Advertisment

Diwali 2023: दिवाली क्यों मनाई जाती है और इसका महत्त्व क्या है?

ब्लॉग: दिवाली एक ऐसा त्यौहार है जिसकी तैयारियां लोग अपने घरों में कई हफ्तों पहले ही शुरू कर देते हैं। दिवाली कार्तिक महीने की अमावस्या को मनाया जाता है।

author-image
Vaishali Garg
एडिट
New Update
Diwali 2023(Freepik)

Diwali 2023: दिवाली भारत के कुछ बड़े त्यौहारों में से एक है। दिवाली एक ऐसा त्यौहार है जिसकी तैयारियां लोग अपने घरों में कई हफ्तों पहले ही शुरू कर देते हैं। दिवाली कार्तिक महीने की अमावस्या को मनाया जाता है। दिवाली के त्यौहार की लोगों को बड़ी ही बेसब्री से इंतजार रहता है। ये त्यौहार हर साल अक्टूबर यां नवंबर के महीने में आता है। इस दिन लोग अपने घरों को रोशन करते हैं और माता लक्ष्मी और गणेश भगवान की पूजा की जाती है। इस साल दिवाली का त्यौहार 12 नवम्बर को आ रहा है। 

Advertisment

दिवाली पर लोग क्या करते हैं? 

दिवाली का त्यौहार भारत और अन्य कई देशों में बहुत ही धूम धाम से मनाया जाता है। दिवाली नेपाल, भारत, श्रीलंका, आदि देशों में मनाई जाती है। दिवाली के त्यौहार पर लोग अपने घर की सफाई करते हैं। जो की दिवाली के कुछ हफ्तों पहले ही शुरू कर दी जाती है। इसके साथ ही अपने घर को अलग अलग चीजों से जैसे लाइट, रंगोली, लालटेन, फूलों, आदि से सजाते हैं।

दिवाली के दिन के लिए लोग नए कपड़े खरीदते हैं क्योंकि इसे सुभ माना जाता है, माता लक्ष्मी और गणेश भगवान की पूजा करते हैं अपने पूरे परिवार के साथ, अपने घर के दरवाजों पर दिये जलाते हैं।  तोफे बांटते हैं, खुशियां और मिठाई के साथ, इस दिन को अपनो के साथ मनाते हैं। इस दिन को लोग एक दूसरे की खुशियों और प्रेम के लिए ही नहीं बल्कि इस त्यौहार का हमारे हिंदू धर्म में एक बड़ा महत्व है। 

Advertisment

दिवाली के दिन क्या हुआ था? 

1. भगवान राम अयोध्या वापिस आए थे 

दिवाली के दिन भगवान राम, अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ 14 साल के वनवास के बाद अपने घर वापिस लौटे थे। इन तीनों के स्वागत के लिए पूरे अयोध्या को दियों से सजाया था जिसकी वजह से पूरे गांव में रोशनी हो गई थी। तब से लेकर आज तक हर घर में दिवाली का त्यौहार बड़ी ही धूम धाम से मनाया जाता है।

Advertisment

2. दिवाली के दिन जन्मी थी मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु का नरसिंह रूप

माता लक्ष्य धन की देवी हैं, और लोग माता लक्ष्मी की पूजा अपने घर में धन की प्राप्ति के लिए करते हैं। दिवाली के दिन, समुद्र मंथन के दौरान कार्तिक महीने में प्रकट हुई थी माता लक्ष्मी। इसके साथ ही इस दिन माता लक्ष्मी की शादी भगवान विष्णु से हुई थी। इसलिए दिवाली के दिन माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इसके साथ ही विष्णु जी ने नरसिंह रूप लेकर हिरण्यकश्याप का वध किया था।

3. फसलों का त्यौहार 

Advertisment

किसान की हमारे देश में बहुत अहमियत है। मॉनसून की फसल को इस समय काटा जाता है और किसानों के लिए दिवाली का त्यौहार समृद्धि का संकेत होता है । इस त्यौहार को किसान बड़े ही धूम धाम से अपने घरों में मानते हैं और फसल की पूजा भी करते हैं। 

4. भगवान विष्णु ने माता लक्ष्मी को बचाया था 

भगवान विष्णु ने दिवाली के दिन अपने पांचवे अवतार वामन अवतार में आकर देवी लक्ष्मी को राजा बालि की कैद से मुक्त करवाया था। इसलिए दिवाली के इस दिन को माता लक्ष्मी की पूजा करके उन्हे मनाया जाता है और अपने घरों पर कृपा बनाने के लिए प्रार्थना करते हैं।

Advertisment

5. भगवान कृष्ण ने नरकासुर का वध किया था 

राजा नरकासुर ने तीनों लोकों पर आक्रमण किया था और वहां रहने वाले लोगों, देवी देवताओं पर अत्याचार किया था। तब उस अत्याचार को खत्म करने के लिए भगवान कृष्ण ने नरकासुर का वध किया था। नरकासुर का वध करने के बाद श्री कृष्ण ने 16000 महिलाओं को कैद से आजाद किया था। इसलिए इस जीत की खुशी के लिए इस त्यौहार को मनाया जाता है। 

क्या है दिवाली के दिन का महत्व? 

दिवाली का त्यौहार बुराई पर अच्छी की जीत का प्रतिक है। इस दिन अपने घरों में दिया और मोमबत्ती जलाना शुभ माना जाता है और माना जाता है की दियो की रोशनी आपके जीवन में प्रकाश डालते हैं और आपके जीवन में रोशनी भर जाती है। इसके  साथ ही इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा अपने मन से करें तो माता लक्ष्मी आप पर कृपा करके घर में पैसों की कमी नहीं होने देती। इस त्यौहार में मिठाई से अपनो का मू मीठा कराना चाहिए इससे अपनो का प्यार बढ़ता है और ये त्यौहार एक दूसरे को करीब लाता है।

diwali Diwali 2023
Advertisment