Andhra Pradesh Student Suicide Case: आंध्र प्रदेश का एक होकर और क्लास के टोपर स्टूडेंट ने सुसाइड कर ली है। इसको लेकर स्कूल के प्रिंसिपल के खिलाफ कार्यवाही की गयी है। बच्चा चित्तूर के एक छोटे से शहर का था और अगले महीने यह बोर्ड के पेपर देने वाला था।
लड़की के परिवार वालों ने क्या कहा?
स्टूडेंट के परिवार वालों का ऐसा कहना है कि इनकी बेटी के साथ स्कूल में बहुत दुर्व्यवहार किया गया और इसके लिए इन्होंने कॉलेज के प्रिंसिपल को जिम्मेदार ठहराया है जिसका नाम रमेशा है। यह ZP हाई स्कूल गंगावराम में भी स्कूल असिस्टेंट के तौर पर काम करते हैं। मार्च 25 को इन्हें पालमानेर पुलिस ने अरेस्ट कर लिया था और इनके ऊपर धारा 306 और 506 लगायी गयी है। इनके अरेस्ट के एक दिन पहले इनको स्कूल से भी ससपेंड कर दिया गया था।
लड़की ने सुसाइड क्यों किया?
जिस लड़की ने सुसाइड की है वो 10th क्लास की लड़की थी और इसके पिता सोडा बेंचकर घर चलाते हैं। यह लड़की ब्रह्मर्षि हाई स्कूल में पड़ती थी जो की गंगावराम का एक प्राइवेट स्कूल है । यह अपनी क्लास की टोपर भी थी लेकिन 10th की पढाई पूरी होने से पहले स्कूल के प्रिंसिपल ने लड़की को ट्रांसफर सर्टिफिकेट दे दिया था।
लड़की ने सुसाइड लेटर में क्या लिखा?
लड़की ने सुसाइड से पहले 4 पेज था बड़ा सा सुसाइड लेटर लिखा था। उसने इस में लिखा था कि उसकी क्लास की लड़की के पिता उसे स्कूल से निकलने के लिए मजबूर कर रहे थे ताकि उनकी बेटी टोपर बन सके। लड़की ने लेटर में अपने पिता से इतना बड़ा सुसाइड का कदम उठाने के लिए माफ़ी भी मांगी और पिता को अपनी प्रेरणा कहा। उसने बताया कि स्कूल से गन्दा व्यव्हार वो सहन नहीं करपायी और इसलिए अपनी जान लेने का फैसला लिया।
लड़की की बहन का कहना है कि इस मामले में पुलिस बहुत धीमी स्पीड से कार्यवाही कर रही है। बहन ने ये भी कहा कि पुलिस रात को 2 बजे इनके घर अचानक से आकर क्राइम सीन की इन्वेस्टीगेशन करने के लिए आ गए थे। इसने बताया कि सभी परिवार वालों को बाहर कर पुलिस इस मामले से जुड़े सभी सबूत ले गए हैं ताकि गुन्हेगार को बचाया जा सके।
इस केस में पोलिटिकल सीन भी समझ आ रहा है। तेलुगु देसम पार्टी के लीडर और पूर्व चीफ मिनिस्टर चंद्रबाबू नायडू ने इस केस में YSRCP के लीडर को दोषी बताया है। इनका कहना है कि YSRCP पार्टी के लीडर की बेटी को टॉप रैंक में लाने के लिए लड़की की जान ली गयी है।