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निधि राज़दान ने NDTV छोड़ने का फैसला किया है, जहां उन्होंने 21 साल काम किया। वह इस साल के अंत में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर के रूप में जर्नलिज्म पढ़ाएंगी। शो लेफ्ट राइट एंड सेंटर, निधि ने बाहरी मामलों और राजनीति में कई महत्वपूर्ण ग्लोबल असाइनमेंट को कवर किया है। वह देश के सबसे प्रमुख और विश्वसनीय पत्रकारों में से एक रही हैं, जिन्होंने अपनी रिपोर्टिंग के लिए पुरस्कार जीते हैं।
कुछ पर्सनल और प्रोफेशनल समाचार: NDTV पर 21 साल बाद, मैं दिशा बदल रही हूं और आगे बढ़ रही हूं। इस साल के अंत में, मैं हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के आर्ट्स और साइंसेज ब्रांच के हिस्से के रूप में एक एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में शुरुआत करेंगी ।ऍनडीटीवी ने मुझे सब कुछ सिखाया है। यह एक तरह से मेरा घर है। मुझे उस काम पर गर्व है जो हम करते रहे हैं, जिन कहानियों को हम कवर करते हैं, जिन वैल्यूज के लिए हम खड़े होते हैं, विशेष रूप से ऐसे समय में जब मीडिया में बहुत से लोगों ने अपनी मोरल वैल्यूज से समझौता कर लिया है।
और पढ़ें: पत्रकार निधि राजदान के शो को इंटरनेशनल प्रेस इंस्टीट्यूट अवार्ड से सम्मानित किया गया ।
मैं अपने कलीग्स को बहुत याद करूंगी। सबसे अधिक, मैं सबसे अविश्वसनीय गुरु और बॉस होने के लिए प्रणॉय रॉय और राधिका रॉय को धन्यवाद देना चाहती हूं। मै 22 साल की उम्र में एनडीटीवी में आयी और आपने मुझ पर विश्वास किया। मैं कभी ना नहीं कहा, इसलिए शायद मै टीवी पर एक दिन फिर से आ सकती हूँ। मुझे शुभकामनाएँ दे।
निधि राजदान ने एनडीटीवी छोड़ने की घोषणा करते हुए ट्वीट किया। निधि ने भारत की कई बड़ी कहानियों की एंकरिंग की है। निधि ने लेफ्ट राइट एंड सेंटर की एंकरिंग से लेकर कश्मीर पर रिपोर्टिंग की है। युवा आसिफा के बलात्कार, मिस्र की क्रांति और कई रिपोर्ट्स की रिपोर्टिंग में सबसे आगे रही हैं। राजदान ने अपने शो पर एक किताब भी लिखी है जिसका नाम लेफ्ट, राइट एंड सेंटर: द आइडिया ऑफ इंडिया है, जो जुलाई 2017 में प्रकाशित हुई थी।
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अपने इस कदम पर निधि ने और डिटेल्स शेयर करते हुए कहा:
कुछ पर्सनल और प्रोफेशनल समाचार: NDTV पर 21 साल बाद, मैं दिशा बदल रही हूं और आगे बढ़ रही हूं। इस साल के अंत में, मैं हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के आर्ट्स और साइंसेज ब्रांच के हिस्से के रूप में एक एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में शुरुआत करेंगी ।ऍनडीटीवी ने मुझे सब कुछ सिखाया है। यह एक तरह से मेरा घर है। मुझे उस काम पर गर्व है जो हम करते रहे हैं, जिन कहानियों को हम कवर करते हैं, जिन वैल्यूज के लिए हम खड़े होते हैं, विशेष रूप से ऐसे समय में जब मीडिया में बहुत से लोगों ने अपनी मोरल वैल्यूज से समझौता कर लिया है।
निधि राज़दान ने NDTV में 21 साल काम किया
और पढ़ें: पत्रकार निधि राजदान के शो को इंटरनेशनल प्रेस इंस्टीट्यूट अवार्ड से सम्मानित किया गया ।
मैं अपने कलीग्स को बहुत याद करूंगी। सबसे अधिक, मैं सबसे अविश्वसनीय गुरु और बॉस होने के लिए प्रणॉय रॉय और राधिका रॉय को धन्यवाद देना चाहती हूं। मै 22 साल की उम्र में एनडीटीवी में आयी और आपने मुझ पर विश्वास किया। मैं कभी ना नहीं कहा, इसलिए शायद मै टीवी पर एक दिन फिर से आ सकती हूँ। मुझे शुभकामनाएँ दे।
निधि ने ट्विटर के ज़रिये दी ऍनडीटीवी छोड़ने की खबर
निधि राजदान ने एनडीटीवी छोड़ने की घोषणा करते हुए ट्वीट किया। निधि ने भारत की कई बड़ी कहानियों की एंकरिंग की है। निधि ने लेफ्ट राइट एंड सेंटर की एंकरिंग से लेकर कश्मीर पर रिपोर्टिंग की है। युवा आसिफा के बलात्कार, मिस्र की क्रांति और कई रिपोर्ट्स की रिपोर्टिंग में सबसे आगे रही हैं। राजदान ने अपने शो पर एक किताब भी लिखी है जिसका नाम लेफ्ट, राइट एंड सेंटर: द आइडिया ऑफ इंडिया है, जो जुलाई 2017 में प्रकाशित हुई थी।
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