Benefits of Triphala : 'त्रिफला' शब्द का अर्थ है - तीन फल। ये एक तरीके की आयुर्वेदिक औषधि यानि की मेडिसिन है। त्रिफला में आंवला ,बहेडा और हरड़ के बीज निकाल कर 1:2:3 मात्रा में लिया जाता है। जिससे ये त्रिफला के रूप में तैयार होता है। त्रिफला खाने वाले व्यक्तियों को हृदयरोग,high blood-pressure, diabetes, नेत्ररोग, पेट के problems, मोटापा आदि होने की संभावना नहीं होती। त्रिफला Digestive System,स्किन की समस्याओं के साथ कई कमाल के फायदे देने वाली औषधी है!Benefits of Triphala
Digestive system से जुड़ें सभी समस्या का हल- त्रिफला
कुछ शोधों में सामने आया है कि त्रिफला पेट के अल्सर को ठीक करने में मदद मिल सकती है।ये हमारे बॉडी की गंदगी को दूर करने में फायदेमंद हो सकती है।ये कब्ज, एसिडिटी और पेट से जुड़ी कई परेशानियों को दूर करने में फायदेमंद हो सकता है। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी, अनियमित खान-पान और तनाव भरे माहौल में ज्यादातर लोग कब्ज व शारीरिक सुस्ती से ग्रस्त रहते हैं।ऐसे लोगों को त्रिफला का सेवन रेगुलरली गुनगुने पानी के साथ करना चाहिए।Benefits of Triphala
High blood-pressure से मिलती है राहत
त्रिफला एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लामेट्री और एंटी बैक्टीरियल गुणों से युक्त आयुर्वेदिक औषधि है। त्रिफला को कई बीमारियों से छुटकारा पाने में भी इस्तेमाल किया जाता है।अगर आप भी high blood-pressure या Diabetes के बढ़ते स्तर से परेशान हैं तो 3 से 4 ग्राम त्रिफला के चूर्ण का सेवन रोज़ाना रात को सोते समय दूध के साथ कर लें। इससे आपको जल्दी राहत मिलेगी।Benefits of Triphala
Skin related problems को दूर करें
Skin problems जैसे दाद, खाज, खुजली, फोड़े-फुन्सी की समस्या में सुबह-शाम 6 से 8 ग्राम त्रिफला चूर्ण खाने से फायदा होता है। एक चम्मच त्रिफला को एक गिलास ताजा पानी में दो-तीन घंटे के लिए भिगो दें। अब इस पानी की घूंट भरकर मुंह में थोड़ी देर के लिए डाल कर अच्छे से कई बार घुमाये और इसे निकाल दें। इससे मुंह की समस्या में राहत मिलेगी।
वजन घटाने में मददगार त्रिफला Benefits of Triphala
अगर आप बढ़ते वजन और मोटापे से से परेशान हैं और इससे जल्दी निजात पाना चाहते हैं तो त्रिफला आपके लिए एक कारगर औषधि हो सकती है। आयुर्वेद के अनुसार त्रिफला में ऐसे गुण हैं जो पाचन शक्ति बढ़ाने और वजन घटाने में सहायक है। इसलिए नियमित रूप से त्रिफला चूर्ण का सेवन करें।मोटापा कम करने के लिए त्रिफला के गुनगुने काढ़े में शहद मिलाकर ले। त्रिफला चूर्ण पानी में उबालकर, शहद मिलाकर पीने से चरबी कम होती है।Benefits of Triphala
Gonorrhea जैसे STDs में त्रिफला है कारगर
बहुत कम लोगों को पता है कि त्रिफला जैसी आयुर्वेदिक औषधि सेक्स रिलेटेड प्रॉब्लम्स और बीमारी जैसे gonorrhea से बचने में मददगार साबित हुई है। गोनोरिया बीमारी बैक्टीरिया संक्रमण के कारण होती है। यह बीमारी पुरुषों और महिलाओं दोनों को हो सकती है। त्रिफला चूर्ण गोनोरिया के इलाज में उपयोगी है। हालांकि गोनोरिया के लिए त्रिफला चूर्ण का सेवन चिकित्सक की सलाह के अनुसार ही करें।