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Nivedita Ghosh Photography via Atulan and Divesh
यह एक ऐसी प्रेम कहानी है जैसे किसी रोम कॉम फिल्म से निकली हो। दो जोशीले डांसर रिहर्सल के दौरान एक दूसरे की आंखों में देखते हैं, प्यार में पड़ जाते हैं और हर मुश्किल का सामना करते हुए साथ में एक खूबसूरत ज़िंदगी बनाते हैं। यही है अतुलन पुरोहित और दिवेश तोलानी की कहानी, वह प्यारा जोड़ा जो भारत को दिखा रहा है कि प्यार का कोई एक रंग नहीं होता।
क्रिएटर कपल अतुलन और दिवेश: सार्वजनिक नजरों में जीने और प्यार करने का मतलब क्या होता है
अपने सोशल मीडिया पेज Honey Imm Home के ज़रिए, वे एक भारतीय क्वियर फैमिली के रूप में अपनी ज़िंदगी को दस्तावेज़ कर रहे हैं और अपने जैसे लोगों के लिए ऑनलाइन दुनिया में एक और अधिक अपनापन भरी जगह बना रहे हैं।
SheThePeople के साथ बातचीत में अतुलन और दिवेश ने अपनी ज़िंदगी और रिश्ते की कहानी साझा की। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने मुश्किलों का सामना किया, क्या क्या सीखा और कैसे उनकी कहानी दूसरों को सच्चे प्यार और अपनेपन को अपनाने की प्रेरणा दे सकती है। यह रहा इंटरव्यू का एक हिस्सा।
अतुलन और दिवेश की बातचीत SheThePeople के साथ
STP: सबसे पहले, आप दोनों अपना अपना परिचय दीजिए। आप कहाँ पले बढ़े और अब तक आपकी प्रोफेशनल यात्रा कैसी रही है?
अतुलन: मैं, अतुलन पुरोहित (he/him), 29 साल का हूँ। मेरा जन्म कोलकाता में हुआ और परवरिश दिल्ली में हुई। बाद में मैं मुंबई आ गया, जहाँ से मेरी प्रोफेशनल डांस जर्नी शुरू हुई। मैंने एक डांस कंपनी के साथ अलग अलग डांस फॉर्म्स में डांस किया, सिखाया और परफॉर्म किया।
इस समय मैं न्यूयॉर्क स्थित एक barre fitness कंपनी में पार्ट टाइम फिटनेस ट्रेनर हूँ और साथ ही दिवेश के साथ मिलकर Honey Imm Home नाम से कंटेंट भी बनाता हूँ।
दिवेश: मैं, दिवेश तोलानी (he/him), 24 साल का हूँ। मेरा जन्म और परवरिश मुंबई में हुई है। छह साल पहले मेरी मुलाकात अतुलन से उसी डांस कंपनी में हुई, जहाँ हम दोनों ट्रेनिंग और परफॉर्मेंस करते थे। अभी मैं एक भारतीय कंपनी में in-house marketing executive के रूप में काम करता हूँ और कंटेंट क्रिएटर भी हूँ।
STP: क्या आप अपने जेंडर आइडेंटिटी की यात्रा के बारे में थोड़ा बता सकते हैं जैसे आपने अपनी सेक्सुएलिटी को कैसे स्वीकार किया, क्या इस दौरान परिवार, समाज या खुद के भीतर कोई चुनौतियाँ आईं? और बचपन में आपका सपोर्ट सिस्टम कैसा था?
