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Image Credit: X/Anita Anand
Anita Anand Drops Leaderahip Bid: कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की तरफ से 6 जनवरी, 2025 को प्रधानमंत्री और पार्टी नेता के पद से इस्तीफा दिया गया। इसके बाद उन्होंने देश को संबोधन करते हुए अपने आप को 'फाइटर' बताया है। उन्होंने कहा कि देश के लोगों की उन्हें बहुत चिंता है। अब इस दौड़ में बहुत सारे चेहरे सामने आ रहे हैं जिन्हें PM चुना जा सकता है। इसमें से भारतीय मूल से संबंध रखने वाली ट्रांसपोर्ट और इंटरनल ट्रेड मंत्री अनीता आनंद का भी नाम शामिल था लेकिन अब उनकी तरफ से PM की दौड़ से बाहर रहने की घोषणा की गई है।
जानें Anita Anand क्यों हुईं PM की रेस से बाहर
जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफा के बाद भारतवंशी अनीता आनंद का नाम पीएम की दौड़ में शामिल था लेकिन शुक्रवार को उन्होंने सार्वजनिक ब्यान देते हुए घोषणा की जिसके अनुसार उन्होंने खुद को PM की रेस से बाहर कर लिया है और न ही अब उनकी तरफ से ओकविले की सांसद के तौर पर चुनाव लड़े जाएंगे। इससे लिबरल पार्टी की मुश्किलें ज्यादा बढ़ सकती हैं।
12 जनवरी, 2025 को सोशल मीडिया X पर कनाडा की ट्रांसपोर्ट मंत्री की तरफ से यह घोषणा की गई। उन्होंने लिखा, "अब जबकि प्रधानमंत्री ने अगले अध्याय की ओर बढ़ने का निर्णय ले लिया है, मुझे लगा कि यह मेरे लिए शिक्षण, अनुसंधान और सार्वजनिक नीति विश्लेषण के अपने पूर्व पेशेवर जीवन में लौटने का सही समय है।"
Please see my statement. pic.twitter.com/UePgtYFUHJ
— Anita Anand (@AnitaAnandMP) January 11, 2025
कनाडा को सुरक्षित, मजबूत और स्वतंत्र बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास किया: अनीता आनंद
उन्होंने शुरुआत में लिखा, "2019 से, मुझे ओकविले के लिए संसद सदस्य और कैबिनेट सदस्य के रूप में सेवा करने का सम्मान मिला है। इन पदों पर रहते हुए, मैंने कनाडा को सुरक्षित, मजबूत और स्वतंत्र बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास किया। मैंने सार्वजनिक क्षेत्र में प्रवेश इसलिए किया क्योंकि मेरा लक्ष्य अपने समुदाय और देश के लिए सार्थक योगदान देना था, जो मेरे माता-पिता ने मुझमें डाला था, जो मेरे जन्म से पहले ही कनाडा में आकर बस गए थे"।
कुछ लोगों को संदेह था लेकिन ओकविले ने साथ दिया
मेरे पहले अभियान के दौरान, कई लोगों ने मुझसे कहा था कि ओकविले, ओंटारियो में भारतीय मूल की कोई महिला निर्वाचित नहीं होगी। फिर भी, ओकविले ने 2019 के बाद से एक बार नहीं बल्कि दो बार मेरा साथ दिया, यह एक ऐसा सम्मान है जिसे मैं हमेशा अपने दिल में रखूंगीं।
सभी का धन्यवाद किया
अंत में, अनीता ने लिबरल पार्टी में उन्हें शामिल करने के लिए PM ट्रूडो का, दो बार साथ देने के लिए ओकविले के लोगों, साथी कॉकस सदस्यों का सपोर्ट करने के लिए और कनाडाई लोगों को धन्यवाद दिया।
लिबरल पार्टी के पास बहुमत नहीं
