चीन में एक बार फिर COVID 19 के मामले बड़ने लगे हैं। चीन के एक हैल्थ ऑफिशियल के मुताबिक़ चीन में कोविड वायरस का खतरा फिर काफी बड़ गया है। बताया गया है की कोविड-19 टेस्ट की कमी के कारण मामले बढ़े हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन में अगले कुछ महीनों में 80 करोड़ लोग फिर संक्रमित हो सकते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन में कोविड के मामलों में भारी वृद्धि से 2023 में दस लाख से अधिक लोगों की मौत भी हो सकती है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना संक्रमण में मौजूदा उछाल जनवरी के मध्य तक रहेगा, जबकि दूसरी लहर 21 जनवरी के आसपास शुरू हो सकती है।
क्या फिर बरसेगा COVID19 का कहर? हो सकती भारत में यह चीज़ें फिर लागू
चीन में बढ़ते COVID 19 के मामलों के कारण बाकी के देशों में फिर से बहुत ज्यादा खलबली मच गई है। कोविड-19 एक कितनी खतरनाक बीमारी है यह सब हमने पिछले कुछ वर्षों में देखा। यह लाखों करोड़ों लोगों की कुछ झटको में ही जान ले चुकी है। ऐसे में कोई भी देश अब दोबारा लापरवाही नहीं कर सकता इसलिए हर देशों में बहुत से कानून फिर से लागू करने की बात चल रही है।
वर्ष 2020 और 21 में जितने देशों में कोविड-19 का खतरा था आज की स्थिति में काफी कम हो गया है लेकिन बढ़ते कोर्ट के मामलों के कारण वहां पर दोबारा मास्क आदि को फिर से जलन में लेकर आया जाएगा।
भारत में मास्क लगाना अब अनिवार्य नहीं था। लोग सैनिटाइजर आदि भी कम यूज कर रहे थे। लेकिन आपको वेट कैसे बढ़ते मामले देख सरकार फिर से बहुत सी चीजों को अनिवार्य करने के बारे में सोच रही है।
भारत सरकार किन नियमों को कर सकती है दोबारा लागू
मास्क और सैनिटाइजर फिर होगा जरूरी
हर व्यक्ति जब घर से बाहर निकलेगा तो उसको फिर से मास्क पहनकर निकलना पड़ेगा। यह corona को कुछ हद तक फैलने से बचाएगा। इसलिए सरकार मास को दोबारा अनिवार्य करने का निर्णय ले सकती है।
जिन लोगों के लिए कोरोना के लक्षण हैंउनके लिए मास्क बिल्कुल कंपलसरी होगा। जैसे खांसी, जुखाम या किसी भी तरह के वायरल होने पर लोगों को मास्क यूज करना अनिवार्य होगा।
सोशल डिस्टेंसिंग
चीन मैं कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखकर भारत सरकार लोगों को सोशल डिस्टेंस करने के लिए कह सकते हैं क्योंकि कोविड-19 का बचाव सबसे जरूरी है कि लोग एक दूसरे के लिए संपर्क में ना आए। ट्रेन आदि में एकदम से भीड़ नहीं इकट्ठे होगी, लोग एक झुंड में नहीं खड़े हो पाएंगे।
रैंडम टेस्टिंग
भारत के लगभग सभी बड़े एयरपोर्ट पर रैंडम कोरोना टेस्टिंग की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। खासतौर पर उन लोगों की जांच पर फोकस किया जाएगा, जो ऐसे देश से आ रहे हैं जहां covid केसेस अधिक हैं। ऐसे लोगों की जांच होगी और अगर उनको कॉविड होगा तो जीनोम सिक्वेंसिंग करके कोविड के अन्य प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर भी रैंडम टेस्टिंग हो सकती है।
बूस्टर डोज
भारत में वैसे लगभग सभी लोगों को को वैक्सीन के दो डोज लग चुके हैं। बहुत से लोगों को बूस्टर डोज भी लग चुके हैं लेकिन बूस्टर डोस कंपलसरी नहीं थे यदि मामले पढ़ते हैं तो सरकार फिर से हर किसी को बूस्टर डोज अनिवार्य कर सकती है।