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Pre Delivery Care Photograph: (Freepik)
How to take care of youself before delivery: डिलीवरी से पहले खुद की देखभाल करना एक बेहद महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जो न केवल माँ की सेहत को बेहतर बनाए रखने में मदद करती है, बल्कि आने वाले बच्चे के लिए भी सुरक्षित और स्वस्थ माहौल सुनिश्चित करती है। गर्भावस्था के नौ महीनों में महिला का शरीर कई तरह के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक बदलावों से गुजरता है, ऐसे में समय रहते उचित देखभाल, पोषण और आराम जरूरी होता है। प्रेगनेंसी के अंतिम महीनों में, जब डिलीवरी नजदीक होती है, तब विशेष सतर्कता और सावधानी बरतनी चाहिए। इस समय संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, मानसिक शांति, पर्याप्त नींद और मेडिकल चेकअप को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। खुद की सही देखभाल से न सिर्फ डिलीवरी आसान बनती है बल्कि यह माँ और बच्चा दोनों के लिए स्वस्थ शुरुआत का रास्ता खोलती है। तो चलिए जानते हैं इस आर्टिकल में ऐसे तरीके जिनसे मां की अच्छी देखभाल हो सकती है।
जाने कैसे करें डिलीवरी से पहले खुद की केयर
1. रेगुलर चेकअप करवाएं
हर चेकअप में BP, वज़न, हीमोग्लोबिन और बच्चे की ग्रोथ की जाँच होती है। डॉक्टर के बताए गए अनुसार अल्ट्रासाउंड और बाकी टेस्ट समय पर कराएं। किसी भी असामान्य लक्षण जैसे ज़्यादा दर्द, ब्लीडिंग या मूवमेंट में कमी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और रेगुलर टच में रहें डॉक्टर के।
2. पोषण वाला खाना खाएं
ऐसा खाना खाएं जिसमें आयरन हो जिससे खून की कमी नहीं होती, कैल्शियम जो गाड़ियों और दांतों को मजबूत रखता है, फोलिक एसिड जो बच्चे के दिमाग के लिए ज़रूरी है, प्रोटीन मां और बच्चे दोनों की ही वेसल्स के लिए ज़रूरी है।
3. अच्छी नींद लें और आराम करें
अपने सोने की पोजिशन पर ध्यान दें और कोशिश करें कि बाएं करवट लेकर लेते क्योंकि ये सबसे आरामदायक पोजिशन होती है। सिर्फ़ रात में ही नहीं दिन में भी 1 घंटे का आराम करने की कोशिश करें। अगर नींद न आने की समय है तो रात में गुनगुना दूध पीने और किताब पढ़ने की आदत डालें।
4. डिलीवरी प्लान बनाएं
अपने ड्यू डेट के पास आते ही अपना हॉस्पिटल बैग तैयार कर लें। इसमें ज़रूरी कपड़े अपने और बच्चे के, सैनिटरी पैड, दवाइयां, डॉक्यूमेंट्स ज़रूर रखलें। अपने डिलीवरी टाइप के अनुसार दिमागी रूप से तैयार रहें।
5. स्ट्रेस से दूर रहें
हर दिन कुछ समय मेडिटेशन या डीप ब्रीदिंग में बिताएं इससे शरीर में ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी और ताज़ी हवा बच्चे को भी मिलेगी। पॉजिटिव सोच और अपने बच्चे के साथ कनेक्शन महसूस करने की कोशिश करें। ज़रूरत पड़े तो अपनों से बात करें, किसी काउंसलर की मदद लें।