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(Image Credit: Deccan Herald)
Assam Gets Its First AI Teacher: "Iris" Impresses Students with Quick Responses: असम में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) की एक नई पहल सामने आई है। गुवाहाटी के एक निजी स्कूल में छात्रों और शिक्षकों को ‘आइरिस’ नाम की AI टीचर ने अपनी तत्परता और सटीक जवाबों से प्रभावित किया है।
असम की पहली AI टीचर ‘आइरिस’ ने छात्रों और शिक्षकों को किया मंत्रमुग्ध
पारंपरिक रूप और आधुनिक ज्ञान का संगम
आइरिस को पारंपरिक असमिया साड़ी ‘मेखला चादोर’ और बड़े लाल बिंदी में सजाया गया है। यह न केवल भारत की वैज्ञानिक प्रगति का प्रदर्शन करता है बल्कि असम के सांस्कृतिक गौरव को भी दर्शाता है। भाजपा नेता पीयूष हजारिका द्वारा (ट्विटर) पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में, आइरिस को छात्रों के सवालों का आसानी से जवाब देते हुए देखा जा सकता है। विधायक ने टिप्पणी की, "शिक्षा परिदृश्य काफी हद तक उन्नत और बेहतर होगा।"
कक्षा में रोबोट शिक्षक: एक नया अनुभव
रॉयल ग्लोबल स्कूल नामक एक निजी संस्थान में, आइरिस ने अपना परिचय दिया और छात्रों के साथ बातचीत की, उनकी जिज्ञासाओं का जवाब दिया। स्कूल के एक प्रवक्ता ने मीडिया को बताया, "चाहे सवाल उनके पाठ्यक्रम से हों या किसी और चीज के बारे में, 'आइरिस' ने कुछ ही समय में और उदाहरणों और संदर्भों के साथ जवाब दिए।"
Its Remarkable!
— Pijush Hazarika (Modi ka Parivar) (@Pijush_hazarika) May 27, 2024
With the introduction of AI teacher, the education scenario will get upgraded & enhanced to a great extent. pic.twitter.com/Zm6HDwxWuE
मेकर्स लैब और अटल टिंकरिंग लैब का सहयोग
आइरिस को मेकर्स लैब एडु-टेक के सहयोग से नीति आयोग के अटल टिंकरिंग लैब (ATL) परियोजना के तहत विकसित किया गया था। यह ह्यूमनॉइड वॉयस-कंट्रोल्ड असिस्टेंट से लैस है जो छात्रों के सवालों का तुरंत जवाब दे सकता है। कक्षाओं में आइरिस की शुरुआत को शिक्षा प्रौद्योगिकी में एक महत्वपूर्ण छलांग के रूप में सराहा गया है।
देश में AI शिक्षकों की शुरुआत
केरल के तिरुवनंतपुरम में मार्च 2024 में पहली आइरिस AI शिक्षिका को पेश किया गया था। बताया जाता है कि यह ह्यूमनॉइड तीन भाषाओं में पारंगत है और पारंपरिक शिक्षण विधियों से परे सुविधाओं से लैस है। मार्करलैब्स ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में कहा, "आइरिस हमारी उस प्रतिबद्धता का प्रतीक है जो यह संभव बनाती है कि क्या संभव है।"
शिक्षा के क्षेत्र में तकनीक का बढ़ता उपयोग
यह लेख असम और तेलंगाना में शिक्षा के क्षेत्र में तकनीक के बढ़ते उपयोग के दो उदाहरण प्रस्तुत करता है। असम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग किया जा रहा है, जबकि तेलंगाना में सरकारी स्कूलों के नामांकन को बढ़ाने के लिए AI जनरेटेड प्रवक्ता के साथ सोशल मीडिया अभियान चलाया जा रहा है। ये उदाहरण दर्शाते हैं कि कैसे तकनीक शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव ला सकती है।