पश्चिम बंगाल मंत्री ब्रात्य बोस का शिक्षकों पर बयान : पश्चिम बंगाल में फिर से खड़ा हुआ राजनीतिक विवाद। कोलकाता में कार्यालय के बाहर पांच सरकारी शिक्षकों ने ज़हर खा लिया था। इसी मामले में आज शिक्षा मंत्री ब्रात्य बोस (West Bengal Education Minister Bratya Bose) ने एक विवादित टिप्पणी की है ,उन्होंने उन शिक्षकों को "भाजपा कैडर" करार दे दिया।
वह सभी शिक्षक पिछले हफ्ते मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कार्यालय के बाहर 'पनिशमेंट ट्रांसफर' के खिलाफ आंदोलन कर रहे थे। शिक्षकों ने 18 अगस्त को राज्य सचिवालय, उच्च सुरक्षा वाले नबन्ना में वेतन वृद्धि की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था।
पश्चिम बंगाल मंत्री ब्रात्य बोस का शिक्षकों पर बयान : "जो लोग विरोध कर रहे हैं, वे शिक्षक नहीं हैं, वे भाजपा कैडर हैं"
दोनों घटनाओं का जिक्र करते हुए, बोस ने आज ट्वीट करते हुए कहा कि सरकार ने शिक्षकों के लिए बहुत कुछ किया है। शिक्षा मंत्री बोस ने बंगाली में ट्वीट किया, "दिसंबर से, ममता बनर्जी ने वेतन में वृद्धि की, वेतन वृद्धि और रिटायरमेंट और स्वास्थ्य लाभ दिए। जो लोग विरोध कर रहे हैं, वे शिक्षक नहीं हैं, वे भाजपा कैडर हैं।"
भाजपा ने इस बयान पर अब प्रदर्शनकारियों के साथ संबंधों से इनकार करते हुए बोस के इस्तीफे की मांग की है।
कल शिक्षा विभाग कार्यालय के सामने 5 शिक्षकों ने खाया था ज़हर
दरअसल पांच सरकारी स्कूल के शिक्षकों ने कल शिक्षा विभाग कार्यालय के सामने "दूरस्थ स्थानों" पर ट्रांसफर के विरोध में ज़हर (कीटनाशक ऑर्गनोफॉस्फेट) खा लिया था। यह पूरी घटना वहां खड़े लोगों और स्थानीय मीडिया के कैमरे में रिकॉर्ड हुई थी। इन शिक्षकों का नाम शिखा दास, ज्योत्सना टुडू, पुतुल जाना मंडल, छबी दास और अनिमा रॉय है। इनमें से दो गंभीर हालत में है।
पुलिस ने अब उनके खिलाफ suo motu गैर जमानती मामला दर्ज किया है। उन पर आत्महत्या के प्रयास का भी आरोप लगाया गया है।
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