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Is White Discharge Increasing in Summer? Know What's Normal and When to See a Doctor: गर्मियों का मौसम सिर्फ थकान और पसीना ही नहीं, बल्कि महिलाओं के लिए कुछ खास स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियां भी लेकर आता है। इन्हीं में से एक है वजाइनल डिस्चार्ज, जिसे आमतौर पर "वाइट डिस्चार्ज" कहा जाता है। कई महिलाएं गर्मियों में इसकी मात्रा में बढ़ोतरी महसूस करती हैं। ऐसे में यह समझना जरूरी हो जाता है कि यह बदलाव सामान्य है या किसी संभावित स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है।
Summer Discharge Concerns: क्या गर्मियों में वाइट डिस्चार्ज हो रहा है ज्यादा? जानिए क्या है नॉर्मल और कब लें डॉक्टर की सलाह
वाइट डिस्चार्ज
वाइट डिस्चार्ज महिलाओं के शरीर का एक प्राकृतिक तरीका है, जिससे वेजाइना को साफ और स्वस्थ बनाए रखा जाता है। यह तरल पदार्थ डेड सेल्स और बैक्टीरिया को बाहर निकालता है, जिससे संक्रमण का खतरा कम होता है। हर महिला में इसकी मात्रा, रंग और गाढ़ापन अलग हो सकता है, जो मुख्य रूप से हार्मोनल बदलाव, पीरियड्स साइकिल और उम्र पर निर्भर करता है।
गर्मियों में डिस्चार्ज बढ़ने की वजह
1. पसीना और उमस
गर्मियों में शरीर अधिक पसीना छोड़ता है, जिससे वेजाइनल एरिया में भी नमी बनी रहती है। यह नमी डिस्चार्ज को ज्यादा महसूस करवा सकती है, जबकि यह सामान्य प्रक्रिया हो सकती है।
2. टाइट और सिंथेटिक कपड़े
अगर आप गर्मियों में भी टाइट या नॉन-कॉटन अंडरवियर पहनती हैं, तो वहां एयर सर्कुलेशन कम होता है और नमी बनी रहती है। इससे वेजाइना में इरिटेशन और डिस्चार्ज बढ़ सकता है।
3. हॉर्मोनल बदलाव
गर्मियों की थकान, नींद की कमी या स्ट्रेस से शरीर में हॉर्मोनल असंतुलन हो सकता है, जिससे डिस्चार्ज की मात्रा प्रभावित होती है।
क्या है नॉर्मल डिस्चार्ज?
नॉर्मल डिस्चार्ज आमतौर पर सफेद, हल्का क्रीमी या पारदर्शी रंग का होता है। इसकी गंध बहुत हल्की या बिना गंध होती है, और बनावट पतली या हल्की चिपचिपी हो सकती है। सबसे जरूरी बात यह है कि इसमें जलन या खुजली नहीं होनी चाहिए। अगर आपका डिस्चार्ज इन सभी मापदंडों पर खरा उतरता है, तो चिंता की कोई बात नहीं है।
कब लें डॉक्टर की सलाह?
अगर डिस्चार्ज का रंग पीला, हरा या ग्रे हो जाए, उसमें तेज या बदबूदार गंध आने लगे, वेजाइना में खुजली, जलन या सूजन हो, पेशाब के दौरान जलन महसूस हो या डिस्चार्ज में खून के धब्बे दिखें, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए। ये लक्षण किसी यौन संचारित रोग (STD), यीस्ट इंफेक्शन या बैक्टीरियल वैजिनोसिस का संकेत हो सकते हैं, जिनका समय पर इलाज ज़रूरी होता है।
बचाव के तरीके
ये बचाव के आसान उपाय है, जैसे हमेशा कॉटन अंडरवियर पहनें और दिन में एक बार जरूर बदलें, इंटिमेट एरिया को साफ और सूखा रखें, बहुत ज्यादा साबुन या केमिकल वाले वॉश प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल न करें, खूब पानी पिएं और शरीर को हाइड्रेटेड रखें, हाइजीन का विशेष ध्यान रखें, खासकर पीरियड्स के दिनों में।