अतुलन और दिवेश: हम ऐसे माहौल में नहीं बड़े हुए जहाँ हमें समझाया गया हो कि क्वियर लव कैसा दिखता है। न फिल्मों में और न ही समाज में हमें खुश और स्वस्थ क्वियर रिश्तों के उदाहरण दिखाए गए। इसलिए जो भी हमारे पास है, वो सब हमने खुद से, शुरू से बनाया है।
कैसे हम एक दूसरे से बात करते हैं, प्यार जताते हैं, घर के काम बाँटते हैं या भविष्य की योजना बनाते हैं, यह सब हमने समय और प्यार से खुद सीखा और बनाया है।
हाँ, चुनौतियाँ भी थीं। शुरुआत में अस्वीकार किए जाने का डर, खुद के कुछ हिस्सों को छिपाने का बोझ और समाज की उम्मीदों में “फिट होने” का लगातार दबाव।
परिवार की स्वीकृति तुरंत नहीं मिली। उस दौर से गुजरने के लिए ईमानदारी, कई कठिन बातचीतें और बहुत सारी हिम्मत की ज़रूरत पड़ी। समाज में अब भी कुछ हद तक कलंक मौजूद है, इसलिए रोजमर्रा की ज़िंदगी में हमें थोड़ा अतिरिक्त आत्म संरक्षण रखना पड़ता है।
इसके अलावा, बचपन में स्कूलिंग और आसपास के माहौल से जो अंदरूनी होमोफोबिया हमारे भीतर भर गया था, खासकर उन लोगों से जिन्हें हम भरोसेमंद मानते थे, उसे समझना और उससे बाहर आना अब भी हमारी यात्रा का हिस्सा है।
STP: मुझे पता है कि आप दोनों की मुलाकात एक डांस कंपनी में हुई थी और बाद में आप डेट करने लगे। क्या आप बता सकते हैं कि परफॉर्मिंग ने आपको self-expression और एक कपल के रूप में community का एहसास दिलाने में कैसे मदद की?
अतुलन और दिवेश: खुद को खुलकर व्यक्त करने का बहुत सारा आत्मविश्वास हमें मूवमेंट से मिला, खासकर तब जब हम प्रोफेशनल डांस ट्रेनिंग कर रहे थे। उस समय हमें बिना किसी लेबल के बस खुलकर मूव करने की आज़ादी थी।
लेकिन जब दर्शकों के सामने परफॉर्म करने की बात आई, जहाँ डांसर के रूप में अपने आप को आर्थिक रूप से स्थिर रखना असली चुनौती थी, तब चीजें थोड़ी अलग थीं।
हमें अक्सर वे हिस्से दिए जाते थे जिन्हें मर्दाना माना जाता है, जैसे लड़कों से उम्मीद की जाती है कि वे लड़कियों को उठाएँ, स्टंट करें वगैरह। वहीं लड़कियों को pointe shoes पहनने और नाज़ुक, सुंदर मूवमेंट करने की छूट होती है।
हमें कहा जाता था कि “यही बिकता है”, “लोग यही देखना चाहते हैं”। यानी एक तरह से समाज अब भी हमें अपने असली रूप में रहने से रोकता है।
STP: भारत में live-in relationship को अब भी कई बार विद्रोह जैसा माना जाता है। क्या आपको इस वजह से कुछ अलग तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा? और आप समाज की सोच या पूर्वाग्रहों से कैसे निपटते हैं?
अतुलन और दिवेश: बिल्कुल। हमें कई बार ऐसी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है जिनके बारे में ज़्यादातर straight कपल्स को सोचना भी नहीं पड़ता।
जैसे, किसी होटल में एक साथ कमरा बुक करना तो हमें अक्सर दो सिंगल बेड दिए जाते हैं। “हम तो बस दोस्त हैं” यह जवाब हमारी ज़ुबान पर हमेशा तैयार रहता है ताकि कोई अजीब स्थिति या मना करने की नौबत न आए।
2023 में जब हम live-in के लिए घर ढूंढ रहे थे, तो वो शायद सबसे मुश्किल दौर था। कई landlords ने बेवजह सवाल पूछे या सच्चाई जानने के बाद बात ही बंद कर दी। लेकिन सालों बाद जब हम आखिरकार अपने घर में शिफ्ट हुए, तो वो हमारे लिए उन सभी मकान मालिकों के लिए एक प्यारा सा जवाब था।
STP: आपके रिश्ते में अब तक सबसे मुश्किल हिस्सा क्या रहा है? और आपके मजबूत बंधन का राज़ क्या है?
अतुलन और दिवेश: सब कुछ हमेशा आसान नहीं रहा, लेकिन हर बार हम एक साथ उससे निकले हैं और अब कोई भी चुनौती हमें चुनौती जैसी नहीं लगती।
एक दूसरे पर जो भरोसा है, वही हमारी सबसे बड़ी ताकत है। हम सच में “हम दोनों बनाम दुनिया” वाले कपल हैं!
STP: आपने कंटेंट क्रिएशन शुरू करने का फैसला कैसे किया?
