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Photograph: (freepik)
Cotton is Queen Cotton fabric is the queen of summer: कॉटन फैब्रिक हर दृष्टिकोण से एक सर्वोत्तम विकल्प है खासकर गर्मियों के मौसम में। यह स्वास्थ्य के लिए लाभकारी पहनने में आरामदायक फैशन के अनुकूल और पर्यावरण के लिए सुरक्षित है। भारत जैसे देश में जहाँ गर्मी का मौसम लंबा होता है वहाँ सूती कपड़े जीवन का हिस्सा बन चुके हैं। यही कारण है कि केवल एक कहावत नहीं बल्कि एक वास्तविकता है। गर्मियों में यदि किसी वस्त्र को रानी कहा जाए तो वह निस्संदेह सूती कपड़ा ही होगा।
कॉटन फैब्रिक है समर की रानी
1. भूमिका और परिचय
गर्मियों का मौसम अपने साथ लाता है तेज धूप गर्म हवाएँ और उमस भरा वातावरण। ऐसे मौसम में हमारा शरीर आरामदायक और ठंडक देने वाले वस्त्रों की माँग करता है। भारत जैसे उष्णकटिबंधीय देश में जहाँ गर्मी का असर बहुत अधिक होता है सूती कपड़े सबसे उपयुक्त और पसंदीदा विकल्प बन जाते हैं। इन्हीं गुणों के कारण कॉटन को समर की रानी कहा जाता है। इसका उपयोग न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में बल्कि शहरों में भी बड़े पैमाने पर किया जाता है। सूती कपड़े का इतिहास भी भारत की संस्कृति में गहराई से जुड़ा है।
2. सूती कपड़े की प्राकृतिक विशेषताएँ
कॉटन एक प्राकृतिक रेशा है जिसे कपास के पौधे से प्राप्त किया जाता है। इसका सबसे बड़ा गुण यह है कि यह शरीर को शीतलता प्रदान करता है। सूती कपड़ा नमी को सोखने की क्षमता रखता है और पसीने को जल्दी सूखा देता है जिससे शरीर में ताजगी बनी रहती है। यह कपड़ा त्वचा के लिए भी बहुत अनुकूल होता है क्योंकि इसमें किसी प्रकार का रसायन नहीं होता जिससे एलर्जी और खुजली जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है। इसके अलावा यह कपड़ा हवा को पास होने देता है जिससे शरीर को प्राकृतिक रूप से ठंडक मिलती है।
3. स्वास्थ्य की दृष्टि से फायदेमंद
गर्मियों में यदि गलत कपड़े पहने जाएँ तो शरीर पर पसीना जम जाता है जिससे दाने चकत्ते घमौरियाँ और अन्य त्वचा संबंधी रोग हो सकते हैं। सूती कपड़ा शरीर से पसीना सोख लेता है और हवा के संचार को बनाए रखता है जिससे ऐसी समस्याओं की संभावना कम हो जाती है। इसके अलावा कॉटन कपड़े शरीर को ओवरहीटिंग से भी बचाते हैं जिससे थकावट और डिहाइड्रेशन की स्थिति में राहत मिलती है। खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह फैब्रिक सबसे अधिक सुरक्षित और आरामदायक माना जाता है।
4. फैशन में कॉटन की भूमिका
आज के दौर में फैशन केवल स्टाइल तक सीमित नहीं रह गया है बल्कि इसमें आराम और उपयोगिता भी महत्वपूर्ण हो गई है। कॉटन फैब्रिक इन सभी मानकों पर खरा उतरता है। बाजार में आजकल कॉटन से बनी ड्रेसेज़ कुर्तियाँ शर्ट्स साड़ियाँ स्कर्ट्स और यहां तक कि फॉर्मल वियर भी उपलब्ध हैं। डिजाइनर्स भी सूती कपड़े को नए नए प्रयोगों के लिए चुनते हैं क्योंकि इसमें प्रिंट्स और रंग बहुत अच्छे से उभरते हैं। कॉटन कपड़े पारंपरिक और आधुनिक फैशन के बीच एक सुंदर संतुलन बनाते हैं।
5. पर्यावरण के लिए लाभकारी विकल्प
कॉटन फैब्रिक न केवल हमारे शरीर के लिए फायदेमंद है बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी अनुकूल है। यह एक बायोडिग्रेडेबल यानी प्राकृतिक रूप से सड़ गल जाने वाला रेशा है जिससे यह पर्यावरण में प्रदूषण नहीं फैलाता। इसके विपरीत सिंथेटिक कपड़े जैसे पॉलिएस्टर और नायलॉन न केवल त्वचा के लिए हानिकारक होते हैं बल्कि पर्यावरण में प्लास्टिक कचरा भी बढ़ाते हैं। कॉटन की खेती जैविक तरीके से भी की जा सकती है जिससे रसायनों का प्रयोग कम होता है और मिट्टी की गुणवत्ता भी बनी रहती है।