अवैध संपत्ति और ज़मीन सौदों के आरोप में नूपुर बोरा गिरफ्तार

असम की सिविल सेवा अधिकारी नूपुर बोरा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन पर अपनी आय से अधिक संपत्ति रखने और सरकारी ज़मीनों के अवैध सौदों में शामिल होने का आरोप है।

author-image
Rajveer Kaur
New Update
Untitled Assam Civil Servant Nupur Bora Arrested Over Disproportionate Assets and Illegal Land Deals

Photograph: (X)

असम की सिविल सेवा अधिकारी नूपुर बोरा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन पर अपनी आय से अधिक संपत्ति रखने और सरकारी ज़मीनों के अवैध सौदों में शामिल होने का आरोप है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पुष्टि की कि बरपेटा में सर्किल ऑफिसर के रूप में उनकी भूमिका के दौरान उन्होंने सरकारी और सत्रा ज़मीन को अवैध तरीके से दर्ज कराया। गुवाहाटी और बरपेटा में उनके घरों से बड़ी मात्रा में नकद और गहने बरामद किए गए हैं।

अवैध संपत्ति और ज़मीन सौदों के आरोप में नूपुर बोरा गिरफ्तार

Advertisment

असम की सिविल सेवा अधिकारी नूपुर बोरा को पुलिस ने अवैध संपत्ति रखने और अवैध ज़मीन सौदों के आरोप में गिरफ्तार किया है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पुष्टि की कि बरपेटा में सर्किल ऑफिसर रहते हुए उन्होंने सरकारी और सत्रा ज़मीन “मिया” कहे जाने वाले लोगों के नाम पर अवैध रूप से दर्ज करवाई थी।

असम की सिविल सेवा अधिकारी नूपुर बोरा गिरफ्तार

नूपुर बोरा पिछले 6 महीने से असम मुख्यमंत्री की स्पेशल विजिलेंस सेल की निगरानी में थीं। उन पर बरपेटा ज़िले में अवैध ज़मीन सौदों और विवादित ज़मीनों में गड़बड़ी के आरोप थे। उनके घर पर रविवार रात को छापेमारी होनी थी, लेकिन उस समय वह गेस्ट हाउस में थीं। इसके बाद सोमवार सुबह गुवाहाटी स्थित उनके घर से छापेमारी शुरू हुई। इस दौरान उनके तीन ठिकानों पर छापे पड़े, जिनमें बरपेटा में उनका किराए का घर भी शामिल था।

Advertisment

छापेमारी में गुवाहाटी वाले घर से बाद 92 लाख रुपए नकद और लगभग 2 करोड़ रुपए के गहने मिले। बरपेटा स्थित उनके घर से भी 10 लाख रुपए नकद बरामद किए गए।

बोरा के करीबी लोगों में से एक सुरजित डेका के घर पर भी छापा पड़ा, जो बरपेटा रेवेन्यू सर्किल ऑफिस में लाट मंडल है। उन पर भी शक है कि उन्होंने नूपुर बोरा की मदद से ज़मीन खरीदी है। सोमवार को नूपुर को आधिकारिक तौर पर गिरफ्तार कर लिया गया। इसकी पुष्टि मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने की है। उन्होंने कहा कि बरपेटा में सर्किल ऑफिसर रहते हुए नूपुर बोरा ने सरकारी और सत्रा की ज़मीन अवैध तरीके से “मिया” कहे जाने वाले लोगों के नाम पर दर्ज करवाई।

Advertisment

“मिया” शब्द असम में रहने वाले बंगाली-भाषी मुसलमानों के लिए इस्तेमाल होता है, जिन्हें अक्सर अवैध प्रवासी कहा जाता है।

जानिए कौन हैं नूपुर बोरा

नूपुर बोरा  का जन्म 31 मार्च 1989 को हुआ था। उन्होंने गुवाहाटी के कॉटन कॉलेज से पढ़ाई की और इसके बाद गुवाहाटी यूनिवर्सिटी से इंग्लिश लिटरेचर में डिग्री हासिल की। उनके फेसबुक प्रोफाइल के अनुसार उनकी पहली नौकरी तेजपुर के सरकारी हायर सेकेंडरी स्कूल में अध्यापक की थी। उनकी उम्र 36 साल है और लगभग 6 साल पहले वह सिविल सेवक बनी थीं। वह असम के गोलाघाट की रहने वाली हैं। उनकी पहली पोस्टिंग जनवरी 2019 में कार्बी आंगलोंग ज़िले में असिस्टेंट कमिश्नर के रूप में हुई थी।