Afghanistan Update: अफ़ग़ानिस्तान से पहला LGBT+ ग्रुप तालिबान से बचकर UK पहुंचे

Swati Bundela
30 Oct 2021
Afghanistan Update: अफ़ग़ानिस्तान से पहला LGBT+ ग्रुप तालिबान से बचकर UK पहुंचे

Afghanistan Update - जैसे कि आपको पता ही है कि अफ़ग़ानिस्तान पर 15 अगस्त को तालिबान ने हमला कर कब्ज़ा कर लिया था। इसके बाद से ही आम लोगों को तो परेशानी हो ही रही है लकिन गे और ट्रांसजेंडर को और भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

धीरे धीरे अब सभी वहां से निकल कर UK जाने का प्लान कर रहे हैं। पहला बैच जो कि 29 लोगों का था वो अब सुरक्षित तालिबान से बचकर UK पहुंच चुका है और आगे उम्मीद है कि और भी लोग वहां से निकल पाएं और अपनी ज़िन्दगी अपने हिसाब से जी पाएं।

ब्रिटिश गवर्नमेंट का ऐसा कहना है कि वो हमेशा अफ़ग़ानिस्तान के लोगों की मदद करेंगे और उनको बचाएंगे इनकी एक स्कीम के तहत जिसका नाम है अफ़ग़ान सिटीजन्स रेसेटलमेंट स्कीम। तालिबान के राज के अंदर लोगों को बेसिक अधिकार भी छीन लिए गए हैं और वो काफी डर में रह रहे हैं।

तालिबान की महिलाओं को लेकर सोच कैसी है?


तालिबान ने कुछ समय पहले घोषणा की थी कि अफ़ग़ानिस्तान की महिलाएं स्पॉट्स नहीं खेल सकती हैं। ऐसा करने के पीछे इन्होंने वजह बताई की स्पोर्ट्स खेलने से महिलाओं की बॉडी एक्सपोज़ होती है। तालिबान का ऐसा कहने के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इनके साथ मैच होस्ट करने से मना कर दिया था कहा है कि जब तक महिलाओं के उनके अधिकार नहीं मिलते वो यह मैच अफ़ग़ानिस्तान के साथ नहीं खेलेंगे।

तालिबान ने सभी सैलून के बाहर लगे महिलाओं के पोस्टर बिगाड़ दिए थे और उनके ऊपर कालिक पोत दी थी। इनका कहना है कि महिलाओं को हमेशा परदे के अंदर ही रहना चाहिए और यह खुले आम बिना बुरखे के भी नहीं घूम सकती हैं। महिलाओं के खुले आम घूमने से लेकर वो क्या पहनती हैं, कैसे पड़ते हैं, और कैसे महिलाएं अपने आप रिप्रेजेंट करती हैं तालिबान सबके खिलाड़ खड़े रहते हैं।

तालिबान जबसे आए हैं महिलाओं से जुड़े सभी डिसिशन यह खुद ही ले रहे हैं। यह इन पर दबाउ नए नए कानून लगाते रहते हैं। जब तालिबान आए थे तब सबसे पहले इन्होंने सरिया कानून लागु कर दिया था जिसका मतलब होता है कि अफ़ग़ानिस्तान की महिलाओं के सभी अधिकार रद्द हो चुके हैं।

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