अतुलन और दिवेश: यह कभी कोई बड़ा फैसला नहीं था। हम बस करना शुरू कर दिए, यह जाने बिना कि इसे “कंटेंट क्रिएशन” कहा जाता है। डांस के अलावा हमें travel का शौक ने जोड़ा। इससे हमारा रिश्ता और गहरा हुआ।
धीरे धीरे हमने सोचा कि क्यों न अपनी यात्राएँ दोस्तों और परिवार के लिए डॉक्यूमेंट करें। इसी सोच से हमारा पेज Honey Imm Home बना, जिसे हमने अपनी पहली ट्रिप के दौरान शुरू किया। समय के साथ लोगों ने हमें बताना शुरू किया कि हमारी मौजूदगी उन्हें प्रेरित करती है। उस दिन से हमने तय कर लिया कि इसे कभी हल्के में नहीं लेंगे।
आज तक यही चीज हमें आगे बढ़ने और सोशल मीडिया पर बेहतर करने की प्रेरणा देती है और यह हमारे लिए एक purpose बन गया है।
STP: एक क्रिएटर के रूप में, क्या आपको लगता है कि आपकी यात्रा अब सिर्फ निजी नहीं रही, बल्कि एक बड़ी community को रिप्रेजेंट करने की ज़िम्मेदारी भी बन गई है?
अतुलन और दिवेश: सोशल मीडिया पर perfect दिखने का दबाव बेकार है। अगर आप सच्चे हैं, गलतियाँ करते हैं और उन्हें स्वीकार करते हैं, तो वही काफी है। हमें कम्युनिटी को रिप्रेजेंट करने का कोई दबाव नहीं लगता। हमारे काम हमारे बारे में ज़्यादा बताते हैं। हम एक परिवार का हिस्सा हैं, लेकिन अगर हमसे कोई गलती होती है तो उसकी वजह से पूरे समुदाय की छवि पर असर नहीं पड़ना चाहिए।
STP: सोशल मीडिया पर negative criticism से आप कैसे निपटते हैं? भारत में एक queer couple के तौर पर खुलकर जीना अपने आप में साहस की बात है।
अतुलन और दिवेश: हाँ, Honey Imm Home जल्दी ही trolls का निशाना बन गया। समाज में LGBTQIA+ कम्युनिटी के लिए स्वीकार्यता अभी भी बढ़ रही है, इसलिए इस सफर में निगेटिविटी भी साथ आई।
शुरुआत में हमने इसे ऐसे देखा कि लोग अपनी ही असुरक्षाएँ हम पर निकाल रहे हैं और हमने इसे खुद पर हावी नहीं होने दिया।
हमें लगा कि यह बस उस engagement का हिस्सा है जो पब्लिक में आने से होती है। लेकिन हाल ही में यह ज़्यादा थकाने वाला हो गया है।
सुबह उठते ही स्क्रीन पर ऐसे कमेंट्स देखना दिल तोड़ देता है। सोचिए, आप किसी शांत dinner date पर हैं, फोन उठाते हैं कि शायद कोई ज़रूरी मैसेज होगा, लेकिन पता चलता है कि कोई अजनबी आपको सिर्फ इसलिए गालियाँ दे रहा है क्योंकि आप अपने जैसे हैं।
अब हम bulk block करते हैं और Instagram व YouTube के वो फीचर्स यूज़ करते हैं जो हेटफुल स्पीच को ऑटोमेटिकली ब्लॉक कर देते हैं।
कभी हम इतने मज़बूत होते हैं कि इससे प्रभावित नहीं होते, और कभी नहीं, और वो भी ठीक है।
STP: अपने रिश्ते को सार्वजनिक रूप से साझा करने के साथ जो ध्यान और ज़िम्मेदारी आती है, उसमें आप अपनी mental health कैसे संभालते हैं और सीमाएँ कैसे तय करते हैं?
अतुलन और दिवेश: हम अपने skincare sessions को बहुत गंभीरता से लेते हैं!
कभी कभी बस ऐप्स बंद कर देना, एक दूसरे से बात करना कि कैसा महसूस हुआ, और फिर थोड़ा skincare करना, यही हमें फिर से ताज़ा कर देता है।
STP: अगर आप अपने छोटे वर्ज़न से बात कर पाते, तो उन्हें अपनी पहचान, प्यार और उम्मीद के बारे में क्या कहना चाहेंगे?
संदेश: सब ठीक हो जाएगा। यह सफर एक बहुत ही खूबसूरत अंत तक जाएगा।
जो बेबसी तुम अभी महसूस कर रहे हो, वो एक दिन चली जाएगी।तुम्हारा परिवार तुम्हें स्वीकार करेगा। तुम्हें तुम्हारा साथी मिलेगा और एक दिन, तुम अपने जैसे कई लोगों के लिए प्रेरणा बनोगे।
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