Bulli Bai Accused Granted Bail: सुल्ली डील मामले में औंकारेश्वर ठाकुर को और बुल्ली बाई केस में नीरज बिश्नोई को अरेस्ट किया गया था। इन दोनों को कल 28 मार्च को दिल्ली कोर्ट ने बैल दे दी हैं। इनके ऊपर इल्जाम थे कि इन्होंने मुस्लिम महिलाओं को टारगेट कर उनकी प्राइवेट फोटोज को नीलम करने की कोशिश की है। जिस एप के ज़रिए इस साजिश को अंजाम दिया गया उसका नाम है “Bulli Bai”। यह एक सॉफ्टवेयर GitHub द्वारा खोला जाता है और कंट्रोवर्सी में आने के बाद इस एप को ब्लॉक कर दिया गया है।
Bulli Bai Accused Granted Bail: कोर्ट ने बैल देने को लेकर क्या कहा है?
कोर्ट ने बैल देने का कारण बताया कि दोनों गुन्हेगार औंकारेश्वर ठाकुर और नीरज बिश्नोई पहली बार किसी केस में फसे हैं और काफी समय से जेल में होने के कारण से उनकी हेल्थ पर बुरा असर पढ़ रहा है। इस केस के बारे में दीप्ती कमिश्नर ऑफ़ पुलिस KPS मल्होत्रा ने कहा कि "अदालत ने आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ सबूतों पर भरोसा किया और "जांच में कोई कमी नहीं बताई गई,"।
कोर्ट ने बैल देकर क्या कंडीशन लगायी हैं?
इनके रिहा करते वक़्त कोर्ट ने इन पर कई कंडीशन लगायी हैं जैसे कि यह विटनेस से संपर्क नहीं कर सकते हैं, मोबाइल फ़ोन चालू रखना होगा और जब पूंछा जाए तब लोकेशन बतानी होगी अपने इंवेस्टिगेटिंग अफसर को। इसके अलावा इनको देश छोड़कर जाने की अनुमति भी नहीं हैं और इनको कोर्ट में पेश होने के लिए बुलाया जा सकता है।
6 जनवरी को नीरज बिश्नोई को बुल्ली बाई मामले में असम से अरेस्ट किया गया दिल्ली पुलिस द्वारा। पुलिस ने बताया, कि 21 वर्षीय बिश्नोई असम के जोरहाट के दिगंबर इलाके का रहने वाला है और वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, भोपाल का बीटेक का छात्र है। इस मामले में यह चौथी गिरफ्तारी है। मुंबई पुलिस ने इससे पहले बुधवार को मयंक रावल (21) और मंगलवार को श्वेता सिंह (19) को उत्तराखंड से गिरफ्तार किया था, जबकि इंजीनियरिंग के छात्र विशाल कुमार झा (21) को सोमवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था।