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कब होगा कोरोना खत्म? कोरोना को आए काफी लम्बा समय हो चुका है और अब सब बेसब्री से इसके जाने का इंतज़ार कर रहे हैं। हम सालों से मास्क और सैनिटाइज़र इस्तेमाल कर रहे हैं और कई महीनो अपने अपने घरों में बंद रहे हैं। अगर इसके ख़त्म होने की बात की जाए तो अभी कुछ भी नहीं कह सकते हैं। क्योंकि हिस्ट्री में जितने भी वायरस आए हैं वो पूरी तरीके से गए कभी भी नहीं हैं बस उनको केसेस कम हो जाते हैं और हमारी इम्मुनिगत्य स्ट्रांग हो जाती है।
इसी तरह शुरुवात में हमने देखा कि जिन लोगों ने वैक्सीन ले भी रखी थी उनको भी कोरोना हो रहा था क्योंकि कोरोना का डेल्टा वायरस बहुत स्ट्रांग था इसी तरह इसके अलग अलग वेरिएशन आते जाते हैं जिनको हमें अच्छे से स्टडी करना और सावधानी से रहना बेहद जरुरी हो जाता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि न ही वैक्सीन और न ही टाइम कोरोना को हरा सकता है। धीरे धीरे वो खुद इस स्तर तक आ जाता है कि वो कम हो जाता है।
एक्सपर्ट्स ने कोरोना की तीसरी लहर को अगस्त के एंडिंग में आने का अंदेशा लगाया था और उसके बाद से यह लेट होती जा रही है। लेकिन अभी भी सरकार और एक्सपर्ट्स ने इसका न आने का कोई कन्फर्मेशन नहीं दिया है। सभी अपने स्तर पर सिचुएशन को कण्ट्रोल करने में लगे हुए हैं। अच्छी खबर यह भी है कि जिनको कोरोना हो रहा है भारत में उनकी रिकवरी रेट भी 97% से ज्यादा हो चुकी है। जिसका मतलब है कि बीमारी ज्यादा घातक नहीं हो रही है और कम से कम लोग मर रहे हैं और ज्यादा ठीक हो रहे हैं।
में ये याद रखने की जरुरत है कि कोरोना की वैक्सीन हमें पूरी तरीके से बीमारी से नहीं बचती है बस बीमारी को गंभीर होने से बचाती है। Pfizer वैक्सीन का पहला डोज़ कोरोना के खिलाफ 33 % इफेक्टिव है और दूसरा डोज़ 88 % इफेक्टिव। कोरोना के के आज के केसेस 27,176 हैं जिसको मिलाकर हमारे टोटल केसेस अब तक के 33,316,755 होते हैं।
कब होगा कोरोना खत्म?
इसी तरह शुरुवात में हमने देखा कि जिन लोगों ने वैक्सीन ले भी रखी थी उनको भी कोरोना हो रहा था क्योंकि कोरोना का डेल्टा वायरस बहुत स्ट्रांग था इसी तरह इसके अलग अलग वेरिएशन आते जाते हैं जिनको हमें अच्छे से स्टडी करना और सावधानी से रहना बेहद जरुरी हो जाता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि न ही वैक्सीन और न ही टाइम कोरोना को हरा सकता है। धीरे धीरे वो खुद इस स्तर तक आ जाता है कि वो कम हो जाता है।
तीसरी लहर पर एक्सपर्ट्स का क्या कहना है?
एक्सपर्ट्स ने कोरोना की तीसरी लहर को अगस्त के एंडिंग में आने का अंदेशा लगाया था और उसके बाद से यह लेट होती जा रही है। लेकिन अभी भी सरकार और एक्सपर्ट्स ने इसका न आने का कोई कन्फर्मेशन नहीं दिया है। सभी अपने स्तर पर सिचुएशन को कण्ट्रोल करने में लगे हुए हैं। अच्छी खबर यह भी है कि जिनको कोरोना हो रहा है भारत में उनकी रिकवरी रेट भी 97% से ज्यादा हो चुकी है। जिसका मतलब है कि बीमारी ज्यादा घातक नहीं हो रही है और कम से कम लोग मर रहे हैं और ज्यादा ठीक हो रहे हैं।
में ये याद रखने की जरुरत है कि कोरोना की वैक्सीन हमें पूरी तरीके से बीमारी से नहीं बचती है बस बीमारी को गंभीर होने से बचाती है। Pfizer वैक्सीन का पहला डोज़ कोरोना के खिलाफ 33 % इफेक्टिव है और दूसरा डोज़ 88 % इफेक्टिव। कोरोना के के आज के केसेस 27,176 हैं जिसको मिलाकर हमारे टोटल केसेस अब तक के 33,316,755 होते हैं।