New Update
ओमिक्रोण के लिए वैक्सीन कैसी क्या होगी?
ऐसा भी कहा जा रहा है कि पफिज़र वैक्सीन का बूस्टर शॉट ओमिक्रोण के खिलाफ इतनी ही इफेक्टिव होगी जितना कोरोना का डबल डोज़ है। कोविद वैक्सीन का सिंगल डोज़ काफी कम समय तक असरदार होता है इसलिए इसके दूसरे डोज़ से वैक्सीन का असर लम्बे समय तक हो जाता है। अगर आपको लग रहा है कि ओमिक्रोण के लिए अलग से कोई वैक्सीन आएगी तो ऐसा नहीं है आपको कोरोना के दोनों दोसेस लेना अनिवार्य है उसके बाद ही बूस्टर शॉट्स दिए जायेंगे अगर जरुरत होगी तो।
यंग लोगों के कम्पेरिसन में वैक्सीन का असर बूढ़े लोगों में जल्दी कम हो जाता है। इसलिए इनके लिए यह ज्यादा रिस्की हो सकता है। क्योंकि इम्युनिटी के शरीर में होने से आप सेरियस तरीके से बीमार नहीं हो पाते हैं।
बूस्टर शॉट्स क्या होता है?
फिलहाल अभी पहली प्राथमिकता ग्लोबल टीकाकरण कवरेज बढ़ाने की तरफ ध्यान केंद्रित किया गया है। ताकि आने वाले समय में वायरस को फेलने से रोक सके और गंभीर बीमारी और मृत्यु के जोखिम से जनता को बचा सके। Pzifer ने हाल ही में ये घोषणा की है कि बूस्टर शॉट वायरस और डेल्टा वायरस से लड़ने में काफी सक्षम है। लेकिन इस परिणाम अभी पब्लिश नहीं हुआ है और बूस्टर शॉट के क्या परहेज़ है ये भी नहीं पता चले। लेकिन कहा जा रहा है कि शायद बूस्टर डोज सिर्फ कुछ लोगो के लिए ही हो जैसे कि बुजुर्गो के लिए।