पंकज त्रिपाठी भारतीय फिल्म अभिनेता हैं, जो मुख्य रूप से बॉलीवुड फिल्मों में अपनी कमाल की अदाकारी के लिए जाने जाते हैं। पंकज अपनी बेहद प्रभावी फिल्मों के ज़रिए, समाज को नया नज़रिया देने की हर संभव कोशिश करते दिखते हैं। SheThePeople.TV को दिए इंटरव्यू में पंकज ने बेटियों के हक के लिए बात की। और कहा कि बेटी बचाओ से ज्यादा जरूरी है, बेटे को समझाना और बेटे को बेहतरीन इंसान बनाना। पंकज त्रिपाठी इंटरव्यू
समाज को हर किसी के लिए बेहतर बनाने के लिए उसमें बदलाव लाने की जरूरत है और इसपर पंकज ने कहा - ''अगर हम समाज में बदलाव लाना चाहते हैं तो, उस बदलाव को घर से लाने की जरूरत है। घर से हर बदलाव की शुरुवात कीजिए, और फिर वह बदलाव धीरे-धीरे करके समाज तक को बदलने की ताकत रखेगा। आज लोग बहुत पढे-लिखे हैं, वो बदलाव लाने की जरूरत को समझते हैं।'' पंकज त्रिपाठी इंटरव्यू
बेटा और बेटियों की परवरिश में अंतर को लेकर पंकज का कहना है - ''कभी-कभी यह सोचकर मैं परेशान हो जाता हुँ कि कैसे हम लड़का और लड़की की अलग-अलग ढंग से परवरिश करते हैं। मैं समझता हुँ कि हम ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि हमें बच्चों की चिंता रहती है। हम बेटों को बड़े आराम से बाहर खेलने की इजाज़त दे देते हैं, मगर बेटियों के साथ ऐसा नहीं कर पाते। हाँ जरूर, बेटियों को भी आजादी का पूरा हक है, उन्हें भी हर वो चीज़ करने देनी चाहिए जो उनको पसंद है।''
आखिर में पंकज कहते हैं - ''बेटी बचाओ से ज्यादा जरूरी है, बेटों को समझाना और बेटों को बेहतरीन आदमी बनाना।'' अगर हमारे समाज के बेटे समझदार होंगे तो बेटियों अपनेआप सुरक्षित रहेंगी।