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Image: (Freepik)
Why Weight Training and Cardio Excercise Are Necessary For Women: महिलाओं के लिए खुद को स्वस्थ और फिट रखने के लिए एक्सरसाइज करना बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। और स्वस्थ रहने के लिए आज के समय में महिलाएं जिम जाती हैं, योग क्लास लेती हैं या खुद घर पर ही एक्सरसाइज करना सही समझती हैं। गुम में आज के दौर में महिलाओं को भी वेट ट्रेनिंग दी जाती है साथ ही कार्डियो एक्सरसाइज भी उन्हें कराई या सिखाई जाती हैं। और इन दोनों को मिलाकर करने से शरीर को संपूर्ण रूप से फायदा मिलता है और महिलाएं लंबे समय तक स्वस्थ और ऊर्जावान रहती हैं। आज हम आपको बताएंगे कि महिलाओं के लिए वेट ट्रेनिंग और कार्डियो एक्सरसाइज क्यों जरूरी हैं!
कार्डियो और वेट ट्रेनिंग के महिलाओं को फायदे
हड्डियों की मजबूती
उम्र बढ़ने के साथ महिलाओं की हड्डियों कमजोर होने लगती हैं जिससे उन्हें ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं की ज्यादा संभावना हो सकती हैं। लेकिन वेट ट्रेनिंग महिलाओं ने बोन डेंसिटी को बढ़ाने में मदद करती है जिससे हड्डियां ज्यादा मजबूत बनती हैं। जब हम वेट ट्रेनिंग करते हैं तो हड्डियों पर हल्का दबाव पड़ता है और इस दवाब से ही वे और अधिक मजबूत होती हैं। इसी तरह कार्डियो एक्सरसाइज जैसे दौड़ना, चलना या जॉगिंग करना भी हड्डियों के लिए फायदेमंद हैं। यह हड्डियों को लचीला और मजबूत बनाए रखने में मदद करती हैं, जिससे उम्र बढ़ने के बाद भी फ्रैक्चर और जोड़ों की समस्याओं का खतरा महिलाओं में कम होता है।
मासपेशियां मजबूत होती हैं
पुरुषों की तुलना में महिलाओं के शरीर में कम मांसपेशियां होती हैं लेकिन महिलाएं इन्हें कुछ एक्सरसाइज के जरिए मजबूत बना सकती हैं। वेट ट्रेनिंग से मांसपेशियां विकसित होती हैं जिससे शरीर और भी ज्यादा ताकतवर बनता है। यह न केवल फिजिकल स्ट्रेंथ को बढ़ती है बल्कि सहनशक्ति यानी एंड्यूरेंस को भी सुधारी है। वहीं कार्डियो एक्सरसाइज से शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति अच्छे से होती है जिससे मांसपेशियों को ज्यादा ऊर्जा मिलती है और थकान भी जल्दी नहीं होती। अगर महिलाएं इन दोनों तरह की एक्सरसाइज को अपनी रोजाना की जिंदगी में शामिल करती हैं तो लंबे समय तक एक्टिव रह सकती हैं और बिना थके रोजमर्रा के कामों को बेहद आसानी से कर सकती हैं।
शरीर में लचीलापन आता है
महिलाओं में लचीलापन का होना बहुत जरूरी है क्योंकि इससे शरीर हल्का और फुर्तीला होता है। वेट ट्रेनिंग और कार्डियो शरीर के मूवमेंट को सुधारने में मदद करती हैं और स्टीफनेस को कम करती हैं। योग, स्ट्रेचिंग और कार्डियो एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में शामिल करके महिलाएं शरीर की फ्लेक्सिबिलिटी को बढ़ा सकती हैं और लंबे समय तक फिट और सक्रिय बनी रह सकती हैं।
क्रॉनिक बीमारियों का खतरा कम होता है
महिलाओं में आजकल हृदय रोग, डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं और इनसे बचने के लिए नियमित वेट ट्रेनिंग और कार्डियो एक्सरसाइज करना फायदेमंद होता है। कार्डियो एक्सरसाइज से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में मदद मिलती है। और वेट ट्रेनिंग से ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है जिससे डायबिटीज का खतरा कम होता है। इसके साथ ही नियमित एक्सरसाइज करने से कोलेस्ट्रॉल का भी स्तर संतुलित रहता है और महिलाओं में दिल की बीमारियों का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है।
हृदय को स्वस्थ रखने में मददगार
अगर आपका हृदय स्वस्थ है तो पूरा शरीर ऊर्जावान रहेगा और हृदय को स्वस्थ बनाए रखने के लिए कार्डियो एक्सरसाइज बेहद फायदेमंद होती है। रनिंग, साइकलिंग या कोई भी अन्य कार्डियो एक्सरसाइज जब महिलाएं करती हैं तो उनके हृदय की कार्यक्षमता बढ़ती है और रक्त संचार में सुधार आता है। वेट ट्रेनिंग भी शरीर के मेटाबॉलिज्म को तेज करती है और हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में भी मदद करती है।
वजन नियंत्रित करने में सहायक
महिलाओं के जीवन भर में वजन का बढ़ना एक आम समस्या है। खासकर प्रेग्नेंसी, मेनोपॉज के बाद या उम्र बढ़ने के साथ यह समस्या तेजी से बढ़ सकती है। ऐसे में सही वेट ट्रेनिंग और कार्डियो एक्सरसाइज करने से वजन नियंत्रित रहता है। कार्डियो एक्सरसाइज से कैलोरी बर्न होती है जबकि वेट ट्रेनिंग से मेटाबॉलिज्म तेज होता है और अगर ये दोनों एक्सरसाइज मिलकर की जाएं तो वजन को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी और महिलाएं अपनी बॉडी शेप को बेहतर बना सकती हैं।
नींद में सुधार लाती हैं
नींद की कमी भी सेहत पर बहुत बुरा असर डाल सकती है लेकिन नियमित रूप से एक्सरसाइज करने से आपकी नींद की गुणवत्ता में सुधार आता है। जब महिलाएं वेट ट्रेनिंग और कार्डियो एक्सरसाइज करती हैं तो शरीर में ऐसे हार्मोन रिलीज होते हैं जो नींद को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। इससे न केवल शरीर को आराम मिलता है बल्कि मानसिक रूप से भी महिलाएं और ज्यादा फ्रेश महसूस करती हैं।