महिलाओं की जिंदगी जितनी सरल दिखती है उतनी होती नही है। महिलाओं की जिंदगी मुश्किलों से भरी होती है। एक महिला अपने जिंदगी में एक बेटी के रूप में, एक पत्नी और एक मां के रूप में कई त्याग करती है। लेकिन कुछ ऐसी चीजे है जिनमे महिलाओं ने त्याग नहीं करना चाहिए। आइए जानते है कुछ ऐसे चीजे जिसमे महिलाओं ने कॉम्प्रोमाइज नही करना चाहिए।
इन 5 चीजों को लेकर महिलाओं ने कभी कॉम्प्रोमाइज नही करना चाहिए।(Things women should not compromise in life)
1. खुद का ध्येय
महिलाओं ने कभी अपने ध्येय को नही भूलना चाहिए। अपने ध्येय को हमेशा याद रखे और उसे पूरा करने का प्रयास करे। चाहे कितनी भी कठिनाई आहे किसे के लिए अपने सपनो का त्याग ना करे। याद रखिए चाहे किसी के लिए आप कितना भी त्याग करे अंत में आपकी एहमियत दाव पर ही होती है। पहले खुद अपने सपने साकार करे, ये सबसे ज्यादा जरूरी है।
2. अपनी सेहत को अनदेखा न करे।
ऐसी कई महिलाएं होती है जो घर के काम और जिम्मेदारियों में उलझी रहती है। वे इतनी उलझ जाती है कि अपने सेहत का ध्यान नहीं रखती। फिर वो अपनी सेहत कमजोर कर देती है। महिलाओं ने अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए। समय पर खाना खाना, कसरत करना, समय से नींद पूरी करना, स्ट्रेस कम लेना इत्यादि खयाल खुद का खुद ही रखना चाहिए।
3. किसी के लिए अपना स्वाभिमान नही गवाना चाहिए।
एक महिला अपने जीवन में कई त्याग करती है। कभी पढ़ाई को लेकर, शादी को लेकर और समाज भी महिलाओं के ऊपर अपने फैसले लादने की कोशिश करता है। लेकिन महिलाओं ने ये याद रखना चाहिए कि किसी ऐसी चीज की मान्यता किसी को न दे जिससे उनके स्वाभिमान को ठेस पहुंचे। अगर कोई आपके साथ गलत बरताव करता है और आप से माफी की उम्मीद रखता है तो ये गलत है।
महिलाओं को लोग हमेशा झुकाने की कोशिश करते है और बदले में यह चाहते की वो हमेशा सबकी इज्जत करे। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नही है। अगर आपके साथ कोई दुर्व्यवहार करे तो सहने की कोई जरूरत नहीं। अपने स्वाभिमान को कभी झुकने न दे।
4. खुद के फैसले खुद ले।
महिलाओं के फैसलों पर हमेशा संदेह किया जाता है। अगर उनसे कोई गलती हो जाए तो उनके लिए फैसलों पर सवाल उठाया जाता है। महिलाओं को कोई फैसला लेने के काबिल नई समझा जाता। लेकिन अपने फैसले खुद ले चाहे उसका परिणाम सही हो गलत, महिलाओं ने अपने संबंधित फैसले खुद लेने चाहिए। किसी की सलाह लेने में कोई बुराई नही लेकिन सलाह को अपना फैसला बनाना गलत है।
5. अपनी पहचान
देखा जाता है की महिलाएं शादी के बाद घर गृहस्थी में इतनी व्यस्त हो जाती है कि वो अपने सपने, अपनी रुचि सब धीरे धीरे भूलने लगती है। उनकी पहचान बस एक पत्नी,मां या किसी रिश्ते से जुड़ी होती है। महिलाओं ने अपने सपनो का और ख्वाइशों का त्याग नही करना चाहिए। हमेशा खुद की पहचान बनी रहे इसपर गौर करना चाहिए।
एक महिला को जब एहसास होता है कि वो अभी तक दूसरो के लिए जीती आई है और अंत में उसकी खुद को कोई अलग पहचान नहीं तो वो बहुत खाली महसूस करती है। याद रखे खुद का खयाल रखने में कोई बुराई नही। अगर कोई इसे आपको मतलबी कहे तो ये गलत है।