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दुनिया को इंस्पायर करने वाली 2016 में रियो ओलिंपिक में ज्वाइन करने वाली आईओसी रिफ्यूजी की पहली मेंबर युसरा मर्दिनी इस बार भी टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड जीतने के लिए तैयारी में हैं। युसरा मर्दिनी एक सीरियाई तैराक हैं।
कौन है युसरा मर्दिनी ?
युसरा मर्दिनी का जन्म 5 मार्च 1988 को हुआ था जो अभी जर्मनी के शहर हैंबर्ग में रहती हैं। वह रिफ्यूजी ओलंपिक एथलीट टीम की माननीय मेंबर रहीं हैं।
युसरा मर्दिनी एक सीरियाई तैराक हैं जिन्होंने इस बार के टोक्यो ओलंपिक में शिरकत करते हुए दुनिया को रिफ्यूजीस की जिंदगी के बारे में बताने के लिए टाइटल लाइन "वी चोस तो कीप आऊर ड्रीम्स अलाइव" का इस्तेमाल किया है।
रिफ्यूजीज की जिन्दगी की कहानियों को दुनिया के सामने लाने वाली तैराक
उन्होंने अपनी टैगलाइन को दिखाने के लिए एक वीडियो बनाई जिसकी शुरुआत में उन्होंने कहा," हम सभी एक लैंग्वेज या नेशन शेयर नहीं करते हैं। हम सभी की अलग-अलग कहानियां है। लेकिन हम सब में एक चीज सामान्य हैं वह है कि हम सभी जिंदा रहने का सपना देखते हैं।" उन्होंने यह बात अपने ही जैसे बहुत सारे रिफ्यूजीस की जिंदगी की कहानियों को दर्शाने के लिए कही।
युसरा मर्दिनी का ओलंपिक तक का सफर
मर्दिनी जो अपने देश सीरिया से 2015 में एक सिविल वॉर के दौरान भा गई थी। इनकी कहानी बहुत ही ज्यादा प्रेरणादायक है। उनकी जर्नी के दौरान मर्द ने एक नाव पर थी जो ग्रीस में आकर टूट गई। वह और उनकी बहन दोनों ने ही तीन और पैसेंजर्स के साथ 3 घंटे तक समंदर के किनारे नाव को धक्का लगाया और आगे बढ़ीं।
अभी युसरा मर्दिनी 23 वर्ष की हैं और उन्होंने अपने एक्सपीरियंस के बारे में एक ओलंपिक चैनल के इंटरव्यू में काफी कुछ कहा।
शुक्रवार को सीरियाई तैराक मर्दिनी बहुत ही प्राइड के साथ अपनी टीम के झंडे को ओलंपिक की ओपनिंग सेरेमनी में लेकर गईं।