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BR Ambedkar Wife: सविताबाई को माई और माईसाहेब कहकर बुलाया जाता था और यह BR आंबेडकर की दूसरी बीवी थी। यह पेशे से एक डॉक्टर थी और सामाजिक कार्यकर्ता भी थी। आंबेडकर ने एक किताब लिखी थी जिसका नाम है The Buddha and His Dhamma। इस किताब में इन्होंने उनके जीवन के 8 से 10 साल बढ़ाने का श्रेय सविता जी को दिया था।
BR Ambedkar Wife :सविता आंबेडकर कौन हैं?
सविता जी का जन्म बॉम्बे में ही हुआ था और यह एक मराठी ब्राह्मिन परिवार से थी। इनका जन्म के बाद का नाम शारदा कबीर था और आंबेडकर से शादी के बाद ही इनका नाम सविता आंबेडकर रख दिया गया था।
सविता ने अपनी शुरुवाती पढाई पुणे से की थी और इसके बाद इन्होंने 1937 के करीब MBBS किया था ग्रांट मेडिकल कॉलेज मुंबई से। इसके बाद यह एक गुजरात के अस्पताल में काम करने लगी थी लेकिन कुछ समय में ही इन्हें छोड़नी पड़ी थी क्योंकि इनकी खुद की तबियत ठीक नहीं थी और यह मुंबई लौट आयी थी।
सविता के 8 भाई बहन थे और इन में 6 ने दूसरी कास्ट में शादी की थी। यह उस ज़माने में एक मराठी ब्राह्मिन परिवार के लिए बहुत बड़ी बात थी। इस पर सविता ने कहा कि हमारे परिवार ने इंटर कास्ट का विरोध नहीं किया क्योंकि सब पढ़े लिखे और प्रगतिशील सोच के हैं।
सविता आंबेडकर से कैसे मिली थीं?
1947 में जब आंबेडकर साहब संविधान लिख रहे थे उस दौरान इनकी तबियत बहुत ख़राब हुआ करती थी। आंबेडकर साहब को शुगर और डायबिटीज दोनों की दिक्कत थी। इसके चलते इलाज के लिए इन्हें मुंबई ले जाया गया था। वहीँ यह पहली बार डॉक्टर शारदा कबीर से मिले थे और फिर करीब आ गए थे ।
14 अप्रैल, आज डॉ बीआर अंबेडकर की जयंती (इस वर्ष 130 वीं) जो सभी दलितों के साथ पूरे भारत के लिए विशेष है क्योंकि वह भारतीय संविधान के पिता के रूप में भी जाने जाते है। उन्होंने दलितों के लिए सम्मान और समानता का जीवन सुनिश्चित करने के साथ स्वतंत्र भारत में महिलाओं के अधिकारों की शुरुआती नींव भी रखी।