Why should we avoid taking medicines during periods? पीरियड्स का समय हर महिला के जीवन का एक प्राकृतिक और महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। हालांकि, इस दौरान होने वाला दर्द और असहजता कभी-कभी काफी कष्टदायक हो सकता है। बहुत सी महिलाएँ इस दर्द से राहत पाने के लिए दवाओं का सहारा लेती हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि पीरियड्स के दौरान दवाओं का सेवन हमेशा फायदेमंद नहीं होता? कई बार ये दवाएं तुरंत आराम तो देती हैं, लेकिन इनके दीर्घकालिक प्रभाव शरीर पर नकारात्मक हो सकते हैं। आइए विस्तार से समझते हैं कि क्यों पीरियड्स के दौरान दवाओं का अत्यधिक या अनियंत्रित सेवन सही नहीं है।
पीरियड्स के दौरान क्यों दवाओं के सेवन से बचे ?
1.प्राकृतिक हार्मोनल संतुलन को बिगाड़ना
पीरियड्स के दौरान हमारा शरीर कई हार्मोनल बदलावों से गुजरता है। एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन, मासिक धर्म चक्र को नियंत्रित करते हैं। इस दौरान जब हम दर्द निवारक या अन्य दवाएं लेते हैं, तो ये दवाएं हमारे शरीर के प्राकृतिक हार्मोनल संतुलन को प्रभावित कर सकती हैं।
2. लिवर और किडनी पर अनावश्यक दबाव
हमारा शरीर दवाओं को पचाने और बाहर निकालने के लिए लिवर और किडनी पर निर्भर होता है। जब हम बार-बार दर्द निवारक दवाओं का सेवन करते हैं, खासकर एनएसएआईडी (NSAIDs) जैसी दवाओं का, तो यह लिवर और किडनी पर दबाव डालता है। इन अंगों की कार्यक्षमता पर दीर्घकालिक असर हो सकता है।
3. पाचन तंत्र पर दवाओं का दुष्प्रभाव
पीरियड्स के दौरान कई महिलाओं को पहले से ही पेट में गैस, सूजन और एसिडिटी जैसी समस्याएं होती हैं। दर्द निवारक दवाओं का सेवन इन समस्याओं को और बढ़ा सकता है। खासकर एनएसएआईडी जैसे इबुप्रोफेन और एस्पिरिन, पेट के म्यूकस लेयर को नुकसान पहुँचाकर अल्सर या पेट दर्द का कारण बन सकते हैं।
4. रक्तस्राव में वृद्धि
कुछ दवाएं, जैसे एस्पिरिन, खून को पतला करने का काम करती हैं। अगर पीरियड्स के दौरान ये दवाएं ली जाती हैं, तो खून का बहाव बढ़ सकता है। यह समस्या उन महिलाओं के लिए और भी गंभीर हो सकती है, जिन्हें पहले से ही भारी रक्तस्राव होता है।
5. दवाओं पर निर्भरता और आदी हो जाना
पीरियड्स के दौरान दर्द से तुरंत राहत पाने के लिए बार-बार दवाओं का सेवन करने से शरीर धीरे-धीरे इन दवाओं का आदी हो सकता है। इस स्थिति में, शरीर की प्राकृतिक दर्द सहने की क्षमता कम हो जाती है, और छोटी-छोटी समस्याओं के लिए भी दवाओं की जरूरत महसूस होने लगती है।