Boycott Malabar Gold Trending On Twitter: बॉयकाट मालाबार गोल्ड क्यों कर रहा ट्विटर पर ट्रेंड?
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SheThePeople Team
22 Apr 2022
Boycott Malabar Gold Trending On Twitter: आज 22 अप्रैल को ट्विटर पर बॉयकाट मालाबार गोल्ड ट्रेंड कर रहा है। ट्विटर पर सभी जगह इस ज्वेलरी ब्रांड के नए एड को लेकर टिप्पड़ी की जा रही है। इन्होंने हिन्दू त्यौहार अक्षय तृतीया को लेकर एक नया एड निकला है लेकिन यह लोगों को बिलकुल भी पसंद नहीं आया है बल्कि अपमानजनक लगा है।
क्या है मालाबार गोल्ड के नए एड में?
इस एड की हीरोइन करीना कपूर खान हैं। इन्होंने इस में मालाबार गोल्ड की ज्वेलरी का एड किया हिन्दू त्यौहार अक्षय तृतीया के अवसर के लिए। लेकिन इस में यह बिलकुल भी हिन्दू की तरह तैयार नहीं हुई हैं और बिना बिंदी के नज़र आयी जिसको लेकर लोग भड़क उठे।
लोगों का कहना है कि जब एक हिन्दू एड बनाया है तो उस में बिंदी कैसे भूली जा सकती है । हर बार क्यों इस तरीके से हिन्दू के त्योहारों को टारगेट किया जाता है और उनका मजाक बनाया जाता है। कई लोगों ने यह भी कहा कि करीना कपूर खान ने खुद एक मुस्लिम सैफ अली खान से शादी की है और इसका भी एड पर बहुत फर्क पढता है।
ट्विटर पर लोग क्या कह रहे हैं?
ट्विटर पर लोग भारी संख्या में ट्वीट कर रहे हैं। "एक ने लिखा कि आप हिन्दू के त्यौहार पर बिना बिंदी के एड बनाते हो और फिर हमसे पैसे खर्च करके ज्वेलरी खरीदने की उम्मीद भी करते हो"।
https://twitter.com/3Manisha3/status/1517334985904377864?t=1ss37fRNYugrtKxRjmRv2A&s=09
एक यूजर ने बिंदी की महत्वता बताते हुए लिखा कि "हिन्दू ट्रेडिशन में माना जाता है कि हर एक इंसान कि तीसरी आँख होती है। तीसरी आँख माथे के बीचों बीच मानी जाती है जहाँ महिलाऐं बिंदी लगाती हैं। तीसरी आँख आप को भगवान से जोड़ती है।
https://twitter.com/SaheelBobde/status/1517328961931415552?t=0peKzRKolQeqC6gI0uH8vw&s=09
इससे पहले भी कई बार ब्रांड्स ने ऐसे ही हिन्दू त्यौहार और उनके कुलचे का मजाक बनाया है। इससे पहले फैब इंडिया ने दिवाली के लिए एड बनाया था लेकिन उस में मॉडल एकदम मुस्लिम की तरह तैय्यार थी और एड का नाम रखा था जश्न ए रिवाज। जब त्यौहार हिन्दुओं का है और वो भी इतना बड़ा त्यौहार तो उसका मुस्लिम तरीके से हाईलाइट करने का क्या कारण है? फैबइंडिया की मॉडल न ही हिन्दू के तरीके से तैयार थीं और न ही इसका हिन्दू नाम रखा गया था। यह एड बाद में हटा दिया गया था।