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नीरजा भनोट कौन हैं: आज ही के दिन 7 सितम्बर 1964 में चंडीगढ़ में नीरजा भनोट (Neerja Bhanot) जा जन्म हुआ। उनके पिता चंडीगढ़ में ही एक पत्रकार थे। नीरजा ने अपने मॉडलिंग करियर की शुरुआत मुंबई से की और बाद में 'पैन एएम' एयरलाइन्स में फ्लाइट अटेंडेंट बन गयीं। आज उनके जन्मदिन पर आईये जाने इस बहादुर लड़की के बारें में कुछ बातें -
'हीरोइन ऑफ हाईजैक' नीरजा भनोट कौन हैं?
नीरजा भनोट का बचपन आम लड़कियों की तरह हँसते खेलते बिता। उनकी प्राइमरी पढ़ाई तो चंडीगढ़ में हुई लेकिन ग्रेजुएशन के लिए नीरजा मुंबई गयीं। मुंबई से ही उन्होंने अपने मॉडलिंग करियर की शुरुआत की।मॉडलिंग के बाद फ्लाइट अटेंडेंट के तौर पर नीरजा कई देश घूमीं और 5 सिंतबर 1986 को नीरजा मुंबई से अमेरिका जाने वाली फ्लाइट की सीनियर पर्सर रहीं, जहाँ आतंकवादियों से मुठभेड़ और यात्रियों को बचने में नीरजा भनोट शहीद हो गयीं।हाईजैक को फेल करवाने और करीब 360 के लगभग यात्रियों को बचने के लिए नीरजा को 'हीरोइन ऑफ़ हाईजैक' कहा जाने लगा।
आतंकवादियों का किया डट कर सामना
5 सितम्बर 1986 को मुंबई से अमेरिका जाने वाली फ्लाइट को 4 आतंकवादियों के हाईजैक लिया है । नीरजा उस फ्लाइट में सीनियर पर्सर की भूमिका में थीं। ये हाईजैक करीब 17 घंटे चला और अचानक से नीरजा के इमरजेंसी गेट खोल कर लोगों को रेस्क्यू करते वक़्त नीरजा शहीद हो गयीं। नीरजा की बहादुरी ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 'हीरोइन ऑफ हाईजैक' के रूप में मशहूर कर दिया। भारत सरकार ने भी नीरजा भनोट को सर्वोच्च वीरता पुरुष्कार 'अशोक चक्र' और पाकिस्तान में 'तमगा- ए- इंसानियत और अमेरिकी सरकार की तरफ से 'जस्टिस फॉर क्राइम अवॉर्ड' से भी नवाजा गया।
फिल्म 'नीरजा' में सोनम कपूर ने निभाया नीरजा का किरदार
2016 में बॉलीवुड में शहीद नीरजा की बहादुरी को बड़े परदे पर दिखाया गया। राम माधवानी की इस मूवी में नीरजा और उससे जुड़े हाईजैक के किस्से को दिखाया गया है। आज नीरजा हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनकी बहादुरी और उनके ज़ज़्बे को हम सलाम करते हैं।वें फिल्मफेयर अवार्ड में नीरजा को कई अवार्ड्स मिले और दर्शकों ने भी इस फिल्म काफी हद तक पसंद किया। इस फिल्म को और जीवंत बनाने के लिए सोनम कपूर ने नीरजा के घर जा कर, उनके माँ और पिता से नीरजा के बारें में सब पूछा था।