल कई लोग STD के शिकार हो जातें हैं। यदि इसके बारे में जानकारी होगी तो कई लोग अनवांटेड प्रेगनेंसी और एड्स,एचआईवी जैसी बीमारियों का सामना करने से बच सकते हैं।
सेक्स एजुकेशन से उन्हें अपने शरीर के साथ महिलाओं के शरीर के बारे में भी पूर्ण जानकारी मिलती है। इससे वह दूसरों के शरीर और भावनाओं का भी सम्मान करना सीखेंगे और सेक्स करने से पहले रजामंदी लेना जरूरी समझेंगे। इसके अलावा हेल्थ पर सेक्स करने से क्या प्रभाव पड़ता है इसकी जानकारी होने से जल्दी किसी को सेक्स के लिए हां नहीं करेंगे।
कई बार बच्चों के मन में इससे जुड़े हजार सवाल चल रहें होते हैं। जिसके कारण वह नेट से जानकारी निकालते हैं और जरूरी नहीं की नेट में दी गई हर जानकारी सही हों। इसके अलावा कई बार वह जानकारी ढूंढते ढूंढते पोर्न देखने लग जाते है। पोर्न देखना गलत नहीं है लेकिन उस चीज की लत लग जाना गलत है।
लड़कियों को गुड टच और बैड टच के बारे में जानकारी होना आवश्यक है। यदि उन्हें कोई गलत तरीके से टच कर रहा है तो उसे समझ पाएंगी। इसके अलावा अगर उन्हें पीरियड की जानकारी पहले से ही होगी तो वह उसके लिए पहले ही तैयार रहेंगी। सेक्स एजुकेशन सेक्स को बढ़ावा नहीं देता, वह इससे जुड़ी जानकारी देता है जो STD जैसी बीमारियां से बचाता हैं।
1. STD का खतरा कम होगा
सेफ सेक्स के बारे में ना पता होने के कारण हर साल कई लोग STD के शिकार हो जातें हैं। यदि इसके बारे में जानकारी होगी तो कई लोग अनवांटेड प्रेगनेंसी और एड्स,एचआईवी जैसी बीमारियों का सामना करने से बच सकते हैं।
2. ना का मतलब समझ में आएगा
सेक्स एजुकेशन से उन्हें अपने शरीर के साथ महिलाओं के शरीर के बारे में भी पूर्ण जानकारी मिलती है। इससे वह दूसरों के शरीर और भावनाओं का भी सम्मान करना सीखेंगे और सेक्स करने से पहले रजामंदी लेना जरूरी समझेंगे। इसके अलावा हेल्थ पर सेक्स करने से क्या प्रभाव पड़ता है इसकी जानकारी होने से जल्दी किसी को सेक्स के लिए हां नहीं करेंगे।
3. सही जानकारी मिलेंगी
कई बार बच्चों के मन में इससे जुड़े हजार सवाल चल रहें होते हैं। जिसके कारण वह नेट से जानकारी निकालते हैं और जरूरी नहीं की नेट में दी गई हर जानकारी सही हों। इसके अलावा कई बार वह जानकारी ढूंढते ढूंढते पोर्न देखने लग जाते है। पोर्न देखना गलत नहीं है लेकिन उस चीज की लत लग जाना गलत है।
4. शरीर से जुड़ी कई बातें समझ में आती हैं
लड़कियों को गुड टच और बैड टच के बारे में जानकारी होना आवश्यक है। यदि उन्हें कोई गलत तरीके से टच कर रहा है तो उसे समझ पाएंगी। इसके अलावा अगर उन्हें पीरियड की जानकारी पहले से ही होगी तो वह उसके लिए पहले ही तैयार रहेंगी। सेक्स एजुकेशन सेक्स को बढ़ावा नहीं देता, वह इससे जुड़ी जानकारी देता है जो STD जैसी बीमारियां से बचाता हैं।