एग्जाम के कारण होने वाले स्ट्रेस से इस तरह पाएं राहत

एक तरफ कुछ छात्र परीक्षा के दिनों में काफी मौज मस्ती करते हैं, तो वहीं दूसरी और कुछ छात्र ऐसे भी हैं, जो परीक्षा आने से एक महीने पहले से इसका स्ट्रेस लेने लग जाते हैं। जिसका सीधा असर उनकी मेंटेल हेल्थ पर देखने को मिलता है।

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Priya Singh
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Exam Stress(Freepik)

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Tips To Reduce Exam Stress: अब दो महीनों के अंदर एक बार फिर से परीक्षाएं आने वाली हैं। जिसके कारण न केवल बोर्ड स्टूडेंट्स बल्कि सामान्य कक्षाओं के छात्र भी काफी परेशान नजर आते हैं। आप सब ने अपने स्कूल में एक बात नोटिस की होगी। जहां एक तरफ कुछ छात्र परीक्षा के दिनों में काफी मौज मस्ती करते हैं, तो वहीं दूसरी और कुछ छात्र ऐसे भी हैं, जो परीक्षा आने से एक महीने पहले से इसका स्ट्रेस लेने लग जाते हैं। जिसका सीधा असर उनकी मेंटेल हेल्थ पर देखने को मिलता है। तो आइये जानें कैसे परीक्षा में लेने वाले स्ट्रेस को किया जाए दूर और एकदम माइंड फ्री होकर करें अपने एग्जाम की तैयारी।

एग्जाम के कारण होने वाले स्ट्रेस से इस तरह पाएं राहत

शुरुआत से करें तैयारी

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अधिकतर बच्चे ऐसे होते हैं, जो सोचते है कि अभी तो एग्जाम आने में काफी समय है, तो क्यों अभी से पढ़ा जाए। जिसके कारण वह पहले के दिनों में पढ़ाई को सीरियस नहीं लेते हैं और बाद में जब परीक्षाएं सिर पर होती हैं, तो वह काफी ज्यादा तनाव में आ जाते हैं। उन्हें समझ में नहीं आता कि पहले क्या पढ़ें और क्या नहीं? इसे वह घबराने लगते हैं।

टाइम टेबल को करें फॉलो

परीक्षा आने में अब कुछ ही समय बचा है, तो आप अपना एक टाइम टेबल बनाएं और रोजाना इसे फॉलो करें। याद रहें टाइम टेबल आपकी तैयारी के अनुसार ही होना चाहिए। सभी विषयों को समय देकर पढ़ना है। परीक्षा आने से कुछ दिन पहले तक इस टाइम टेबल को पूरी ईमानदारी के साथ फॉलो करें। 

कमजोर सब्जेक्ट पर दें अधिक ध्यान

कुछ स्टूडेंटस ऐसे होते हैं कि वह सिर्फ उन्हीं विषयों को पढ़ना पसंद करते हैं जो उन्हें पसंद है। जिस कारण से वह बाकी अन्य सबजेक्ट को समय नहीं दे पाते हैं। फिर बाद में एग्जाम के टाइम पर बहुत परेशानी होती है और स्ट्रेस भी बढ़ता है। इसलिए जो सबजेक्टस में आप थोड़े वीक हैं उन्हें ज्यादा टाइम दें।

रिवीजन को दोहराएं

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परीक्षा के दिन जितने पास आते -जाते हैं, स्टूडेंट्स का स्ट्रेस लेवल उतना ही अधिक बढ़ता जाता है। ऐसे में घबराना बिल्कुल भी नहीं है। आपने अपनी साइड से पूरी कोशिश की। ऐसा न करें की दो-तीन बार पढ़ लिया तो काफी है। रोज आधा-एक घंटा निकालकर रिवीजन बार -बार करें। ऐसा करने से आपका कॉन्फिडेंस बढ़ता है। आपके द्वारा बनाएं गए नोट्स को बार-बार देखें।

लर्न करते समय नोट्स बनाएं

जब भी आप कोई नया टॉपिक को समझते और लर्न करते हैं, उसे न केवल बोलकर बल्कि लिख-लिख कर भी याद करें। ऐसा करने से आपकी मेमोरी में वह अच्छे से रहता है। साथ ही अपने नोट्स बनाने की आदत डालें। इसे आपको काफी फायदा हो सकता है। परीक्षा के दिनों में समय कम होने के चलते आप केवल अपने नोट्स से रिवीजन कर सकते हैं। इसे आपको किसी तरह की परेशानी नहीं होगी और आप परीक्षा देते समय पूरे आत्म विश्वास के साथ रहेंगे।

सूचना : इस आलेख को केवल संपादित किया गया है। मौलिक लेखन आकांक्षा तिवारी का है।