Madhubala: हिंदी सिनेमा या बॉलिवुड में 40-60 के दशक की सबसे ख़ूबसूरत अदाकारा माने जानें वाली मधुबाला का आज जन्मदिन है। एक्ट्रेस मधुबाला का जन्म दिल्ली में हुआ था। उनकी अदायगी और ख़ूबसूरती का हिंदी सिनेमा और बॉलिवुड आज भी फ़ैन है।
14 फरवरी 1933 को अदाकारा मधुबाला ने दिल्ली में अताउल्लाह खान और आयशा बेगम के घर जन्म लिया। मधुबाला ने बहुत छोटी-सी उम्र में फ़िल्मी करिअर की शुरुआत कर ली थी। मात्र 36 साल की छोटी-सी ज़िंदगी में मधुबाला ने अपने करिअर में मानों आसमान छू लिया था।
पहली फ़िल्म वसंत की साइन
मधुबाला ने 1942 में मात्र 9 साल की उम्र में पहली फ़िल्म ‘वसंत’ साइन कर ली थी। यहीं से इनके फ़िल्मी करिअर की शुरुआत हुई। वेतन के नाम पर 150 रुपए मिले। उनकी ग़जब एक्टिंग को देखते हुए बाद से धीरे-धीरे मधुबाला को और फ़िल्मों में आफ़र आने लगे।
पर मधुबाला का नाम मधुबाला नहीं था। उनका पूरा नाम मुमताज जहां देहलवी था। पर जैसे अक़सर फ़िल्मी कलाकारों के नाम बदलवा दिए जाते हैं, तब भारतीय सिने जगत की एक बड़ी स्टार देविका रानी ने उनका नाम मधुबाला करवा दिया। पहले मधुबाला को ‘बेबी मुमताज’ नाम से शोहरत मिलती थी। पहला लीड रोल उन्होंने फिल्म ‘नील कमल’ में लिया। आगे चलकर मधुबाला ने फिल्म 'फागुन', 'काला पानी' और 'चलती का नाम गाड़ी' और 'हावड़ा ब्रिज' जैसी फिल्मों में अपनी अदाकारी का लोहा मनवाया। फिल्म 'मुगल-ए-आजम' में उनकी एक्टिंग, डांस और उन पर फ़िल्माए गाने आज भी लोग बड़ी उत्सुकता से देखते-सुनते हैं।
दिल के छेद को भुला दिया
छोटी-सी उम्र में बड़ी ज़िम्मेदारी पाने के बाद भी मधुबाला का फ़िल्मी करिअर छोटा होकर भी बड़ा रहा। मधुबाला जानती थीं कि उनके दिल में छेद है, तब भी पारिवारिक ज़िम्मेदारियों के चलते वो अपने करिअर में आगे बढ़ती रहीं। ये जानकारी उन्हें 'मुगल-ए-आजम' की शूटिंग के दौरान पता चली। इस गंभीर प्रकरण को हल्के में लेने से मधुबाला की ये स्थिति और गंभीर होती चली गई। फिर अंतत: एक दिन 23 फरवरी 1969 को उन्होंने सिने जगत ही नहीं इस दुनिया से ही हमेशा-हमेशा को अलविदा कह दिया।
बता दें मधुबाला की ख़ूबसूरती की तुलना हॉलिवुड की तब अदाकारा मर्लिन मुनरो से की जाती थी। मधुबाला का जीवन भी सामान्य नहीं था। उनको 'द ब्यूटी विद ट्रेजेडी' कहा जाता था। इसके साथ ही उन्हें उनकी ख़ूबसूरती के लिए 'वीनस ऑफ इंडियन सिनेमा' से पहचान मिली।