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Photograph: (CISF Via ANI)
CISF Sub-Inspector Geeta Samota Makes History: भारत की बेटी गीता समोता ने इतिहास रच दिया है। वह CISF (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) कर्मी हैं और उन्होंने माउंट एवरेस्ट को फतह कर लिया है। इसके साथ ही, गीता ने एक रिकॉर्ड भी बनाया है। राजस्थान से संबंध रखने वाली गीता का बैकग्राउंड एक साधारण परिवार से है, लेकिन उनकी उपलब्धियां असाधारण हैं। उन्होंने समाज में अपनी एक अलग पहचान बनाई और नारी शक्ति की नई मिसाल कायम की। आइए, उनके बारे में और जानते हैं।
"CISF की नारी शक्ति की ऐसी मिसाल, जिसने छू लिया आसमान और बना दी नई पहचान।"
— CISF (@CISFHQrs) May 20, 2025
DG #CISF and all ranks congratulate L/SI Geeta Samota of CISF Unit, Udaipur Airport, on successfully scaling Mount Everest (8,848 m), the highest peak in the world.
She has not only brought immense pride… pic.twitter.com/tL1I32uazs
CISF की सब-इंस्पेक्टर गीता समोता ने रचा इतिहास, माउंट एवरेस्ट की चोटी पर फतह हासिल की
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की सब-इंस्पेक्टर गीता समोता ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने 19 मई 2025 को दुनिया की सबसे ऊँची चोटी, माउंट एवरेस्ट (8,849 मीटर), पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की। वह ऐसा करने वाली पहली महिला सीआईएसएफ अधिकारी बन गईं, जो बल के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।
गीता के लिए कोई नई बात नहीं
गीता समोता के लिए यह कोई नई बात नहीं है। वह केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की पहली महिला थीं, जिन्होंने 2019 में माउंट सतोपंथ (7,075 मीटर) और माउंट लोबुचे (6,119 मीटर, नेपाल) की चढ़ाई की। उन्होंने तीन दिनों में लद्दाख के रूपशु क्षेत्र में पाँच चोटियों पर भी चढ़ाई की, जिनमें से तीन 6,000 मीटर से अधिक ऊँची और दो 5,000 मीटर से अधिक ऊँची थीं।
2021 और 2022 की शुरुआत के बीच, उन्होंने प्रत्येक महाद्वीप की सात सबसे ऊँची चोटियों में से चार पर चढ़ाई की, जिनमें ऑस्ट्रेलिया में माउंट कोसियस्ज़को (2,228 मीटर), रूस में माउंट एल्ब्रस (5,642 मीटर), तंजानिया में माउंट किलिमंजारो (5,895 मीटर) और अर्जेंटीना में माउंट एकॉनकागुआ (6,961 मीटर) शामिल थे।
उन्होंने केवल छह महीने और 27 दिनों में सात शिखरों में से चार पर सफलता हासिल की, जिससे वह ऐसा करने वाली सबसे तेज़ भारतीय महिला बन गईं।
#WATCH | Sub-Inspector Geeta Samota of the Central Industrial Security Force (CISF) successfully summited Mount Everest, on 19th May.
— ANI (@ANI) May 20, 2025
In 2019, she became the first woman from any Central Armed Police Force (CAPF) to scale Mount Satopanth (7,075 meters) in Uttarakhand and Mount… pic.twitter.com/zA3wLFiFEO
साधारण परिवार और आसाधारण उपलब्धियां
गीता का जन्म राजस्थान के सीकर जिले के चक गाँव में एक साधारण परिवार में हुआ। वह चार बहनों वाले घर से हैं और पूर्व हॉकी खिलाड़ी हैं। 2011 में जब गीता सीआईएसएफ में शामिल हुईं, तब उन्हें अपने पर्वतारोहण के शौक का पता चला।
2015 में औली में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में छह हफ्तों के बेसिक ट्रेनिंग से उन्होंने अपनी पर्वतारोहण यात्रा शुरू की। इस बैच में वह एकमात्र महिला थीं। इसके बाद, 2017 में उन्होंने एडवांस ट्रेनिंग को पूरा किया और ऐसा करने वाली एकमात्र सीआईएसएफ कर्मी बन गईं।
गीता समोता को कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है, जिनमें दिल्ली महिला आयोग से अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2023 पुरस्कार और नागरिक उड्डयन मंत्रालय से "सपनों को पंख देने वाला पुरस्कार 2023" शामिल हैं।