Is It Normal To Have White Discharge Everyday? महिलाओं में हार्मोनल बदलाव के कारण उनके शरीर में कई परिवर्तन दिखते हैं। उन्हीं में से एक है- व्हाइट डिस्चार्ज, जो कि एक प्रकार सफेद तरल पदार्थ होता है। यह महिलाओं की योनि से स्रावित होता है, जिसका निकलना उनके शरीर के लिए बिल्कुल सामान्य है, लेकिन कई बार यह सामान्य स्थिति असामान्य हो सकती है। जिसमें रंग, गंध व गाढ़ापान में बदलाव दिख सकता है। यह आमतौर पर वजाइना की क्लीनिंग करते हैं। जिसका निकलना स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी होता है, लेकिन सवाल यह है कि रोजाना व्हाइट डिस्चार्ज का निकलना सामान्य संकेत है या किसी स्वास्थ्य समस्या की ओर इशारा।
क्या रोजाना व्हाइट डिस्चार्ज का होना सामान्य है?
महिलाओं में व्हाइट डिस्चार्ज का स्त्राव बिल्कुल सामान्य होता है। जो उनके हेल्दी स्वास्थ्य को दर्शाता है, लेकिन रोजाना सफेद डिस्चार्ज होने लगे तो यह सामान्य है या नहीं, तो बता दें कि हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक महिलाओं के शरीर में रोजाना आधा से लेकर एक चम्मच तक व्हाइट डिसचार्ज का होना बिल्कुल सामान्य होता है। जो कि बिल्कुल गंध रहित होता है। हालांकि, कई बार इसकी कंसिस्टेंसी में बदलाव हो सकते हैं, तब यह स्टिकी और पतली हो सकती है लेकिन इसका रंग भी काफी मैटर करता है। जो कि सफेद, क्लियर या मिल्की रंग का होता है। यह आमतौर पर महिलाओं के कई कारकों पर निर्भर करता हैं। जिसमें प्रेग्नेंसी, मेंस्ट्रूअल साइकिल या ओव्यूलेशन जैसे कारक जिम्मेदार होते हैं। इस कारण इसमें कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
किन स्थितियों में होते हैं व्हाइट डिस्चार्ज नॉर्मल?
- यदि आपके पीरियड से पहले व बाद में व्हाइट डिस्चार्ज हो रहे हैं, तो ऐसी स्थिति में यह सामान्य होता है क्योंकि इससे महिलाओं को किसी भी तरह के इन्फेक्शन का खतरा नहीं बना रहता।
- अमूमन महिलाओं में हार्मोनल परिवर्तन होते रहते हैं। जिसके बदलाव होने पर व्हाइट डिस्चार्ज होना नॉर्मल होता है।
- पीरियड से पहले व्हाइट डिस्चार्ज द्रवों से भरा होता हैं, जो कि नॉर्मल होता है, तब इसका रंग हल्का पीला हो जाता है।
- यदि आपकी योनि से क्रीमी व्हाइट डिस्चार्ज हो रहे हैं, तो समझ जाए कि आपकी बॉडी में ओव्यूलेशन हो रहा है, जो कि नॉर्मल है।
- प्रेग्नेंसी में भी सफेद डिस्चार्ज होते हैं, लेकिन यह हार्मोंस में बदलाव या वजाइना इन्फेक्शन के कारण थोड़े कम मात्रा में या अधिक हो सकते हैं और साथ ही इसके रंग में बदलाव के साथ-साथ इससे तेज स्मेल भी आ सकती है।
कब होता है ज़रूरत से ज्यादा व्हाइट डिस्चार्ज?
कई बार महिलाओं में ज़रूरत से ज्यादा व्हाइट डिस्चार्ज होते हैं, जो कि वजाइनल इंफेक्शन के कारण होते हैं। जिसके पीछे हार्मोनल चेंजेज, प्रजनन अंग में यीस्ट का बढ़ना, ब्रेस्टफीडिंग, फिजिकल रिलेशन, डायबिटीज व एंटीबायोटिक जैसे कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। जिस कारण योनि से ज्यादा मात्रा में सफेद डिस्चार्ज होना शुरू हो जाता है।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।