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When Will Corona End? हम सभी के दिमाग में ऐसा चल रहा है कि कोरोना जल्द ही ख़त्म होने वाला है लेकिन ऐसा सोचना गलत है। कोरोना की एंडेमिक यानि खत्म होने वाली स्टेज जब आएगी जब सभी लोग पूरी पापुलेशन कोरोना के साथ रहना सीख नहीं लेते हैं।
वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन (WHO) की सीनियर ऑफिसियल पूनम खेत्रपाल का ऐसा कहना है कि कोरोना काफी लम्बे समय तक ऐसे ही फैलता रहेगा। इनका कहना है कि वैक्सीन लेने के बाद इम्युनिटी और पहले हुए इन्फेक्शन के हिसाब से यह क्लेयटर हो पायेगा कि कोरोना कब खत्म होने वाली स्टेज पर पहुंचेगा।
कोविड वैक्सीन की 2 डोज लेना बेहद महत्वपूर्ण है। इससे बीमारियों और संक्रमण की गंभीरता कम हो जाएगी और जितने ज्यादा लोग वैक्सीन लगवायेंगे उतना ही ये देश के लिए भी लाभदायी साबित होगा। कोविड-19 की वैक्सीन (Pfizer, Moderna and Astra Zeneca) डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ भी गंभीर बीमारी, अस्पताल में भर्ती और मृत्यु के जोखिम को कम करने में काफी प्रभावी है।
जिन लोगो का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है उनको थर्ड डोज लग सकती है। लेकिन बूस्टर शॉट पहली 2 डोज के काफी बाद दिया जाता है। बूस्टर शॉट 6 महीने, 8 महीने कभी भी व्यक्ति को लग सकता है।
Pzifer ने हाल ही में ये घोषणा की है कि बूस्टर शॉट वायरस और डेल्टा वायरस से लड़ने में काफी सक्षम है। लेकिन इस परिणाम अभी पब्लिश नहीं हुआ है और बूस्टर शॉट के क्या परेज है ये भी नहीं पता चले। लेकिन कहा जा रहा है कि शायद बूस्टर डोज सिर्फ कुछ लोगो के लिए ही हो जैसे कि बुजुर्गो के लिए।
विभिन्न बूस्टर वैक्सिन का परीक्षण भी चल रहा है। लेकिन सबसे पहले हमे ज्यादा से ज्यादा लोगो को 2 वैक्सीन डोज लगानी है। अगर अपने दोनो डोज भी लगवाई हुई है तो आपको बीमारी और संक्रमण की गंभीरता से बचाव होगा।
वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन (WHO) की सीनियर ऑफिसियल पूनम खेत्रपाल का ऐसा कहना है कि कोरोना काफी लम्बे समय तक ऐसे ही फैलता रहेगा। इनका कहना है कि वैक्सीन लेने के बाद इम्युनिटी और पहले हुए इन्फेक्शन के हिसाब से यह क्लेयटर हो पायेगा कि कोरोना कब खत्म होने वाली स्टेज पर पहुंचेगा।
कोविड वैक्सीन की 2 डोज लेना बेहद महत्वपूर्ण है। इससे बीमारियों और संक्रमण की गंभीरता कम हो जाएगी और जितने ज्यादा लोग वैक्सीन लगवायेंगे उतना ही ये देश के लिए भी लाभदायी साबित होगा। कोविड-19 की वैक्सीन (Pfizer, Moderna and Astra Zeneca) डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ भी गंभीर बीमारी, अस्पताल में भर्ती और मृत्यु के जोखिम को कम करने में काफी प्रभावी है।
कोरोना बूस्टर शॉट्स क्या हैं?
जिन लोगो का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है उनको थर्ड डोज लग सकती है। लेकिन बूस्टर शॉट पहली 2 डोज के काफी बाद दिया जाता है। बूस्टर शॉट 6 महीने, 8 महीने कभी भी व्यक्ति को लग सकता है।
Pzifer ने हाल ही में ये घोषणा की है कि बूस्टर शॉट वायरस और डेल्टा वायरस से लड़ने में काफी सक्षम है। लेकिन इस परिणाम अभी पब्लिश नहीं हुआ है और बूस्टर शॉट के क्या परेज है ये भी नहीं पता चले। लेकिन कहा जा रहा है कि शायद बूस्टर डोज सिर्फ कुछ लोगो के लिए ही हो जैसे कि बुजुर्गो के लिए।
विभिन्न बूस्टर वैक्सिन का परीक्षण भी चल रहा है। लेकिन सबसे पहले हमे ज्यादा से ज्यादा लोगो को 2 वैक्सीन डोज लगानी है। अगर अपने दोनो डोज भी लगवाई हुई है तो आपको बीमारी और संक्रमण की गंभीरता से बचाव होगा।