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Congress Poster Girl Joins BJP: कांग्रेस की "Ladki Hoon" अभियान की पोस्टर गर्ल डॉक्टर प्रियंका मौर्या हुई बीजेपी में शामिल

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Swati Bundela
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Congress Poster Girl Joins BJP: उत्तर प्रदेश के असेंबली इलेक्शन आने वाले हैं और इससे पहले कई बड़े बड़े झटके सामने आ रहे हैं। कैंडिडेट एक पार्टी से दूसरी पार्टी में जा रहे हैं। हाल में ही कांग्रेस पार्टी की "Ladki Hoon" अभियान की पोस्टर गर्ल डॉक्टर प्रियंका मौर्या बीजेपी में शामिल हुई हैं। कांग्रेस पार्टी में फ़िलहाल कुल सीटों में से 40 प्रतिशत सीटें महिलाओं को दी गयी हैं।

डॉक्टर प्रियंका मौर्या ने कांग्रेस पार्टी क्यों छोड़ी है?

डॉक्टर प्रियंका मौर्या जो कि कांग्रेस पार्टी छोड़कर बीजेपी में आयी हैं इनका कहना है कि कांग्रेस पार्टी ने इनका गलत इस्तेमाल किया है। पार्टी ने इनका चेहरा और 10 लाख रूपए लेकर "लड़की हूँ लड़ सकती हूँ" किया और इसके बाद इन्हें कोई सीट ही नहीं दी गयी थी।

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कांग्रेस ने इनकी पहली उत्तर प्रदेश चुनाव की कैंडिडेट लिस्ट बाहर कर दी है। इस में 125 लोगों के नाम हैं। प्रियंका का कहना है कि इनके साथ जो भी हुआ है वो सब पहले से ही तय था। इनको इसलिए टिकट नहीं दी गयी है क्योंकि यह पिछड़ी जाती (OBC) की हैं और यह प्रियंका गाँधी के सेक्रेटरी संदीप सिंह को रिशवत नहीं दे पायी।

प्रियंका मौर्या ने कांग्रेस पार्टी पर क्या आरोप लगाए हैं?

प्रियंका मौर्या लखनऊ के सरोजिनी नगर से टिकट चाहती थी और यह सीट रूद्र दमन सिंह को दे दी गयी थी। प्रियंका ने यह तक बताया कि इनको टिकट के लिए पैसे मांगने का कॉल आया था और जब इन्होंने मन कर दिया तब टिकट किसी और को दे दी गयी थी। इन्होंने इस कोंस्टीटूएंसी में बहुत मेहनत की है और इसका उन्हें यह फल मिला है।

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इससे पहले मुलायम सिंह की बहु भी परिवार की सपा पार्टी छोड़कर बीजेपी में आ चुकी हैं। नका कहना है कि यह प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश चीफ मिनिस्टर योगी आदित्यनाथ की नीतियों से बहुत प्रभावित हैं। यह और इनका परिवार हमेशा से समाजवादी पार्टी (स्पा) में रहे हैं और इस तरीके से चुनाव के वक़्त बीजेपी में आना सभी के लिए एक बड़ा झटका है।

अपर्णा का कहना है कि उनको बीजेपी की नीतियां और काम करने का तरीका बेहद पसंद आया है जिसके कारण से यह इस पार्टी से जुड़ गयी हैं। इनको अखिलेश यादव की पार्टी से ऐसी कोई दिक्कत या दुश्मनी नहीं है पर वो मोदी और योगी से बहुत प्रभावित हैं और उनके साथ ही आगे काम करना चाहती हैं। अपर्णा का कहना है कि अपने परिवार के विरोध में नहीं हैं और पिछले पांच साल में उत्तर प्रदेश में जितनी भी नयी नीतियां आयी हैं वो बहुत अच्छी हैं और उनको पसंद आयी हैं।


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