All about PCOD : आजकल इंसान की लाइफ बहुत भागदौड़ भारी हो गयी है।पुरुषों की तुलना में महिलाओं के लिए ये भागदौड़ भारी ज़िन्दगी में अपनी सेहत का ध्यान रखना मुश्किल होता जा रहा है।ऐसे में प्रॉपर नींद ना लेना, अच्छी डाइट मेंटेन ना कर पाने के कारण उनकी लाइफस्टाइल पर काफी बुरा असर पड़ता है।
स्ट्रेस और हार्मोनल इम्बैलेंस कई बीमारिया पैदा करते हैं। इसी में से एक बीमारी जो आजकल महिलाओं में तेज़ी से बढ़ रही है - PCOD यानि कि POLYCYCSTIC OVARIAN DISEASE ; ये एक तरह की मेडिकल कंडीशन है ,जिसमें महिलाओं के शरीर में male hormone -Androgen का लेवल बढ़ जाता है। ज्यादा मात्रा में एग रिलीज़ होने की वजह से उनका सही डेब्लपमेंट नहीं हो पता और वो Cyst बनने लगता है। ये बीमारी आजकल बहुत कॉमन हो चुकी है।कुछ समय पहले तक ये बीमारी 30-40 साल की महिलाओं में मिलती थी पर lifestyle, environment और food habits में चेंज की वजह से school जा रही कम उम्र की लड़कियों में भी ये समस्या देखने को मिल रही है। जिन लड़कियों को पीरियड्स से जुडी समस्या हो रही है उन्हें PCOD होने के चांसेस बढ़ जाते हैं।
PCOD होने के क्या कारण हैं ?
जैसा की पहले भी बताय जा चूका है कि PCOD आजकल की भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में अपने बॉडी का अच्छे से ख्याल ना रखने की वजह से होता है। इस बीमारी का कोई स्पेशल कारण नहीं है बल्कि सही डाइट ना लेने और अपने शरीर के साथ लापरवाही ही इस तरह की तमाम बिमारियों की जड़ है।
- असंतुलित आहार जैसे तला-भुना ज्यादा खाने और जंक फूड खाने से हमारे बॉडी में फैट और कार्बोहायड्रेट बढ़ जाते हैं , जो मोटापा की असली वजह है।
- इसके अलावा बॉडी में सेक्स हॉर्मोन के इम्बैलेंस से ये बीमारी होने के चांस बढ़ जाते हैं। अगर आपके परिवार में ये बीमारी पहले से किसी महिला को हो तो आपको अपना ख्याल रखना चाहिए क्योंकि ये अनुवांशिक भी हो सकती है।
- एक्सरसाइज नहीं करना , प्रॉपर डाइट नहीं लेना,शरीर में ज्यादा इन्सुलिन , मोटापा , पीरियड्स की अनियमितता ; ये सब PCOD के कारण हो सकते हैं।
PCOD के लक्षण All about PCOD
यदि समय से पकड़ के लक्षणों को समझा जाये तो इस बीमारी को रोका जा सकता है । ज्यादातर लक्षण टीनएज के बाद यानि जब से लड़कियों को पीरियड्स शुरू हो तब से कभी भी दिखने को मिल सकते हैं।वैसे ये बीमारी प्रेगनेंसी के बाद भी हो सकती है।
- इसके खास लक्षणों में तेज़ी से वजन बढ़ना , Irregular periods , बालों का झड़ना , चेहरे पर कील मुंहासें होना शामिल है।
- ये सब को कॉमन लक्षण है लेकिन अधिक समय से ये बीमारी पहचान में ना आये तो इसके कुछ खतरनाक लक्षण भी देखने को मिल सकते हैं। जैसे ;हाई-ब्लड प्रेशर ,कन्सीव करने में प्रॉब्लम या देरी होना, mood-swings शामिल है।
PCOD के लिए घरेलु उपचार
PCOD पूरी तरीके से हार्मोनल इम्बैलेंस की बीमारी है। गलत डाइट और वीक लाइफस्टाइल से शरीर पर बुरा असर पड़ता है।वैसे तो पकड़ के लिए डॉक्टर की सलाह और मेडिकेशन जरुरी है , लेकिन कुछ आयुर्वेदिक और घरेलु उपचार से पकड़ की समस्या से निजात पाया जा सकता है।
- एलोवेरा और आंवला का जूस शरीर की टॉक्सिसिटी को दूर करने में मदद करता है।
- इन्सुलिन लेवल काम करने के लिए एप्पल साइडर विनेगर भी काफी लाभकारी साबित हुआ है।
- एक सर्वे में सामने आया है कि पुदीने और अदरक की चाय का रोज़ाना सेवन करने से फीमेल बॉडी में एण्ड्रोजन हॉर्मोन की मात्रा बैलेंस होती है।
- इसके साथ ही ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए मेथीदाना और अलसी महत्वपूर्ण है।
- ये सभी घरेलु उपचार पकड़ की समस्या से थोड़ी राहत पहुंचा सकते हैं लेकिन इसके साथ ही डॉक्टर की सलाह भी जरुरी है।
Disclaimer यह सार्वजनिक रूप से एकत्रित जानकारी है। यदि आपको किसी विशिष्ट सलाह की आवश्यकता है तो कृपया डॉक्टर से परामर्श करें
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