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डेल्टा वेरिएंट क्या है
डेल्टा वेरिएंट को वैज्ञानिक तौर पर B.1.617.2 कहते है। यह वेरिएंट भारत में सबसे पहले पाया गया था। आपको बता दे कि यही डेल्टा वेरिएंट भारत में कोरोना की दूसरी लहर का कारण बना था। माइक्रो बायोलॉजिस्ट के अनुसार COVID-19 एक RNA वायरस है, और इसकी म्यूटेट करने की क्षमता बहुत ज़्यादा है।
विशेषज्ञों ने बताया, 'डेल्टा वेरिएंट में हमने देखा कि वो ना सिर्फ़ तेज़ी से फैलता है, बल्कि वो इम्युनिटी को भी चकमा दे सकता है।'
कोरोना के इस डेल्टा वेरिएंट में तेज़ी से बदलाव देखने को मिला हैं, इसी बदलाव का नतीजा है डेल्टा प्लस वेरिएंट। इस वेरिएंट को B.1.617.2.1 कहा जा रहा है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक़, हाल में पाए गए वायरस के डेल्टा वेरिएंट की आर-नॉट क्षमता 8.0 तक भी हो सकती है।
दुर्भाग्य से डेल्टा वेरिएंट भारत में कोरोना की दूसरी लहर का कारण बना था। हेल्थ एक्सपर्ट्स ने इस वेरिएंट को तेज़ी से फैलने वाला और बीमारी को गंभीर बनाने वाला बताया था। लेकिन अब इस वेरिएंट का नया रूप यानी डेल्टा प्लस वेरिएंट सामने आया है। विशेषज्ञ इस वेरिएंट पर कोई टिप्पणी करने से पहले पर्याप्त डेटा आने का इंतज़ार करने के लिए कह रहे हैं।
इस बात के भी कयास लगाए जा रहे है कि भारत में जल्दी ही कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर आएगी। ऐसे में लोगों के मन में सवाल है कि क्या डेल्टा प्लस संक्रमितों की संख्या भी बढ़ेगी ? इस सवाल के जवाब में कोविड टास्क फ़ोर्स के सदस्य डॉ. राहुल पंडित ने कहा, "ख़तरे की घंटी तो है ही, इस वेरिएंट के संक्रमण और मरीज़ों में संक्रमण की तीव्रता पर अध्ययन करने की ज़रूरत है। "
डेल्टा वेरिएंट क्या है ?
डेल्टा वेरिएंट को वैज्ञानिक तौर पर B.1.617.2 कहते है। यह वेरिएंट भारत में सबसे पहले पाया गया था। आपको बता दे कि यही डेल्टा वेरिएंट भारत में कोरोना की दूसरी लहर का कारण बना था। माइक्रो बायोलॉजिस्ट के अनुसार COVID-19 एक RNA वायरस है, और इसकी म्यूटेट करने की क्षमता बहुत ज़्यादा है।
विशेषज्ञों ने बताया, 'डेल्टा वेरिएंट में हमने देखा कि वो ना सिर्फ़ तेज़ी से फैलता है, बल्कि वो इम्युनिटी को भी चकमा दे सकता है।'
कोरोना के इस डेल्टा वेरिएंट में तेज़ी से बदलाव देखने को मिला हैं, इसी बदलाव का नतीजा है डेल्टा प्लस वेरिएंट। इस वेरिएंट को B.1.617.2.1 कहा जा रहा है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक़, हाल में पाए गए वायरस के डेल्टा वेरिएंट की आर-नॉट क्षमता 8.0 तक भी हो सकती है।
डेल्टा वेरिएंट और डेल्टा प्लस वेरिएंट में से क्या ज़्यादा खतरनाक है ?
दुर्भाग्य से डेल्टा वेरिएंट भारत में कोरोना की दूसरी लहर का कारण बना था। हेल्थ एक्सपर्ट्स ने इस वेरिएंट को तेज़ी से फैलने वाला और बीमारी को गंभीर बनाने वाला बताया था। लेकिन अब इस वेरिएंट का नया रूप यानी डेल्टा प्लस वेरिएंट सामने आया है। विशेषज्ञ इस वेरिएंट पर कोई टिप्पणी करने से पहले पर्याप्त डेटा आने का इंतज़ार करने के लिए कह रहे हैं।
इस बात के भी कयास लगाए जा रहे है कि भारत में जल्दी ही कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर आएगी। ऐसे में लोगों के मन में सवाल है कि क्या डेल्टा प्लस संक्रमितों की संख्या भी बढ़ेगी ? इस सवाल के जवाब में कोविड टास्क फ़ोर्स के सदस्य डॉ. राहुल पंडित ने कहा, "ख़तरे की घंटी तो है ही, इस वेरिएंट के संक्रमण और मरीज़ों में संक्रमण की तीव्रता पर अध्ययन करने की ज़रूरत है। "