Benefits Of Home Cooked Food: आज जहाँ पिज़्ज़ा, बर्गर, कोल्ड ड्रिंक सब के पसंदीदा बन गए है और घर का खाना बोरिंग हो गया है परंतु वहीं घर का खाना बच्चों के लिए सबसे पोषणदायक होता है। बच्चे बाहर का खाना इसलिए खाते है क्योंकि वह स्वाद में ही नहीं बल्कि देखने में भी अच्छा लगता है। वह अलग-अलग रंग, डिफ्रेंट टेक्सचर मन को बहुत लुभाता है।
वो हर डिश का नया और अलग नाम उसे चखने को मजबूर करता है और कोई अगर उसकी तारीफ़ कर दे तो रहा नहीं जाता। यही कारण है बच्चे उसकी तरफ ज़्यादा आकर्षित होते है। ऐसे में बच्चों के लिए घर का खाना और भी ज़रूरी हो गया है जानिए क्यों?
1. हेल्थ के लिए बेहतर विकल्प है
भले ही बाहर के खाने से संतुष्टि मिल जाती है, स्वाद भी पूरा आता है परंतु वह बासी और पहले से बना होता है और दूसरी तरफ़ माँ अपने बच्चे के लिए रोज़ ताज़ा भोजन बनाती है। घर में बना खाना ज़्यादा देर तक नहीं रखा जाता, रोज़ नया बनता है और परोसा जाता है। जो अच्छे और स्वस्थ खाने की निशानी होती है।
2. न्यूट्रिशनल वैल्यू ज़्यादा होती है
घर के खाने से हमें भरपूर मात्रा में पोषण मिलता है। हरी सब्जियां, दूध, फल से हमें विटामिन्स, कैल्शियम, आदि जरूरी तत्व को मिलते है जो बच्चे को बढ़ने और मज़बूत करने में मदद करते है। शरीर को नुट्रिशन मिलने से बच्चे का शारीरक और मानसकि विकास होता है।
3.लालसा खत्म हो जाती है
लॉकडाउन में जब सब घर का बना खाना खा रहे थे तो बाहर के खाने की बहुत याद आयी परंतु कुछ समय बाद वो इच्छा कहीं दब गयी क्योंकि हम घर का खाना खाने के आदि हो गए थे। बच्चों को भी घर पर बना खाना पसंद आने लगा था जिसका कारण यह था की घर का खाना खाने से क्रेविंग्स खत्म हो जाती है।
4.स्वच्छ और पारदर्शी होती है सामग्री
बच्चों के लिए स्वच्छ खाना सेहत के लिए लाभदायक होता है और अगर हमें पता हो उसमें क्या-क्या डाला गया है तो चिंता नहीं कि की बच्चे क्या खा रहे है और यह इच्छा घर के खाने से पूरी होती है। रसोई को मंदिर माना जाता है और खाना अच्छे से साफ़-सफाई करके बनाया जाता है।
5.बीमारी से बचाव
जब घर में खाना साफ़ सफाई से बने, जिसमें पोषण भरपूर हो, ज़्यादा मात्रा में नमक, तेल का इस्तेमाल ना किया गया हो तो वो शरीर को रोगों से लड़ने की ताकत देता है। बच्चे अक्सर जल्दी बीमार पड़ जाते है। ऐसे में रोगो से लड़ने के लिए और शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए घर का खाना बहुत ही महत्वपूर्ण है। इसे कभी किसी दवा से कम न समझे।