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How to Make Yourself Emotionally Strong in Difficult Times: जिंदगी में ऐसा कोई नहीं होता जिसने कठिनाइयां न देखी हों। लेकिन फर्क तब पड़ता है जब कोई इंसान इन मुश्किलों में टूट जाता है और कोई उनसे सीख लेकर और भी मजबूत बनकर निकलता है। यही अंदरूनी ताकत यानी ‘Inner Strength’ कहलाती है जो बाहर से नहीं, अंदर से आती है।
मुश्किल वक्त में खुद को Emotionally Strong कैसे बनाएं?
जब हालात हाथ से निकल जाएं, तब संभालें खुद को
मुसीबत के वक्त सबसे पहली चुनौती होती है खुद को संभालना। जब चीजें हमारे कंट्रोल से बाहर हो जाती हैं, तब गुस्सा, डर, और घबराहट होना स्वाभाविक है। लेकिन यही वो समय होता है जब खुद से कहना पड़ता है “मैं इससे निकल सकती हूं।” खुद पर भरोसा बनाए रखना ही पहले कदम की तरह है।
Emotions को दबाएं नहीं, समझें
अक्सर लोग सोचते हैं कि emotionally strong होने का मतलब है रोना नहीं, कुछ महसूस न करना। लेकिन असल में, अपनी भावनाओं को समझना और उन्हें ज़रूरत के मुताबिक बाहर निकालना ही आपकी ताकत होती है। चाहे वो किसी भरोसेमंद दोस्त से बात करना हो, डायरी में लिखना हो या अकेले बैठकर खुद से जुड़ना अपने इमोशन्स को acknowledge करना बहुत ज़रूरी होता है।
छोटी-छोटी चीज़ों में ढूंढें ताकत
कई बार हमें लगता है कि हमारी ताकत सिर्फ बड़े फैसलों में होती है, लेकिन सच ये है कि हमारी daily habits, routine और सोच का तरीका भी हमें मजबूत बनाता है। जैसे सुबह समय पर उठना, दिन में कुछ अच्छा पढ़ना, ध्यान लगाना या वॉक पर जाना ये सब हमारे मानसिक संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं।
Support System से लें सहारा, पर खुद पर रखें भरोसा
अकेले सब झेलना बहादुरी नहीं होती। अपने करीबी दोस्तों, परिवार या मेंटर से बात करना, उनकी सलाह लेना और उनसे हिम्मत पाना भी एक तरह की emotional strength होती है। लेकिन सबसे ज़्यादा भरोसा उसी पर रखें जिसे हर हाल में आपके साथ रहना है यानी आप खुद।
Negative Thinking को कहें Bye
जब सब गलत चल रहा होता है, तब दिमाग में खुद के लिए नकारात्मक बातें आना आम है "मैं कुछ नहीं कर सकता", मेरे साथ ही क्यों? लेकिन strong बनने के लिए ज़रूरी है इन सोचों को बदलना। Affirmations बोलें, जैसे मैं खुद को heal कर रही हूं, “मैं हर दिन बेहतर हो रही हूं।” ये बातें सुनने में छोटी लग सकती हैं, लेकिन असर बड़ा डालती हैं।
जो दुख या संघर्ष आप झेल चुके हैं वही आपकी ताकत बन सकते हैं, अगर आप उन्हें सीख की तरह देखें। हर मुश्किल हमें कुछ सिखाती है धैर्य, सहनशीलता, और खुद की कीमत। जब भी कोई अगली चुनौती सामने आए, तो अपने पुराने संघर्षों को याद करें और खुद से कहें मैं पहले भी लड़ चुकी हूं, अब भी कर लूंगी।