/hindi/media/media_files/2025/02/28/diGfIW7j0sLDh8nFd8RO.png)
Photograph: (Freepik)
Check Dates Of The Holy Month Of Ramadan: मुस्लिम धर्म में रमजान सबसे पवित्र महीना माना जाता है। यह इस्लामी चंद्र कैलेंडर का नौवाँ महीना होता है। इस दौरान मुसलमान लोग सुबह से शाम तक रोजा रखते हैं और इसके अतिरिक्त खुदा की नमाज पड़ते हैं। हर साल की तरह इस साल भी रमजान की शुरुआत को लेकर काफी उलझन हो रही है कि रमजान का महीना 1 मार्च से शुरू होगा या फिर 2। चलिए आज के इस आर्टिकल में इस सवाल का जवाब जानते हैं-
कब से शुरू हो रहा है रमजान का महीना? जानें तारीख और महत्व
2025 के लिए, रमजान महीने की शुरुआत 28 फरवरी की शाम को शुरू होने की उम्मीद है। इसका पता शुक्रवार, 28 फरवरी की शाम को चांद देखने के बाद ही पता चलेगा। अगर 28 फरवरी को चांद नजर आता है तो 1 मार्च को रोजे का पहला दिन होगा। इसके अनुसार, 30 मार्च की शाम को खत्म होने का अनुमान है, इसके बाद ईद-उल-फ़ितर सोमवार, 31 मार्च से शुरू होगी। वहीं अगर चांद नहीं दिखता है तो 2 मार्च को पहला रोजा रखा जाएगा। इसकी पुष्टि चाँद दिखने के बाद ही होगी।
यह महीना इतना पवित्र क्यों है?
मुसलमानों का मानना है कि रमजान वह महीना है जिसमें पैगंबर मुहम्मद को कुरान मानवता के लिए मार्गदर्शक के रूप में स्पष्ट प्रमाणों के साथ प्रकट किया गया था
रमजान की शुरुआत (पहली तरावीह की नमाज)
रमजान की पहली रात आम तौर पर तरावीह की नमाज़ से शुरू होती है, जो ईशा (रात की नमाज़) के बाद की जाने वाली एक विशेष रात की नमाज है। 2025 के लिए, यह चाँद दिखने पर निर्भर करते हुए 28 फ़रवरी की शाम को होने की उम्मीद है।
रमजान के दौरान नमाज
मुसलमान पूरे रमजान के महीने में पाँच जरूरी नमाज (फ़ज्र, धुहर, अस्र, मगरिब और ईशा) करते हैं। ऐसे ही ठीक वे साल भर करते हैं। नमाज का समय सूर्योदय और सूर्यास्त के आधार पर हर दिन बदलता रहता है, और जगह के अनुसार भी अलग-अलग होता है। इसका समय भौगोलिक स्थिति पर निर्भर करता है।
इस बार क्या है खास?
बहुत सालों बाद ऐसा हो रहा है कि रमजान का महीना मार्च में ही शुरू होकर मार्च में ही खत्म हो जाएगा। इसके बाद ऐसा 33 सालों बाद होगा जब रमजान का पवित्र महीना मार्च में आएगा। इसके साथ ही अगले साल यानी 2026 में फरवरी महीने में रमजान की शुरुआत होगी।
रोजा कैसे रखते हैं?
रमजान के दौरान रोजा रखा जाता है जो इस्लाम के पाँच जरूरी नियमों में से एक है। इस दौरान बहुत सारी चीजों का ध्यान रखना पड़ता है जैसे जिसमें से सुबह से शाम तक खाने, पीने आदि से परहेज़ करना शामिल है। फज्र की नमाज से रोजे की शुरुआत होती है और मगरिब की नमाज के बाद रोजा खत्म कर दिया जाता है।
रमजान का आखिरी दिन
रमजान महीने के खत्म होने के अगले दिन ईद होती है जिसे ईद उल-फितर कहा जाता है। इस दिन इस्लाम धर्म के लोग अल्लाह का धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने रमजान के महीने को पूरा करने की शक्ति दी और उनसे अच्छे जीवन की दुआ मांगते हैं।