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मुंबई में जन्मी स्क्रब नर्स (सर्जिकल टीम की सहायता करने वाली नर्स) रीजा अब्राहम को कोरोना क्रिटिकल वर्कर हीरो की उपाधि से सम्मानित किया गया है। घर पर एक डेढ़ साल की बेटी होने के बाद भी COVID-19 पेशेंट्स की देखभाल के लिए रिजा को पुरस्कार के लिए चुना गया था। डयूटी पर रहते हुए, रीजा यूके के एक अस्पताल में सीरियस पेशेंट्स को एसेंशियल केयर देती है, जबकि उनकी बच्ची माँ से दूर रहती हैं।
मुंबई की रहने वाली ये नर्स दुर्ग में रहने वाले हेल्थ अफसर डॉ डी राजन की बहू हैं, जो बस्तर क्षेत्र में एक कोरोना नोडल अफसर के रूप में तैनात हैं। एडमिनिस्ट्रेशन ने रिजा को फ्रंटलाइन पर काम करने और जागरूकता पैदा करने के लिए सम्मानित किया है।
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समाज के लिए कंट्रीब्यूशन
युवा माँ समाज को वापस देने में विश्वास करती है और कहती है की समाज के लिए उनकी डयूटी सबसे पहले है।
रीजा के पति प्रतीक अब्राहम ने कहा, “ऐसे चुनौतीपूर्ण समय के बीच, रीजा और उनके साथियों ने इस तरह के बीमार पेशेंट्स की देखभाल के लिए उनके डेडिकेशन के साथ आगे आए हैं। इसके लिए उन्होंने खुद की सेहत भी दाव पे लगा दी, ये जानते हुए की उनकी एक छोटी बच्ची भी है। ”
वह इस जॉब के जोखिमों को समझती है और सेफ रहने के लिए दी गयी सारी गाइडलाइन्स का पालन करती है। दूसरी ओर डॉ राजन एक बहुत ही प्राउड ससुर है, जिसने विदेश में मरीजों की सेवा करने और अपनी पर्सनल प्रिऑरिटीज़ को एडजस्ट करने के लिए रीजा को धन्यवाद दिया। डॉ राजन ने कहा, '' मेडिकल प्रोफेशन बहुत डिमांडिंग है और जब हम अपनी बहू को मुस्कुराते हुए देखते हैं तो वो हमें निस्वार्थ भाव से सेवा करने का साहस देता है, जो कि मेडिकल प्रोफेशन का एसेंस है। ''
मुंबई की रहने वाली ये नर्स दुर्ग में रहने वाले हेल्थ अफसर डॉ डी राजन की बहू हैं, जो बस्तर क्षेत्र में एक कोरोना नोडल अफसर के रूप में तैनात हैं। एडमिनिस्ट्रेशन ने रिजा को फ्रंटलाइन पर काम करने और जागरूकता पैदा करने के लिए सम्मानित किया है।
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डयूटी पर रहते हुए, रीजा यूके के एक अस्पताल में सीरियस पेशेंट्स को एसेंशियल केयर देती है, जबकि उनकी बच्ची माँ से दूर रहती हैं।
समाज के लिए कंट्रीब्यूशन
युवा माँ समाज को वापस देने में विश्वास करती है और कहती है की समाज के लिए उनकी डयूटी सबसे पहले है।
रीजा के पति प्रतीक अब्राहम ने कहा, “ऐसे चुनौतीपूर्ण समय के बीच, रीजा और उनके साथियों ने इस तरह के बीमार पेशेंट्स की देखभाल के लिए उनके डेडिकेशन के साथ आगे आए हैं। इसके लिए उन्होंने खुद की सेहत भी दाव पे लगा दी, ये जानते हुए की उनकी एक छोटी बच्ची भी है। ”
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“ऐसे चुनौतीपूर्ण समय के बीच, रीजा और उनके साथियों ने इस तरह के बीमार पेशेंट्स की देखभाल के लिए उनके डेडिकेशन के साथ आगे आए हैं। इसके लिए उन्होंने खुद की सेहत भी दाव पे लगा दी, ये जानते हुए की उनकी एक छोटी बच्ची भी है। ”
वह इस जॉब के जोखिमों को समझती है और सेफ रहने के लिए दी गयी सारी गाइडलाइन्स का पालन करती है। दूसरी ओर डॉ राजन एक बहुत ही प्राउड ससुर है, जिसने विदेश में मरीजों की सेवा करने और अपनी पर्सनल प्रिऑरिटीज़ को एडजस्ट करने के लिए रीजा को धन्यवाद दिया। डॉ राजन ने कहा, '' मेडिकल प्रोफेशन बहुत डिमांडिंग है और जब हम अपनी बहू को मुस्कुराते हुए देखते हैं तो वो हमें निस्वार्थ भाव से सेवा करने का साहस देता है, जो कि मेडिकल प्रोफेशन का एसेंस है। ''