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5 Kitchen Ingredients That Are Rich in Anti-Bacterial Properties: भारतीय रसोई केवल खाने-पीने की जगह नहीं है बल्कि एक प्राकृतिक औषधालय भी है। हमारी रसोई में ऐसी घरेलू चीजें मौजूद हैं, जिनमें प्राकृतिक तौर पर एंटी-बैक्टीरिया गुण होते हैं और ये न सिर्फ खाने के स्वाद को बढ़ाती हैं बल्कि परिवार को संक्रमण, वायरल और अन्य बीमारियों से भी बचाती हैं। आइए जानते हैं ऐसी ही 5 प्रभावी सामग्री के बारे में, जो बैक्टीरिया से लड़ने और शरीर को स्वस्थ रखने में मददगार हैं और हम सभी के घरों में आसानी से मिल जाती हैं।
5 एंटी-बैक्टीरिया किचेन इंग्रेडिएंट्स
1. हल्दी
हल्दी को ‘गोल्डन स्पाइस’ के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इसमें करक्यूमिन (Curcumin) नाम का तत्व पाया जाता है जो एंटी-बैक्टीरिया, एंटी-वायरल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर एंटी-बायोटिक है। हल्दी का दूध पीने से इम्युनिटी बूस्ट होती है और अगर इसे सरसों के तेल में मिलाकर चोट या घाव पर लगाया जाए तो घाव खराब नहीं होती और जल्दी ठीक हो जाता है।
2. दालचीनी
दालचीनी में सिनामाल्डिहाइड (Cinnamaldehyde) तत्व होता है, जो हानि पहुंचने वाले बैक्टीरिया और फंगल इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करता है। आप दालचीनी को पीसकर इस पाउडर स्टोर कर सकती हैं और रोजाना 1 से 2 चुटकी दालचीनी पाउडर को चाय या गर्म पानी में मिलाकर इसका सेवन कर सकती हैं। इसके अलावा स्किन इन्फेक्शन में दालचीनी में शहद मिलाकर इसे इन्फेक्शन वाली जगह पर लगाने से राहत मिलती है।
3. लौंग
लौंग में यूजेनॉल (Eugenol) नामक घटक होता है जो एंटी-बैक्टीरिया और एंटी-वायरल गुणों से भरपूर है। यह इन्फेक्शन और दांतों की समस्याओं, गले की खराश में बेहद असरदार होता है। अगर आपके दांत में दर्द है तो आप लौंग का तेल लगा सकते हैं। वहीं गले की खराश के लिए लौंग और शहद को साथ मिलकर सेवन करने से गला ठीक हो जाता है और इसके अलावा अगर आपको खाना पचाने में समस्या आती है तो खाने में लौंग डालकर खाएं, इससे पाचन अच्छा होता है।
4. लहसुन
लहसुन में एलिसिन (Allicin) नामक तत्व होता है जो बैक्टीरिया और फंगल इंफेक्शन से छुटकारा दिलाता है। यह शरीर को डिटॉक्स करने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा गठिया में लहसुन खाने से काफी आराम होता है। खाली पेट कच्चा लहसुन खाने से आपके शरीर में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया खत्म होते हैं। अगर आपकी इम्युनिटी वीक है तो आप लहसुन को शहद में मिलकर खा सकते हैं। इसके अलावा स्किन इन्फेक्शन या फंगल इंफेक्शन में अगर लहसुन का पेस्ट बनाकर लगाएं तो तुरंत राहत मिलती है।
5. अदरक
अदरक में जिंजरोल (Gingerol) और शोगोल (Shogaol) तत्व होते हैं जो इसे एक प्रभावी औषधि बनाते हैं। अदरक केवल पाचन को सुधारता है, बल्कि शरीर में बैक्टीरिया के संक्रमण को भी दूर करता है। आप अदरक का इस्तेमाल खाना बनाते समय कर सकती हैं इससे पाचन बेहतर होता है। साथ ही सर्दी-जुकाम में अदरक की चाय पीना फायदेमंद होता है और गले में अगर खराश या इंफेक्शन है तो अदरक और शहद का मिश्रण इसे ठीक करने में फायदेमंद होता है।