Aurangabad Policewomen Working Hours: सिटी पुलिस ने महिला कर्मियों की ड्यूटी के घंटो की संख्या को घटाकर कर आठ घंटे करने का फैसला लिया है। इस आर्डर का आदेश औरंगाबाद के पुलिस कमिश्नर निखिल गुप्ता द्वारा सोमवार शाम को जारी कर सभी थाना इन चार्ज के साथ-साथ बाकि ब्रांच को इसे तुरंत प्रभाव लागू करने को कहा गया है। हालाँकि, आदेश, कांस्टेबल की महिला पुलिस से लेकर सब इंस्पेक्टर रैंक तक सीमित हैं।
Aurangabad Policewomen Working Hours: महिला कांस्टेबल को वर्क लाइफ बैलेंस देने के लिए
गुप्ता ने कहा, "इस कदम का उद्देश्य महिला कांस्टेबलों को वर्क लाइफ बैलेंस के लिए अधिक समय देना है।" अधिकारी ने कहा, कि हमारे सोशल स्ट्रक्चर के कारण महिलाएं, चाहे उनका प्रोफेशन कुछ भी हो। उनसे अपने परिवार और बच्चों की देखभाल करने का एक्सपेक्ट किया जाता है। कप्टा ने कहा, "कभी-कभी, काम में अधिक घंटे लगाने की मांग होती है, जो सीधे उनकी पर्सनल जिम्मेदारियों और लाइफ को प्रभावित करता है।" उम्मीद है, कि इस कदम से पॉजिटिव बदलाव आएगा।
महिला कांस्टेबल को चार घंटे कम सेवा देनी होगी
ऑर्डर्स आदेश के अनुसार, महिला पुलिस कर्मियों को अपने पुरुष कॉउंटरपार्ट्स की तुलना में चार घंटे कम सेवा देनी होगी। औरंगाबाद शहर में कांस्टेबल के 3,539 सैंक्शनएड पोस्ट में से 3,197 कांस्टेबल हैं, जिनमें 506 महिलाएं शामिल हैं, जिनमें तीन एएसआईएस, 36 हेड कांस्टेबल, 99 नाइक पुलिस कांस्टेबल और 365 कांस्टेबल शामिल हैं।
इस योजना की पहली पहल पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने की थी
यह पहल राज्य में सबसे पहले नागपुर के पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने की थी और पुणे, अमरावती और नवी मुंबई की पुलिस यूनिट्स ने इस योजना का सफलतापूर्वक पालन किया। यह आर्डर पुलिस डायरेक्टर जनरल संजय पांडेय की योजना के अनुसार है, जिन्होंने कांस्टेबल में महिलाओं के लिए ड्यूटी के घंटों में एक अच्छा एप्रोच लेने की पहल से प्रभावित होकर इस साल सितंबर में इसे योजना का सुरु करने का निर्णय लिया। पूरे राज्य में चरणबद्ध तरीके से लागू किया गया।