Learn How The Female Characters Of F.R.I.E.N.D.S Inspired Us: आज हम बात करेंगे Sitcom के फ्रेंड्स के महिला किरदारों की जिन्होंने ना केवल हमें ठहाके लगवाए बल्कि एक औरत को खुद को जानने का, समझने का और खुद से प्यार करने का एक नया नज़रिया भी दियाI इन किरदारों ने हमें प्रेरित करने के साथ-साथ कई अहम मुद्दों पर चर्चा भी की जैसे कि एडॉप्शन, ओ.सी.डी, सरोगेसी, डिप्रेशन और बॉडी शेमिंगI कॉमेडी शोस तो बहुत आएंगे लेकिन हसाने के साथ जागरूक करना भी निर्देशकों की एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है जो उन्होंने बखूबी निभाईI इन किरदारों ने बड़े ही सरल तरीके से हमें खुद से अवगत कराया, यह दिखाया कि सहेलियों की दोस्ती कितनी पक्की और निश्चल होती हैI
आइए जानते है, 'फ्रेंड्स' के किरदारों ने किस तरह महिलाओं को प्रेरित किया?
1. मोनिका
मोनिका वह है जिसे बचपन से सबकुछ मिला सिवाए एक चीज़ के वह है- इज़्ज़त! भले ही वह कितनी भी गुणी क्यों ना हो बात केवल घूम फिर के उसके वज़न पर ही आकर रुकती थी, हर बार उसके वज़न का मज़ाक उड़ाया जाता था I घर पर उसके भाई के होते उसे हमेशा अंडरएस्टीमेट किया गयाI परंतु इन सबके बावजूद वह कभी रुकी नहीं और अपने पैरों पर खड़ी हुईI उसने ना सिर्फ़ अपने आप को बल्कि अपने दोस्तों को भी संभाला और उनसे अपार स्नेह कियाI मोनिका के किरदार ने ओ.सी.डी जैसे एक संवेदनशील मुद्दे पर चर्चा कीI मोनिका वह औरत है जिसके अपने गुण और खामियों के होते हुए भी वह एक सशक्त एवं आत्मविश्वासी महिला हैI उसने यह बात साबित की कि मां बनने के लिए बच्चे को जन्म देना ज़रूरी नहींI हमें यह सिखाया कि एक औरत को कभी हार नहीं माननी चाहिए और अपने सपने पूरे करने कि क्षमता रखनी चाहिएI चाहे कोई कुछ भी कहे, हमें अपने शरीर से सदैव प्यार करना चाहिए और उस पर गर्व महसूस करना चाहिएI
2. रेचल
रेचल के पास दुनिया भर की ऐशो-आराम होने के बावजूद उसे यह महसूस हुआ कि वह खुश नहीं है और उसने खुद से वह कदम उठाया जो शायद ही ज़्यादातर लड़कियां लेने से पहले डर जाती हैI उसने ना केवल अपनी जिंदगी अपनी शर्तों में जीने के लिए अपने पिता के सभी सुख-साधनों का त्याग किया बल्कि खुद से दिन रात मेहनत करके कामयाबी हासिल कीI रेचल वह उदाहरण है जिसने हमें सिखाया कि जीवन में कभी भी अपने आप को बदलने के लिए और कुछ कर दिखाने के लिए कभी भी देर नहीं होतीI रेचल जिससे पहले किसी को कोई उम्मीद नहीं थी उसी औरत ने जीवन में सफलता प्राप्त करने के अलावा सिंगल मदर बनकर अपनी बेटी को संभालाI
3. फीबी
एक लड़की जिसे बचपन में ना तो मोनिका और रेचल की तरह मां-बाप का प्यार मिला ना ही किसी तरह की सुख-सुविधाएं प्राप्त हुई, रास्ते की ठोकरें खाई, संघर्ष किया तब जाकर सिर के ऊपर छत और खाना मिलाI परंतु उसने कभी भी अपने आप को टूटने नहीं दिया वह है फीबीI जिसने खुशी-खुशी सारी चुनौतियों का सामना किया और सबसे बढ़कर अपने दोस्तों को अहमियत दी जो उसके लिए परिवार से भी बढ़कर थेI वह हम सबके लिए सही वह इतनी दयालु थी वह फीबी सबसे दयालु थी जिसके लिए दूसरों की मदद करना ही सबसे ज़रूरी थाI फीबी हमें यह सिखाती है कि जैसे हो वैसे ही रहो, खुद से प्यार करना सीखो, दूसरों से अलग होने में कोई बुराई नहीं है इसका हमें कभी भी कोई पछतावा नहीं होना चाहिएI