आपको बता दें, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने लगभग नौ साल तक पदभार सम्भाला। ट्रूडो नए नेता के चुने जाने तक अपने पद पर बने रहेंगे। यह भी जानना जरूरी है कि लिबरल पार्टी के पास बहुमत नहीं है
I will always fight for this country, and do what I believe is in the best interest of Canadians. pic.twitter.com/AE2nSsx5Nu
— Justin Trudeau (@JustinTrudeau) January 7, 2025
भारतवंशी Anita Anand कौन हैं
अनीता आनंद भारतीय मूल से संबंध रखती हैं हालांकि उनका जन्म कनाडा 20 मई, 1967 को केंटविले, नोवा स्कोटिया में हुआ लेकिन उनके माता-पिता का संबंध भारत से है। उनके माता-पिता पंजाब और तमिलनाडु के भारतीय चिकित्सक थे। वह संसद की सदस्य के रूप में निर्वाचित होने वाली पहली हिंदू महिला और कनाडा में कैबिनेट मंत्री बनने वाली पहली हिंदू हैं।
Thank you, Prime Minister. Thank you for your leadership and for your dedication to our country. It has been an honour and privilege to serve Canadians with you. pic.twitter.com/4wqrM4Lx4T
— Anita Anand (@AnitaAnandMP) January 7, 2025
राजनीतिक सफर
अनीता ने ट्रूडो सरकार में कई प्रमुख विभागों को संभाला है जिस वजह से उन्हें लिबरल पार्टी के सीनियर नेता के रूप में जाना जाता है। उन्होंने राजनीतिक सफर 2019 में से शुरू किया जब लिबरल पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हुए ओकविले के लिए सांसद बनीं थीं। उन्होंने पब्लिक सर्विस और खरीद मंत्री (2019-2021), नेशनल डिफेंस मिनिस्टर (2021-2023) और ट्रेजरी बोर्ड के अध्यक्ष सहित कई मंत्री पदों पर कार्य किया। 2024 में, उन्हें ट्रांसपोर्ट और इंटरनल ट्रेड मिनिस्ट्री के रूप में नियुक्त किया गया था।
पढ़ाई-लिखाई
अनीता ने क्वीन्स यूनिवर्सिटी से पोलिटिकल साइंस में BA (ऑनर्स), ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से न्यायशास्त्र में BA (ऑनर्स), डलहौजी यूनिवर्सिटी से लॉ में ग्रेजुएशन और टोरंटो यूनिवर्सिटी से लाॅ में मास्टर्स किया। अनीता का बैकग्राउंड लॉ से संबंधित है। राजनीति में आने से पहले अनीता ने रोटमैन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के कैपिटल मार्केट्स इंस्टीट्यूट में एसोसिएट डीन और नीति एवं अनुसंधान निदेशक सहित विभिन्न शैक्षणिक भूमिकाओं में कार्य किया है।
कार्यकाल के दौरान किए काम
जैसे हमने आपको बताया है कि अनीता ने अलग-अलग विभागों को संभाला है और इस कार्यकाल के दौरान, उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान वैक्सीन की खरीद, रूस और यूक्रेन जंग में यूक्रेनी सैनिकों को प्रशिक्षित करने के लिए व्यापक सैन्य सहायता जैसे काम किए। डिफेंस मिनिस्टर के रूप में अनीता ने सेना में यौन दुराचार को दूर करने और सेवा करने वाले सभी लोगों के लाभ के लिए कनाडाई सशस्त्र बलों में कल्चरल परिवर्तन सुनिश्चित करने के लिए तुरंत सुधार लाए।
PM की दौड़ में अन्य नाम
अनीता आनंद के अलावा पीएम की दौड़ में पूर्व डिप्टी PM क्रिस्टिया फ्रीलैंड, मौजूदा वित्त मंत्री डोमिनिक लेब्लांक, आर्थिक सलाहाकार मार्क कार्नी और विदेश मंत्री के रूप में मेलानी जोली शामिल हैं।