/hindi/media/media_files/2025/05/15/jiRQNZKlqCqrtgBmHP2q.png)
Photograph: (Telegraph India)
CBSE Class 10 Topper 20 Hour Study Routine Stuns Internet: 13 मई, 2025 को CBSE बोर्ड ने 10वीं और 12वीं के नतीजे घोषित किए, जिसमें लड़कियों ने शानदार प्रदर्शन किया। 10वीं बोर्ड परीक्षा में हरियाणा के पंचकूला की सृष्टि शर्मा ने 500 में से 500 अंक हासिल कर पूरे भारत में टॉप किया। PTI के साथ बातचीत में सृष्टि ने दावा किया कि वह दिन में 20 घंटे पढ़ाई करती थीं। इस बयान ने इंटरनेट पर बहस छेड़ दी है कि क्या ऐसी अपेक्षाएं बच्चों पर अनावश्यक दबाव डालती हैं और क्या 10वीं कक्षा में इतनी गहन पढ़ाई वाकई जरूरी है। आइए, इस मुद्दे को विस्तार से समझते हैं।
CBSE Result: 10वीं क्लास की टॉपर का 20 घंटे पढ़ाई करने का दावा, इंटरनेट पर छिड़ी बहस
सृष्टि शर्मा की उपलब्धि
हरियाणा के पंचकूला की सृष्टि शर्मा इस समय सुर्खियों में हैं। उन्होंने CBSE 10वीं बोर्ड परीक्षा में 500 में से 500 अंक हासिल कर देशभर में पहला स्थान प्राप्त किया। PTI को दिए इंटरव्यू में सृष्टि ने कहा, "मैं बहुत खुश हूँ। मैंने अपने परिवार और शिक्षकों को गौरवान्वित किया है। मैंने कभी ट्यूशन नहीं लिया और दिन में 20 घंटे पढ़ाई की। मैं आत्मविश्वास से भरी थी, और मेरे माता-पिता ने हमेशा मेरा साथ दिया। मेरे पिता मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा हैं। उन्होंने मुझ पर हमेशा भरोसा दिखाया।"
VIDEO | Panchkula: “I am very happy. I made my family and teachers proud. I never had any tuition and used to study 20 hours a day. I was under-confident, but my parents always supported me. My father is my biggest inspiration. He always showed trust in me,” says Shrishti Sharma,… pic.twitter.com/M1mWOPKN62
— Press Trust of India (@PTI_News) May 13, 2025
इंटरनेट का रिएक्शन
सृष्टि के 20 घंटे पढ़ाई के दावे ने सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं बटोरीं। एक यूजर ने लिखा, "10वीं की परीक्षा के लिए 20 घंटे पढ़ाई? अब डिग्रियों और ग्रेड्स की परवाह कौन करता है? असल में आपके द्वारा लाए गए मूल्य मायने रखते हैं। डिग्री के पीछे भागना बंद करें और महत्वपूर्ण कौशल हासिल करें।"
एक अन्य यूजर ने टिप्पणी की, "शिक्षा में अव्वल आने वाले छात्र अक्सर वास्तविक जीवन में असफल हो जाते हैं।"
एक चाइल्ड काउंसलर ने लिखा, "20 घंटे पढ़ाई? माता-पिता अपने बच्चों को रोबोट क्यों बनाना चाहते हैं? मैं बच्चों को इतनी गहन पढ़ाई में डूबने की सलाह नहीं दूंगा। यह मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकता है।"
क्या नींद 100% स्कोर से ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं? मैं अपने छात्र जीवन में हमेशा 75-80% अंक लाने वाला छात्र रहा। मुझे नहीं पता कि 90% से अधिक अंक लाना कैसा होता है।
अन्य यूज़र ने लिखा, "सृष्टि एक मुस्कुराती, आत्मविश्वासी और मेहनती लड़की लगती है, जो शायद रातोंरात मिली सफलता और प्रसिद्धि से थोड़ा अभिभूत है। उम्मीद है कि वह अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सही रास्ते पर बनी रहेगी। इंटरनेट के इस युग में ऐसी उपलब्धि हासिल करने वाले व्यक्ति को ट्रोल करना अनुचित है।"