Antibody Against Omicron: यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन स्कूल ऑफ़ मेडिसिन ने यूनाइटेड स्टेट्स में एक ऐसा एंटोबोद्य ढूंढा है जो कि ओमिक्रोन और कोरोना के अन्य वैरिएंट के खिलाफ असरदार हो सकता है। इस रीसर्च को नेचर जर्नल में पब्लिश भी किया गया है ताकि यह एंटीबाडी ट्रीटमेंट और वैक्सीन बनाने में काम आ सके।
कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के आपके प्रोटीन में 37 तरीके के उत्परिवर्तन यानि म्यूटेशन हैं। जिसके कारण से यह आसानी से लोगों के शरीर के अंदर घुस जाता है चाहे फिर इंसान को वैक्सीन ही क्यों न लगी हो।
ओमिक्रोन और थर्ड डोज़ की स्टडी में क्या सामने आया है?
ओमिक्रोन का असर जानने के लिए डेविड वीसलर जो की वाशिंगटन यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं इसको पुराने कोरोना वैरिएंट से तुलना किया है। इस में इन्हें समझ आया कि जिन लोगों ने पुराने यानि डेल्टा वैरिएंट से इन्फेक्ट होने के बाद वैक्सीन ली है वो पांच गुना ज्यादा स्ट्रांग हैं। इससे यह समझ आता है कि इन्फेक्ट होने के बाद वैक्सीन लेना ज्यादा असरदार है इससे आपकी इम्युनिटी मेन्टेन हो जाती है। इसी तरह अब ओमिक्रोन के लिए तीसरा डोज़ बहुत ज्यादा जरुरी है ताकि जिसको दूसरा डोज़ लगे टाइम हो गया है और उनकी इम्युनिटी लो हो गयी है वो वापस सही हो सके।
इंडिया में कोरोना के क्या हालात हैं?
यूनियन हेल्थ मिनिस्ट्री के बुधवार को अपडेट किए गए, आंकड़ों के अनुसार, भारत ने अब तक 21 राज्यों और यूनियन टेरिटरीज में कोरोनोवायरस के ओमिक्रोन वैरिएंट के 781 मामले दर्ज किए हैं, जिनमें से 241 लोग ठीक हो गए हैं, या मीग्रेटेड कर चुके हैं। दिल्ली में सबसे अधिक 238 मामले दर्ज किए गए, इसके बाद महाराष्ट्र में 167, गुजरात में 73, केरल में 65 और तेलंगाना में 62 मामले दर्ज किए गए।
वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन ने ओमिक्रोन को लेकर क्या कहा?
वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन ने आज कहा, ओमिक्रोन वर्शन द्वारा रिस्क अभी भी “बहुत अधिक” है, पिछले सप्ताह ग्लोबल लेवल पर कोविड -19 मामलों की संख्या में 11 परसेंट की इनक्रीस के बाद। डब्ल्यूएचओ ने अपने वीकली एपिडेमियोलॉजिकल अपडेट में कहा, कि ओमिक्रोन कई देशों में तेजी से वायरस स्पाइक्स के पीछे है, जिसमें वे पहले से ही मेजर डेल्टा वैरिएंट से आगे निकल चुके हैं।