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Image Credit: Yogi Adityanath /X
Millions gather for the first Amrit Snan at Mahakumbh: महाकुंभ का पहला अमृत स्नान मकर सक्रांति के शुभ अवसर पर सुबह 6:15 से शुरू हुआ। महाकुंभ की शुरुआत पहले दिन 1.5 करोड़ से ज़्यादा श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड भीड़ के साथ हुई। मकर संक्रांति एक हिंदू त्यौहार है जिसमें सूर्य के मकर राशि में प्रवेश का जश्न मनाया जाता है। UP सरकार के अनुसार, "आज सुबह 8:30 बजे तक 1 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पवित्र संगम में स्नान कर चुके हैं। इससे हमें श्रद्धालुओं और साधुओं का महाकुंभ के लिए आस्था देखने को मिलती है।
माघ मकरगत रबि जब होई। तीरथपतिहिं आव सब कोई।
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) January 14, 2025
देव दनुज किंनर नर श्रेनीं। सादर मज्जहिं सकल त्रिबेनीं।।
महाकुम्भ-2025, प्रयागराज में आज मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर पवित्र संगम में अब तक 1.38 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं को प्रथम 'अमृत स्नान' का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
माँ गंगा सभी का… pic.twitter.com/vUC75W7Ldq
देखें अमृत स्नान के लिए श्रद्धालुओं और साधुओं का सैलाब
पहला अमृत स्नान
महाकुम्भ का प्रथम अमृत स्नान
— Mahakumbh (@MahaKumbh_2025) January 14, 2025
लाखों की संख्या में नागा साधु-सन्यासियों और श्रद्धालुओं ने हर्षोल्लास और भक्ति-भाव के साथ पवित्र संगम में स्नान किया।#महाकुम्भ_अमृत_स्नान pic.twitter.com/mRLSU188bL
UP CM योगी आदित्यनाथ ने बताया अमृत स्नान का मह्त्व
यह हमारी सनातन संस्कृति और आस्था का जीवंत स्वरूप है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 14, 2025
आज लोक आस्था के महापर्व 'मकर संक्रांति' के पावन अवसर पर महाकुम्भ-2025, प्रयागराज में त्रिवेणी संगम में प्रथम 'अमृत स्नान' कर पुण्य अर्जित करने वाले सभी श्रद्धालु जनों का अभिनंदन!#महाकुम्भ_अमृत_स्नान pic.twitter.com/NAN0IlkGf4
कड़क ठंड में भोले के नाम के सहारे अमृत स्नान के लिए रवाना होते हुए अघोरी साधू
सुबह 4 बजे का वक्त
— Deepak Sharma (@SonOfBharat7) January 14, 2025
ऊपर से ये कड़कड़ाती ठण्ड...
बर्फीली हवाएं.. सब एक तरफ.. भोले के भक्त एकतरफ
चली है अघोरी साधुओं की टोली
अपनी मस्ती में मस्त... भोले के जयकारों के साथ अमृत स्नान के लिए
हर हर महादेव...#महाकुम्भ_अमृत_स्नान 🚩 pic.twitter.com/8hQUfj253P
धरती के कोने-कोने से पहुंच रहे श्रद्धालु
Global Devotion Unites at Maha Kumbh!
— Mahakumbh (@MahaKumbh_2025) January 14, 2025
This year, an unprecedented number of foreign devotees have arrived at the Maha Kumbh, drawn by the spiritual aura of the holy Triveni Sangam. Witnessing the grandeur of Amrit Snan, they embrace Bharat's timeless traditions and immerse… pic.twitter.com/Mgjhq0q3Mw
अमृत स्नान कर रहे नागा संन्यासी
त्रिवेणी के जल में अमृत स्नान कर पुण्य लाभ लेते हुए सनातन की शक्ति और भक्ति के प्रतीक नागा संन्यासी।#महाकुम्भ_अमृत_स्नान pic.twitter.com/n1uH90pW1m
— Mahakumbh (@MahaKumbh_2025) January 14, 2025
सुरक्षा का प्रबंध
त्रिवेणी में अमृत स्नान के दौरान किसी भी प्रकार की दुर्घटना को रोकने हेतु व्यवस्था संभालते सुरक्षा बलों के जवान। स्वच्छ, सुरक्षित, सुविधाजनक महाकुम्भ के लिये सतर्क है प्रशासन। #महाकुम्भ_अमृत_स्नान pic.twitter.com/PJyVOMkcd7
— Mahakumbh (@MahaKumbh_2025) January 14, 2025
अमृत स्नान क्या है?
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गंगा, यमुना और सरस्वती के त्रिवेणी संगम पर अमृत स्नान में भाग लेने के लिए श्रद्धालू एकत्रित हुए। इस पवित्र स्नान, का अपना आध्यात्मिक महत्व है। ऐसा माना जाता है कि पवित्र स्नान पापों से मुक्त करता है और उन्हें मोक्ष की ओर ले जाता है। इसके लिए सबसे पहला मौका नागा साधुओं को दिया जाता है। आदि शंकराचार्य द्वारा शुरू की गई अखाड़ा परंपरा में कुल 13 अखाड़े हैं। इसे संबंध रखने वाले संत, संन्यासी और नागा साधु 17 श्रृंगार करते हैं और संगम तट पर पहुंचकर स्नान करते हैं जिसे अमृत स्नान बोला जाता है। इनके बाद आम लोगों को मौका दिया जाता है।